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Health Tips: मिठाईयों से बिगड़ी पाचन व्यवस्था के लिए ये देसी ड्रिंक्स दिलाएंगे राहत, गैस और बदहजमी होगी दूर

Health Tips: दिवाली का त्योहार पूरे देश में खुशी और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। यह पांच दिवसीय उत्सव धनतेरस से भाई दूज तक चलता है। इस दौरान घर में सिर्फ मिठाइयाँ ही नहीं बनती, बल्कि मेहमानों का आना-जाना भी लगा रहता है, जिससे घर में मिठाइयों का ढेर लग जाता है। ऐसे में लोग अपनी डाइट को भूलकर एक साथ अधिक मिठाईयां खा लेते हैं। इसका परिणाम यह होता है कि कई लोगों को एसिडिटी और अपच की शिकायत होती है। अगर आप भी दिवाली के बाद इन समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो आइए जानते हैं कि कैसे इनसे छुटकारा पाया जा सकता है।

देसी पेय जो देंगे राहत

1. सौंफ का पानी

सौंफ का पानी पाचन में सुधार लाने के लिए एक बेहतरीन उपाय है। यह शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है। जब भी आपको पाचन की समस्या हो, सौंफ का पानी पीना चाहिए। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण आपके पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। सौंफ गैस्ट्रिक एंजाइमों का उत्पादन बढ़ाकर सभी पाचन समस्याओं को दूर करती है। यह कब्ज, अपच और पेट फूलने की समस्या को भी ठीक करती है। खाने के बाद मुँह की दुर्गंध को दूर करने के लिए भी इसका सेवन किया जाता है।

कैसे बनाएं सौंफ का पानी:

  • एक चम्मच सौंफ को रातभर पानी में भिगोकर रखें।
  • सुबह इसे छानकर खाली पेट पिएं।

2. पुदीने की चाय

पुदीने की चाय पीने से पाचन में बहुत लाभ होता है। अगर आपकी पाचन क्रिया खराब है, तो इसे जरूर आजमाएं। एक गिलास पानी में 12 से 15 पुदीने की पत्तियां और दो-तीन काली मिर्च डालकर अच्छे से उबालें। जब यह थोड़ा ठंडा हो जाए, तो इसे छानकर पिएं। इससे पाचन में सुधार होगा और शरीर का डिटॉक्स भी होगा।

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कैसे बनाएं पुदीने की चाय:

  • एक पैन में पानी उबालें।
  • इसमें पुदीने की पत्तियां और काली मिर्च डालें।
  • उबालने के बाद इसे छानकर गरमागरम पिएं।

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3. तुलसी की चाय

तुलसी की चाय को प्राकृतिक डिटॉक्स माना जाता है। इसमें ऐसे प्राकृतिक रसायन होते हैं जो मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने का कार्य करते हैं। तुलसी की पत्तियों की चाय पीने से आंतों की गति में सुधार होता है, पाचन तंत्र का संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है और pH स्तर को नियंत्रित रखा जाता है। इसमें ऐसे यौगिक होते हैं जो अग्न्याशय की कोशिकाओं के कार्य को सहायक होते हैं और रक्त शर्करा के स्तर को भी नियंत्रित करने में मदद करते हैं। कुछ तुलसी और पुदीने की पत्तियों को पानी में उबालकर पिएं।

कैसे बनाएं तुलसी की चाय:

  • एक कप पानी में तुलसी और पुदीने की पत्तियां डालकर उबालें।
  • उबालने के बाद छानकर सेवन करें।

4. जीरे का पानी

जीरे का पानी पीने से अपच की समस्या में राहत मिलती है। यह आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और एसिडिटी की समस्या को भी कम करता है। इसका सेवन करने से मोटापा भी कम होता है।

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कैसे बनाएं जीरे का पानी:

  • एक चम्मच जीरे को रातभर पानी में भिगोकर रखें।
  • सुबह इसे छानकर पिएं।

इन पेयों के फायदे

  1. पाचन तंत्र को मजबूत बनाना: इन देसी पेयों के सेवन से पाचन तंत्र मजबूत होता है और सभी प्रकार की पाचन समस्याओं का समाधान होता है।
  2. गैस और अपच में राहत: ये पेय गैस और अपच की समस्या से राहत दिलाते हैं, जिससे आप आसानी से खाना पचा सकते हैं।
  3. खराब ब्रीथ की समस्या को दूर करना: सौंफ का सेवन खाने के बाद मुँह की दुर्गंध को कम करता है, जिससे आपकी ब्रीथ फ्रेश रहती है।
  4. डिटॉक्सिफिकेशन: तुलसी और पुदीने की चाय प्राकृतिक डिटॉक्सिफिकेशन का कार्य करती है, जिससे शरीर से विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं।
  5. भोजन का आनंद बढ़ाना: जब पाचन सही होता है, तो भोजन का आनंद भी बढ़ जाता है। आप अधिक ऊर्जा के साथ दिनभर सक्रिय रह सकते हैं।

दिवाली के बाद की मिठाईयों का आनंद लेना स्वाभाविक है, लेकिन इसका असर पाचन पर पड़ सकता है। यदि आप एसिडिटी, अपच या गैस की समस्या से परेशान हैं, तो ऊपर बताए गए देसी पेय आपके लिए वरदान साबित हो सकते हैं। इनका सेवन न केवल आपको तुरंत राहत देगा, बल्कि आपके पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाएगा।

तो अब आप भी इन देसी पेयों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें और दिवाली के बाद की परेशानियों से छुटकारा पाएं। स्वस्थ रहिए और खुश रहिए!

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