Abohar Accident: शादी के 5 दिन बाद वकील की सड़क दुर्घटना में मौत, थार की टक्कर ट्रॉली से हुई

Abohar Accident: अबोहर-मलोट रोड पर बुधवार रात हुए सड़क हादसे में एक युवा वकील की दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब वकील सुजोत बरार अपनी थार गाड़ी से जा रहे थे। यह हादसा इतना भीषण था कि उनकी जान चली गई। दुखद बात यह है कि उनकी शादी को मात्र पांच दिन हुए थे।
शादी की खुशियां मातम में बदलीं
26 वर्षीय अधिवक्ता सुजोत बराड़, जो चननखेड़ा गांव के निवासी थे, ने पांच दिन पहले डलमीरखेड़ा गांव की एक लड़की से धूमधाम से शादी की थी। उनकी शादी श्रीगंगानगर के एक पैलेस में बड़े समारोह के साथ संपन्न हुई थी। सुजोत बरार, अबोहर मार्केट कमेटी के पूर्व चेयरमैन राजिंदर बरार के भतीजे थे।
दुर्घटना का विवरण
बुधवार की रात सुजोत बराड़ अपनी थार गाड़ी में मलोट रोड से लौट रहे थे। जब वे गोबिंदगढ़ पुल के पास स्थित बीआर विला पैलेस के नजदीक पहुंचे, तो उनकी गाड़ी का एक ट्रॉली से टक्कर हो गई। यह टक्कर इतनी जोरदार थी कि सुजोत गंभीर रूप से घायल हो गए।
स्थानीय लोगों ने की मदद
दुर्घटना होते ही आसपास के लोगों ने तुरंत मदद की। एंबुलेंस की सहायता से उन्हें पास के अस्पताल पहुंचाया गया। उनकी हालत गंभीर होने के कारण उन्हें वहां से बठिंडा के मैक्स अस्पताल रेफर कर दिया गया। हालांकि, डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उन्होंने देर रात दम तोड़ दिया।
गांव और वकील समुदाय में शोक की लहर
इस हादसे के बाद चननखेड़ा गांव और बार एसोसिएशन के बीच शोक की लहर दौड़ गई। सुजोत बराड़ एक होनहार वकील थे और उनकी अचानक मौत से हर कोई स्तब्ध है। वकीलों ने अपने साथी के प्रति सम्मान और शोक व्यक्त करते हुए अबोहर में अपने कार्य बंद रखे।
युवा वकील का परिचय
सुजोत बराड़ ने कम उम्र में ही कानून के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई थी। वे न केवल एक अच्छे वकील थे बल्कि सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रहते थे। उनकी शादी हाल ही में हुई थी और परिवार व दोस्तों के लिए यह समय बेहद खुशियों से भरा था।
परिवार पर टूटा दुख का पहाड़
सुजोत की मौत से उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनके माता-पिता और नई दुल्हन इस सदमे से उबरने की कोशिश कर रहे हैं। शादी की जो खुशियां कुछ दिन पहले तक घर में थीं, वे अब मातम में बदल गई हैं।
सड़क हादसों में बढ़ती मौतें: चिंता का विषय
यह हादसा केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं है, बल्कि यह सड़क सुरक्षा को लेकर बड़े सवाल खड़े करता है। सड़क दुर्घटनाओं में जान गंवाने वालों की संख्या हर साल बढ़ती जा रही है। खराब सड़कें, तेज गति और यातायात नियमों की अनदेखी इन घटनाओं के मुख्य कारण हैं।
स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी
इस हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे हैं। गोबिंदगढ़ पुल के पास की सड़कें काफी समय से खराब स्थिति में हैं और यातायात व्यवस्था भी सुचारू नहीं है। प्रशासन को चाहिए कि वह सड़क सुरक्षा के नियमों को कड़ाई से लागू करे और सड़कों की स्थिति को बेहतर बनाए।
सुरक्षा के लिए क्या कर सकते हैं
- यातायात नियमों का पालन: वाहन चालकों को तेज गति से गाड़ी चलाने से बचना चाहिए और नियमों का सख्ती से पालन करना चाहिए।
- सड़क की मरम्मत: सरकार को सड़कों की स्थिति सुधारने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए।
- सुरक्षा उपकरण: वाहन चालकों को सीट बेल्ट पहनने और हेलमेट का उपयोग करने जैसे सुरक्षा उपकरणों का इस्तेमाल करना चाहिए।
सुजोत बराड़ की मृत्यु ने न केवल उनके परिवार और दोस्तों को गहरे दुख में डाला है, बल्कि यह घटना सड़क सुरक्षा के प्रति हमारी जिम्मेदारियों की भी याद दिलाती है। युवा वकील का इस तरह जाना समाज के लिए एक बड़ी क्षति है। प्रशासन को चाहिए कि वह इस घटना की जांच करे और यह सुनिश्चित करे कि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।
सुजोत के परिवार और वकील समुदाय को इस कठिन समय में सहानुभूति और समर्थन की जरूरत है। उनकी यादें और उनकी मुस्कान हमेशा उनके चाहने वालों के दिलों में जिंदा रहेंगी।