Punjab में ड्रग तस्करी का भंडाफोड़, 105 किलोग्राम हेरोइन के साथ दो आरोपी गिरफ्तार
Punjab: पंजाब में ड्रग तस्करी के एक बड़े मामले का खुलासा करते हुए, काउंटर इंटेलिजेंस ने बाबा बकाला क्षेत्र से 105 किलोग्राम हेरोइन, 31 किलोग्राम कैफीन, पांच विदेशी पिस्टल और एक देशी पिस्टल बरामद की है। गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों में से एक कांग्रेस पार्टी का कार्यकर्ता है। पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने बताया कि तस्करों से बड़े रबर ट्यूब भी बरामद हुए हैं, जो इस बात का संकेत देते हैं कि ड्रग्स जलमार्ग के जरिए तस्करी की गई थी।
जलमार्ग से भेजा गया सामान
गिरफ्तार किए गए एक आरोपी का नाम नवजोत सिंह है, जो वजीर भुल्लर गांव का निवासी है। नवजोत पिछले दस वर्षों से पाकिस्तान से हथियार और हेरोइन की तस्करी कर रहा था। उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं और कुछ साल पहले वह सुरक्षा एजेंसियों को धोखा देकर दुबई भाग गया था। यह सामान पाकिस्तान से नवजोत सिंह भुल्लर के निर्देश पर जलमार्ग के जरिए भेजा गया था, जिसमें बड़े टायर ट्यूब का उपयोग किया गया था ताकि इसे भारतीय क्षेत्र में लाया जा सके।
DGP की जानकारी
पंजाब के पुलिस महानिदेशक ने बताया कि नवजोत सिंह और लवप्रीत कुमार को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में अमृतसर के राज्य विशेष संचालन सेल के पुलिस स्टेशन में एक FIR दर्ज की गई है। जांच जारी है ताकि तस्करी के इस रैकेट से जुड़े और अपराधियों को गिरफ्तार किया जा सके।
BSF का प्रभावी कार्य
पंजाब में भारत-पाकिस्तान सीमा की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने पिछले वर्ष 107 ड्रोन को गिराया और 442.395 किलोग्राम हेरोइन जब्त की। BSF के जवानों ने न केवल तस्करी को रोकने के लिए कड़ी मेहनत की है, बल्कि बुरे मौसम, तस्करी और बाढ़ जैसी चुनौतियों का सामना करते हुए भी दिन-रात सीमा की रक्षा की है।
पंजाब के सीमावर्ती जिलों – पठानकोट, गुरदासपुर, तरन तारन और फिरोजपुर में, BSF राहत और बचाव कार्यों का संचालन करती है और रवि और सतलुज नदियों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीणों और परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर evacuate करती है।
ड्रग्स तस्करी की बढ़ती समस्या
पंजाब में ड्रग्स तस्करी की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। कई युवा ड्रग्स के सेवन की लत में फंस रहे हैं, जिससे समाज में कई समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। तस्करों की गिरफ्तारी और उनके नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई महत्वपूर्ण है, ताकि इस समस्या को नियंत्रित किया जा सके।
स्थानीय प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासियों ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार और सुरक्षा एजेंसियों को इस समस्या को गंभीरता से लेना चाहिए। उन्होंने आग्रह किया कि नशा तस्करी के खिलाफ कड़े कदम उठाए जाने चाहिए ताकि युवा पीढ़ी को सुरक्षित रखा जा सके।
तस्करी के खिलाफ सामूहिक प्रयास
पंजाब सरकार और केंद्र सरकार को चाहिए कि वे इस समस्या से निपटने के लिए सामूहिक प्रयास करें। ड्रग्स के प्रति जागरूकता फैलाना, युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना और उन्हें नशे के दुष्प्रभावों के बारे में शिक्षित करना जरूरी है।
यह मामला इस बात का सबूत है कि ड्रग्स तस्करी के खिलाफ सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई आवश्यक है। नवजोत सिंह और लवप्रीत कुमार की गिरफ्तारी से यह उम्मीद जगी है कि अन्य तस्करों को भी पकड़ा जा सकेगा। इस मामले की आगे की जांच के साथ-साथ, सुरक्षा बलों की मेहनत और सरकार की नीतियों के प्रभावी कार्यान्वयन से पंजाब में ड्रग्स तस्करी की समस्या को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।
सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और नागरिकों की जागरूकता के संयोजन से ही इस गंभीर समस्या का सामना किया जा सकता है। उम्मीद है कि पंजाब में आने वाले समय में नशे के खिलाफ एक प्रभावी लड़ाई लड़ी जाएगी।