Divya Khosla ने ‘Jigra’ के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन को ‘फेक’ कहा, करण जौहर ने किया रहस्यमय पोस्ट शेयर
Divya Khossla Vs Karan Johar: करण जौहर की फिल्म ‘जिगरा’ हाल ही में सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई है। इस फिल्म में आलिया भट्ट मुख्य भूमिका में हैं। लेकिन इस फिल्म की बॉक्स ऑफिस कलेक्शन को लेकर दिव्या खोसला कुमार ने तीखी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने इसे ‘फेक’ करार दिया। इस विवाद में करण जौहर ने एक रहस्यमय पोस्ट शेयर किया है, जिससे मामला और भी गर्म हो गया है।
दिव्या खोसला का आरोप
दिव्या खोसला ने अपने सोशल मीडिया पर ‘जिगरा’ के बारे में लिखा कि उन्होंने सिटी मॉल पीवीआर में फिल्म का शो देखने गई थीं। उनका कहना था कि “सभी थिएटर पूरी तरह से खाली थे। आलिया भट्ट सच में बहुत बहादुर हैं… उन्होंने खुद टिकट खरीदी और झूठे कलेक्शन की घोषणा की।” उन्होंने आगे सवाल उठाया कि “पेड मीडिया क्यों चुप है?” दिव्या ने अपने बयान में यह भी कहा कि फिल्म ‘जिगरा’ और उनकी खुद की फिल्म ‘सावी’ में समानता होने के बावजूद, हर फिल्म की अपनी एक यात्रा होती है।
करण जौहर की प्रतिक्रिया
करण जौहर ने इस विवाद के बीच एक रहस्यमय पोस्ट साझा किया, जिसमें उन्होंने लिखा, “चुप्पी सबसे अच्छी बातें हैं जो आप बेवकूफों को दे सकते हैं।” करण के इस बयान पर दिव्या ने भी त्वरित प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “बेवकूफ हमेशा सच के साथ समस्या रखते हैं। जब आप दूसरों के अधिकारों को बेझिझक छीनने के आदी हो जाते हैं, तो आप हमेशा चुप्पी में शरण लेते हैं। आपके पास कोई आवाज नहीं होगी। आपके पास कोई रीढ़ नहीं होगी।”
‘जिगरा’ का बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन
‘जिगरा’ की बात करें तो फिल्म ने पहले दिन 4.55 करोड़ रुपये की कमाई की थी। रिपोर्ट के अनुसार, दूसरे दिन फिल्म की कमाई में थोड़ी वृद्धि हुई और इसने 6.50 करोड़ रुपये कमाए। यह आंकड़े फिल्म के बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन को दर्शाते हैं, लेकिन दिव्या खोसला के आरोपों ने इसे एक अलग दिशा में मोड़ दिया है।
फिल्म का कंटेंट और थिम
‘जिगरा’ एक जेलब्रेक पर आधारित कहानी है, जिसमें एक साधारण गृहिणी अपने पति को जेल से बाहर निकालने के लिए संघर्ष करती है। इस फिल्म में कई जटिल भावनाओं और रिश्तों को दर्शाया गया है। वहीं, दिव्या खोसला की फिल्म ‘सावी’ भी इसी थीम पर आधारित है, जो दर्शकों को जेलब्रेक के तनाव और संघर्ष को दिखाती है।
विवाद का सामाजिक प्रभाव
इस विवाद ने फिल्म इंडस्ट्री में फिर से बहस छेड़ दी है कि कैसे फिल्में और उनकी सफलताएं मीडिया और दर्शकों की धारणा पर निर्भर करती हैं। दिव्या खोसला का आरोप यह सवाल उठाता है कि क्या फिल्में वास्तव में बॉक्स ऑफिस पर सही तरीके से प्रदर्शन कर रही हैं या फिर उनके आंकड़े inflated हैं।