सांघी गांव से ही होगी भाजपा की जीत की शुरुआत – सतीश नांदल
सत्यखबर रोहतक (देवेंद्र शर्मा) – मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 5 साल के दौरान गढ़ी सांपला किलोई विधानसभा के कामों के लिए विधानसभा में एक बार भी कोई सवाल नहीं पूछा। अब वह किस मुंह से लोगों से वोट की अपील कर रहे हैं। यह कहना है भाजपा की गढ़ी सांपला किलोई से प्रत्याशी सतीश नांदल का। वे आज भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गांव सांघी सहित एक दर्जन गांव में चुनाव प्रचार करने के लिए निकले थे। उन्होंने कि सांघी भूपेंद्र हुड्डा का नहीं मेरा गांव है और जिस तरह का जन समर्थन उन्हें मिला है, भाजपा की जीत होनी तय है।
सतीश नांदल भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गांव सांघी पहुंचे, जहां उनका जोरदार स्वागत हुआ और कांग्रेस छोड़कर कई लोगों ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा। इस दौरान नांदल ने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पिछले 5 साल में विधानसभा में एक भी सवाल गढ़ी सांपला किलोई विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए नहीं पूछा। अब किस मुंह से भूपेंद्र सिंह हुड्डा गढ़ी सांपला किलोई की जनता से उम्मीद लगाए बैठे हैं। जनता चाहती है कि उनका प्रतिनिधि विकास के लिए काम करें। ताकि लोगों को दिक्कतों का सामना ना करना पड़े। लेकिन भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपनी विधानसभा के लोगों को राम भरोसे छोड़ दिया। इसलिए विधानसभा चुनाव में जनता उन्हें जवाब भी दे देगी।
उन्होंने कहा कि सांघी गांव में उन्हें इतना प्यार मिला है कि जीत की शुरुआत इसी गांव से होगी। उन्होंने कहा कि विधानसभा के सभी 54 गांव मेरे अपने है। भूपेंद्र हुड्डा ने तो इस विधानसभा को केवल विकास के नाम पर बदनाम करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार प्रदेश में बनने जा रही है। सरकार के अधिकारी लोगों के बीच बैठकर चौपालों में जन समस्याओं का समाधान करेंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा पहली ऐसी सरकार है, जिसने पारदर्शिता के साथ योग्य युवाओं को नौकरियां दी। कांग्रेस ने परिवारवाद व भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया और अपने चहेतों को नौकरियां रेवडियों की तरह बांटी, लेकिन मनोहर सरकार ने सता में आते ही सबसे पहले भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया। भाजपा ने पूरे प्रदेश में समान विकास कार्य किए और एक रिकार्ड कायम किया है। सतीश नांदल ने कहा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा भारी बहुमत से दोबारा सरकार बनाएगी। इस अवसर पर अशोक खत्री, राजेश, डॉ. दिनेश घिलौड़, प्रवीण घुसकानी, प्रेम हुड्डा, सुरजीत जसिया, राजकुमार खिडवाली, ओम सिंह जसिया, ठाकुर राजपाल, पंडित रामभज, पूर्व सरपंच सूरजभान प्रमुख रूप से मौजूद रहे।