Arvind Kejriwal का 5 फिरोजशाह रोड पर शिफ्ट होना, BJP के विरोध पर अशोक मित्तल का सवाल
दिल्ली की राजनीति में इन दिनों एक नया विवाद छिड़ गया है। आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal ने 4 अक्टूबर को अपने परिवार के साथ 5 फिरोजशाह रोड पर शिफ्ट हो गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली के सिविल लाइन्स फ्लैग रोड पर स्थित मुख्यमंत्री आवास को खाली कर दिया। इस शिफ्ट के साथ ही बीजेपी ने विरोध शुरू कर दिया है, जिसका जवाब आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद अशोक मित्तल ने दिया है।
Arvind Kejriwal का नया घर
Arvind Kejriwal का 5 फिरोजशाह रोड पर आना दरअसल एक नई शुरुआत है। वह अब तक मुख्यमंत्री के रूप में निवास कर रहे थे, लेकिन अब उन्होंने अपने निवास को बदल दिया है। Kejriwal ने यह कदम तब उठाया जब उन्होंने 17 जून को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था। उन्होंने वादा किया था कि वह जल्द ही मुख्यमंत्री आवास को खाली कर देंगे और उन्होंने अपने वादे को पूरा कर दिया।
बीजेपी का विरोध
बीजेपी का कहना है कि Arvind Kejriwal का इस सरकारी आवास से एक अन्य आवास में जाना अनुचित है। उनका कहना है कि यह शिफ्टिंग राजनीति का एक नया खेल है और इससे Kejriwal की नीयत पर सवाल उठते हैं। बीजेपी के नेताओं का कहना है कि वे इस बात को समझ नहीं पा रहे हैं कि कैसे एक नेता जो एक समय तक मुख्यमंत्री रहा है, अब एक सांसद के आवास में रह सकता है।
अशोक मित्तल का बयान
इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के सांसद अशोक मित्तल ने बीजेपी के विरोध का जवाब देते हुए कहा, “मैं इस बारे में अवगत नहीं हूं, लेकिन मुझे अपने किसी भी मित्र, परिवार के सदस्य या परिचित को अपने घर आमंत्रित करने में कोई गलती नहीं लगती है। मैंने ऐसा ही किया है और मुझे लगता है कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है।” मित्तल ने आगे कहा कि Kejriwal ने उन्हें सांसद बनाया, इसलिए यह उनकी जिम्मेदारी है कि वह उनकी मदद करें।
भारतीय संस्कृति का महत्व
अशोक मित्तल ने भारतीय संस्कृति का उल्लेख करते हुए कहा, “यह मेरे लिए खुशी की बात है कि मैं Kejriwal को अपने घर बुला सका। हमारे भारतीय परंपरा में यह सामान्य है कि जो आपके लिए कुछ करता है, उसके लिए आपको भी कुछ करना चाहिए। यह एक परंपरा है जिसमें एक दूसरे का सहयोग करना आवश्यक है।” उन्होंने यह भी कहा कि जब कोई आपके साथ होता है, तो आपको खुशी महसूस होती है और यही मैं कर रहा हूं।
राजनीतिक प्रभाव
इस मामले में राजनीति का एक बड़ा पहलू भी है। आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच के संबंधों में तनाव पहले से ही है। बीजेपी का आरोप है कि AAP अपने राजनीतिक लाभ के लिए इस मुद्दे को भुना रही है। दूसरी ओर, AAP का कहना है कि यह उनके नेताओं के बीच का व्यक्तिगत मामला है और इसमें राजनीतिक विवाद नहीं होना चाहिए।
शिफ्टिंग का समय
Kejriwal ने Pitru Paksha के बाद अपने नए आवास में शिफ्ट होने का निर्णय लिया, जो उनकी पारिवारिक मान्यताओं के अनुरूप है। यह भी उल्लेखनीय है कि उन्होंने इस फैसले को लेकर अपने साथियों और पार्टी के सदस्यों को पहले ही बता दिया था। इससे यह स्पष्ट होता है कि उनके निर्णय में कोई अनियमितता नहीं है।
मीडिया का ध्यान
मीडिया ने इस मुद्दे को बड़े स्तर पर उठाया है। पत्रकारों का मानना है कि यह एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटना है, जिसमें न केवल Kejriwal की व्यक्तिगत जीवन शैली बल्कि उनकी राजनीतिक विचारधारा पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। कई विश्लेषक इस घटना को राजनीति के बदलते परिप्रेक्ष्य में देख रहे हैं, जहां व्यक्तिगत संबंध और राजनीतिक समर्थन एक दूसरे से जुड़े होते हैं।