Karnataka: कलबुर्गी जेल में VIP सुविधाएं, कैदियों का धूम्रपान और सेल्फी लेने का वीडियो हुआ वायरल; पुलिस कर रही जांच
Karnataka: कर्नाटक के कलबुर्गी जेल में कैदियों को मिली VIP सुविधाएं इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई हैं। जेल के अंदर कैदियों द्वारा धूम्रपान करते हुए और मोबाइल पर वीडियो बनाते हुए के वीडियो वायरल हो गए हैं। जब यह वीडियो कलबुर्गी पुलिस कमिश्नर डॉ. शरणप्पा धागे के पास पहुंचा, तो उन्होंने सोमवार रात को जेल में छापेमारी की और वहां से कई प्रतिबंधित सामान जब्त किए।
वायरल वीडियो का सच
हाल ही में वायरल हुए वीडियो में कैदियों को स्मार्टफोन से वीडियो कॉल करते और गंजा पीते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो ने जेल के भीतर की स्थिति को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। इस संबंध में दैनिक जागरण ने वीडियो की पुष्टि नहीं की है, लेकिन मामला गंभीरता से लिया गया है।
छापेमारी और जब्ती
सोमवार रात की छापेमारी के दौरान, पुलिस ने दो मोबाइल फोन, नशीले पदार्थों के पैकेट, बीड़ी, गुटखा और सिगरेट के पैकेट जब्त किए। पुलिस आयुक्त ने बताया कि 50 से अधिक पुलिसकर्मियों की एक टीम ने चार घंटे से अधिक समय तक जेल के परिसर की खोजबीन की। इस कार्रवाई के बाद फरहताबाद पुलिस स्टेशन में एक FIR भी दर्ज की गई है, जिसमें कुछ कैदियों को अवैध गतिविधियों में संलिप्त होने का संदेह है।
अधिकारी की प्रतिक्रिया
राज्य की जेलों के महानिदेशक मालीनी कृष्णामूर्ति ने आश्वासन दिया है कि इस मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि जब से इस तरह की घटनाएं बार-बार सामने आ रही हैं, अधिकारियों ने प्राथमिक जांच का आदेश दिया है।
उन्होंने कहा, “अगर पुलिसकर्मियों की भूमिका पाई गई, तो हम कार्रवाई करेंगे। हम इस मुद्दे को खत्म करने की दिशा में काम कर रहे हैं।”
अभिनेता दरशन का मामला
इसी तरह की एक घटना में, अभिनेता दरशन, जो एक हत्या के मामले में जेल में बंद हैं, हाल ही में बेंगलुरु की परप्पना अग्रहारा जेल में VIP सुविधाओं का आनंद लेते हुए वीडियो में दिखाई दिए थे। यह वीडियो भी वायरल हुआ और इसके बाद दरशन को कलबुर्गी जेल में स्थानांतरित कर दिया गया। कर्नाटक के DGP जेल ने कलबुर्गी जेल में जाकर स्थिति का जायजा लिया।
जेल के भीतर की स्थिति
जेलों में ऐसी घटनाएं चिंताजनक होती हैं, क्योंकि यह दर्शाती हैं कि कानून का सही पालन नहीं हो रहा है। कैदियों का इस तरह का व्यवहार और जेल अधिकारियों की लापरवाही न केवल समाज के लिए खतरा है, बल्कि यह जेल प्रशासन की छवि को भी प्रभावित करता है।
कर्नाटक की जेलों में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति से यह साफ है कि जेलों में सुधार की आवश्यकता है। जेल प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि कैदियों को किसी भी तरह की सुविधाएं उपलब्ध न हों, जो कानून के खिलाफ हैं।
पुलिस कार्रवाई और भविष्य
पुलिस ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है और इसकी जांच चल रही है। अगर जांच में यह पाया जाता है कि जेल अधिकारियों या पुलिसकर्मियों की मिलीभगत है, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा, यह आवश्यक है कि जेलों में सुरक्षा को और सख्त किया जाए ताकि ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति न हो। जेल प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि कैदियों के पास कोई भी अवैध वस्तुएं न हों और उन्हें उचित उपचार और पर्यवेक्षण प्राप्त हो।