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Punjab by-election: कांग्रेस ने गिदड़बाहा से अमृता वड़िंग को दिया टिकट, जानिए उनकी शिक्षा

Punjab by-election: आगामी 13 नवंबर को पंजाब में चार विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनावों के लिए कांग्रेस ने अपने सभी उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। कांग्रेस ने गिदड़बाहा  से पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वारिंग की पत्नी अमृता वड़िंग को टिकट दिया है। अमृता वड़िंग ने कंप्यूटर एप्लिकेशन में मास्टर डिग्री हासिल की है और वह एक समाजसेवी के रूप में भी सक्रिय हैं।

अमृता वड़िंग की शिक्षा और सामाजिक कार्य

अमृता वड़िंग का जन्म 18 नवंबर 1978 को हुआ था। उन्होंने कंप्यूटर एप्लिकेशन में मास्टर की डिग्री प्राप्त की है, जो उनके शैक्षणिक योग्यता को दर्शाता है। इसके अलावा, वह “आसरा फाउंडेशन” नामक एक संगठन की स्थापना की है, जो जरूरतमंदों की सहायता करती है। यह संगठन शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में काम कर रहा है, जो समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी को प्रदर्शित करता है।

गिदड़बाहा  में चुनावी परिदृश्य

गिदड़बाहा  सीट से अमृता वड़िंग की उम्मीदवारी को देखते हुए, यह अनुमान लगाया जा रहा है कि उन्हें अपने पति के पद पर रहने का लाभ मिलेगा। राजा वारिंग ने अपने पति के पक्ष में हाई कमान से बातचीत की थी। इससे पहले, गिदड़बाहा  सीट लोकसभा चुनाव के कारण रिक्त हो गई थी, जिससे अमृता ने सक्रियता दिखाई।

Punjab by-election: कांग्रेस ने गिदड़बाहा से अमृता वड़िंग को दिया टिकट, जानिए उनकी शिक्षा

अन्य पार्टियों की स्थिति

इस बीच, आम आदमी पार्टी (AAP) ने भी हाल ही में सभी चार सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है। पार्टी ने गिदड़बाहा  से हरदीप सिंह ढिल्लों, चाब्बेवाल से ईशांक चाब्बेवाल, और बरनाला से हरिंदर सिंह ढिलवाल को उतारा है। देरा बाबा नानक सीट से गुरदीप सिंह रंधावा को उम्मीदवार बनाया गया है।

भाजपा ने तीन सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है। गिदड़बाहा  से पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल, देरा बाबा नानक से रविकरण सिंह काहलोन, और बरनाला से केवाल सिंह ढिल्लों को टिकट दिया है। चाब्बेवाल सीट के उम्मीदवार पर विचार विमर्श जारी है।

रंधावा का चुनावी इतिहास

गुरदासपुर के सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने अपनी पत्नी जितिंदर कौर को देरा बाबा नानक से उम्मीदवार बनाया है। खुद रंधावा ने इस सीट से तीन बार चुनाव जीते हैं, जिससे उनकी पत्नी को इस सीट पर खड़े होने का लाभ मिल सकता है।

रंजीत को कांग्रेस में शामिल होने का इनाम

चाब्बेवाल निर्वाचन क्षेत्र से अधिवक्ता रंजीत कुमार ने बसपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था। वह केवल एक सप्ताह पहले कांग्रेस में शामिल हुए हैं और वह जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। उनकी पार्टी में शामिल होने को उनके लिए एक प्रकार का इनाम माना जा रहा है।

नए चेहरे का चैलेंज

बरनाला से कूलदीप सिंह ढिल्लों पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। वह जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हैं और मालवा जोन यूनियन के भी अध्यक्ष हैं। उनके पास क्षेत्र में अच्छी पकड़ है, जिससे वह चुनौती पेश कर सकते हैं।

चुनावी रणनीतियाँ और भविष्य

चुनाव से पहले सभी पार्टियों ने अपनी रणनीतियाँ तैयार कर ली हैं। अमृता वड़िंग की उम्मीदवारी के पीछे उनकी शिक्षा और सामाजिक कार्यों का महत्वपूर्ण योगदान है। वह अपने पति के राजनीतिक अनुभव और समर्थन का लाभ उठाकर चुनावी मैदान में उतर रही हैं।

कांग्रेस ने अपनी उम्मीदवारी के जरिए यह संकेत दिया है कि वे महिला प्रतिनिधित्व को बढ़ावा देने के प्रति गंभीर हैं। वहीं, अन्य पार्टियों के उम्मीदवार भी चुनावी महाभारत में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।

13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव पंजाब के राजनीतिक भविष्य के लिए महत्वपूर्ण होंगे। अमृता वड़िंग की उम्मीदवारी और उनकी शैक्षणिक पृष्ठभूमि इस बात का संकेत देती है कि पंजाब में महिलाओं का राजनीतिक भागीदारी बढ़ रहा है। चुनाव परिणामों का देश की राजनीति पर भी व्यापक प्रभाव पड़ेगा।

इस बार के चुनाव में मुख्य मुद्दे क्या होंगे, यह देखना दिलचस्प होगा। क्या अमृता वड़िंग अपनी योग्यता और अनुभव के बल पर गिदड़बाहा  सीट पर जीत हासिल कर पाएंगी? क्या रंधावा और अन्य उम्मीदवार अपने राजनीतिक वादों को पूरा कर पाएंगे? पंजाब की जनता के लिए ये सवाल महत्वपूर्ण होंगे और इनका जवाब आने वाले चुनाव में मिलेगा।

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