त्रिवेणी हमें हमारी संस्कृति से जुडऩे का संदेश देती हैं – निगमबोध
सत्यखबर सफीदों (महाबीर मित्तल) – पितृ पक्ष की अमावस्या के उपलक्ष्य में नगर के हाट रोड़ पर वरिष्ठ पत्रकार महाबीर मित्तल के संयोजन में त्रिवेणी का रोपण किया गया। इस शुभावसर पर वेदाचार्य दण्डी स्वामी डा. निगमबोध तीर्थ महाराज का परम सानिध्य प्राप्त हुआ। दण्डी स्वामी निगमबोध तीर्थ महाराज ने वैदिक मंत्रोचारण के साथ-साथ श्री हनुमान चालीसा का पाठ करके अपने हाथों से पीपल, बरगद व नीम के पौधे लगाए। इस मौके पर नगर के सैंकड़ों गण्यमान्य लोगों ने दण्डीस्वामी डा. निगमबोध तीर्थ का माल्यार्पण करके अभिनंदन करके आशीर्वाद ग्रहण किया।
अपने आशीर्वचन में डा. निगमबोध तीर्थ महाराज ने कहा कि आज पितृपक्ष की अमावस्या का दिन बड़ा ही पुण्य फलदायी दिन है और इस पवित्र मौके पर त्रिवेणी का रोपण बेहद उत्तम माना गया है। त्रिवेणी में सभी देवी-देवता निवास करते हैं। इनकी सेवा करने से ये समझों कि आपने अपने पितरों, पूर्वजों व देवी-देवताओं की पूजा कर ली और साक्षात उनका आशीर्वाद ग्रहण कर लिया। उन्होंने कहा कि त्रिवेणी का आध्यात्मिक व वैज्ञानिक दोनों महत्व है। त्रिवेणी बहुत लंबी आयु तक रहकर संपूर्ण समाज के काम आती है। हम पौधे लगाएंगे तो हमारा बिगड़ा हुआ पर्यावरण स्वच्छ होगा। अगर इंसान को खुली और स्वच्छ हवा में सांस लेनी है तो उसे अधिक से अधिक पेड़ लगाने होंगे। उन्होंने कहा कि सभी को अपने जीवन के अहम अवसरों पर त्रिवेणी अवश्य लगानी चाहिए।
त्रिवेणी प्रकृति का अनुपम वरदान व ईश्वर की अनोखी देन है। त्रिवेणी एक साधारण वृक्ष न होकर इसका अध्यात्मिक महत्व है। त्रिवेणी को शास्त्रों में स्थाई यज्ञ की संज्ञा दी गई है। जहां त्रिवेणी लगी होती है वहां हर पल हर क्षण सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह चलता रहता है। उन्होंने कहा कि त्रिवेणी हमें हमारी संस्कृति से जुडऩे का संदेश देती हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकार महाबीर मित्तल ने अपने इष्ट मित्रों के साथ इस त्रिवेणी का रोपण तो कर दिया है लेकिन महाबीर मित्तल के साथ-साथ संपूर्ण समाज का कर्तव्य बनता है कि वे इस त्रिवेणी का पालन-पोषण करें।
इस मौके पर मुख्य रूप से गौसेवा आयोग के सदस्य श्रवण कुमार गर्ग, रमेश चन्द मित्तल, ला. रामेश्वर दास गुप्ता, लोकतंत्र सेनानी रामगोपाल अग्रवाल, सतनारायण मित्तल, प्रवीन बंसल, राजकुमार मित्तल, सतीश शर्मा, प्रवीन मित्तल, महावीर तायल, साधुराम तायल, नरेश मित्तल, पवन सिंगला, ईश्वर कौशिक, साधूराम बंधू, सुरेंद्र मित्तल, सत्यप्रकाश गुप्ता, शैलेंद्र दीवान, संजय देशवाल, अरविंद शर्मा, साधूराम तायल, बोबी गोयल, बृजमोहन तायल, विष्णुभगवान मित्तल, राकेश गोयल, नरेश जैन, विक्की गर्ग, सतीश मंगला, नरेश मंगला, शुभम रोहिल्ला, विकास तायल, सहित काफी तादाद में लोग मौजूद थे।