Punjab की लड़कियों की तस्करी, अरब देशों में बेची जा रही लड़कियों की दर्दनाक दास्तान
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Punjab: पंजाब से अरब देशों में लड़कियों की तस्करी का मामला एक बार फिर सुर्खियों में आया है। हाल ही में सात लड़कियां जो अरब देशों से लौट आईं, उन्होंने इस अवैध व्यापार के बारे में दिल दहला देने वाले खुलासे किए। इन लड़कियों में से दो लड़कियों ने ओमान से लौटकर मोगा जिले में यह बताया कि एक एजेंट इमरान उन्हें बहलाकर वहां ले गया था, जहां उनका शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न किया गया। उन्होंने यह भी बताया कि एजेंट उन्हें और अन्य लड़कियों को फंसाने के लिए उन्हें एक बड़े रैकेट का हिस्सा बना रहा था।
लड़कियों ने बताया अपना दुख
इन लड़कियों ने अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि उन्हें एक सुंदरता पार्लर में काम करने के बहाने वहां बुलाया गया था, लेकिन जब वे वहां पहुंचीं तो उन्हें पता चला कि वे एक बड़े जाल में फंस चुकी हैं। इन लड़कियों में से एक ने बताया कि वह अपनी बेटी का इलाज करवाने के लिए इराक गई थी, लेकिन वहां पहुंचते ही उसे बेच दिया गया और एक ऑफिस में बंद कर दिया गया, जहां उसका शारीरिक और मानसिक शोषण किया गया।
इन लड़कियों का कहना है कि वे वहां अपमानित और प्रताड़ित हो रही थीं, और अगर संत सीचेवाल की मदद नहीं मिलती तो वे कभी भी अपने घर वापस नहीं लौट पातीं।
संत सीचेवाल की मदद से लड़कियां वापस आईं
संत बलबीर सिंह सीचेवाल, जो राज्यसभा सदस्य हैं, ने इस मुद्दे पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह एक शर्मनाक और अपराधपूर्ण कृत्य है। लड़कियों की मदद के लिए विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास का आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि अगर संत सीचेवाल की मदद नहीं मिलती, तो ये लड़कियां कभी भी अपनी जान बचा कर घर वापस नहीं लौट पातीं।
संत सीचेवाल ने पंजाब की बेटियों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे अरब देशों जाने से बचें क्योंकि वहां का माहौल महिलाओं के लिए बहुत खतरनाक हो सकता है। उन्होंने कहा कि एजेंट लड़कियों को विजिटर वीजा पर भेजते हैं और फिर उन्हें तस्करी का शिकार बना लेते हैं।
लड़कियों की अपील: महिलाएं अरब देशों में न जाएं
पीड़ित लड़कियों ने अपील की कि महिलाएं अरब देशों में न जाएं, क्योंकि वहां उनका शोषण किया जाता है। उन्होंने बताया कि इन एजेंट्स द्वारा लड़कियों को उच्च कीमत पर वापस लाने का दबाव डाला जाता है या फिर उन्हें और लड़कियों को वहां भेजने के लिए मजबूर किया जाता है। लड़कियों का कहना था कि वहां उनके साथ न केवल शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न होता है, बल्कि उनकी इज्जत भी खतरे में रहती है।
इन लड़कियों ने राजसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल से मुलाकात की और अपनी दुखभरी कहानी सुनाई। उन्होंने कहा कि वहां उन्हें मानसिक और शारीरिक यातनाएं दी जाती थीं और उनका सम्मान हमेशा संकट में रहता था। लड़कियों ने यह भी बताया कि अब यात्रा एजेंट दिल्ली के बजाय मुंबई से लड़कियों को अरब देशों भेजते हैं, जिससे यह तस्करी का धंधा और भी अधिक फैला है।
सख्त कार्रवाई की जरूरत
संत सीचेवाल ने लड़कियों के दर्दनाक अनुभवों को सुनकर मोगा और बरनाला जिलों के पुलिस अधिकारियों से कहा कि वे इस मामले में पीड़ित लड़कियों की शिकायतों को प्राथमिकता से सुने और उचित कार्रवाई करें। सीचेवाल ने कहा कि जब तक यात्रा एजेंट्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक अरब देशों में मानव तस्करी का यह अवैध धंधा नहीं रुक सकता।
उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर अपराध है और इसे जड़ से समाप्त करने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है। यह केवल लड़कियों के लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है कि ऐसे गैरकानूनी धंधे पर कड़ी निगरानी रखी जाए और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
पंजाब के प्रशासन की जिम्मेदारी
पंजाब के प्रशासन और पुलिस को इस मामले में और अधिक सक्रियता दिखाने की आवश्यकता है। यह जिम्मेदारी केवल पुलिस की नहीं है, बल्कि समाज के हर वर्ग को इस बारे में जागरूक करने की आवश्यकता है। लड़कियों को उन एजेंट्स और यात्रा कंपनियों से बचाना जो उन्हें धोखा देकर अरब देशों में बेचने का काम करते हैं, यह प्रशासन का प्रमुख कर्तव्य होना चाहिए।
इसके अलावा, समाज में महिलाओं और लड़कियों को इस प्रकार की तस्करी के खतरों से सचेत करना भी जरूरी है। अगर इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाती है तो न केवल पंजाब, बल्कि पूरे देश में तस्करी के इस अपराध को खत्म किया जा सकता है।
पंजाब से अरब देशों में लड़कियों की तस्करी का यह मामला एक गंभीर चिंता का विषय बन चुका है। इस अवैध व्यापार को रोकने के लिए समाज, प्रशासन और सरकार को मिलकर काम करना होगा। यह घटना एक कड़ी चेतावनी है कि महिलाओं और लड़कियों को सही जानकारी देना और उन्हें इस प्रकार के धोखाधड़ी से बचाना बहुत जरूरी है। संत सीचेवाल और अन्य समाजसेवियों की मदद से इन लड़कियों ने अपना जीवन वापस पाया, लेकिन यह सुनिश्चित करना कि भविष्य में कोई और इस तरह की घटना का शिकार न हो, यह हम सभी की जिम्मेदारी है।