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Himachal Pradesh: मनाली के बर्फीले रास्तों पर वाहन चलाना क्यों हो सकता है खतरनाक

Himachal Pradesh के खूबसूरत शहर मनाली को सर्दियों में छुट्टियां मनाने के लिए भारतीयों की पहली पसंद माना जाता है। बर्फबारी का मजा लेने के लिए लोग हर साल यहां पहुंचते हैं, लेकिन अपनी गाड़ी से मनाली जाना बर्फबारी के दौरान घातक साबित हो सकता है। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक पिकअप वाहन को बर्फ में फिसलते हुए देखा गया। इस वीडियो ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या बर्फबारी के दौरान अपनी गाड़ी से मनाली जाना सही फैसला है?

वीडियो ने खोली सच्चाई

इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक पिकअप वाहन पहाड़ की ढलान पर खड़ा है। अचानक, वाहन फिसलने लगता है और ड्राइवर उसे रोकने की कोशिश करता है। ड्राइवर गाड़ी से बाहर निकलकर उसे हाथ से पकड़ने का प्रयास करता है, लेकिन नाकाम रहता है। जैसे ही पिकअप तेजी से पीछे की ओर फिसलने लगता है, ड्राइवर उसे छोड़ देता है, और देखते ही देखते गाड़ी खाई में गिर जाती है। इस पूरी घटना को एक पर्यटक ने रिकॉर्ड किया।

बर्फबारी में वाहन चलाने की चुनौतियां

बर्फबारी के दौरान वाहन चलाना हमेशा जोखिम भरा होता है। सड़कों पर जमी बर्फ गाड़ियों के टायरों को पकड़ने में असमर्थ बना देती है, जिससे गाड़ियां फिसलने लगती हैं। पहाड़ी इलाकों में ढलान और मोड़ स्थिति को और भी खतरनाक बना देते हैं।

  1. ब्रेक लगने में समस्या: बर्फ में गाड़ी के ब्रेक सही से काम नहीं करते, जिससे वाहन को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है।
  2. कम विजिबिलिटी: सर्दियों में कोहरा और बर्फबारी के कारण दृश्यता कम हो जाती है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है।
  3. गाड़ी फिसलने का खतरा: बर्फीली सड़कों पर टायरों की पकड़ कमजोर होती है, जिससे गाड़ी फिसल सकती है।

1200 गाड़ियां फंसी, पुलिस को करनी पड़ी कड़ी मेहनत

हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार रात हुई बर्फबारी ने हजारों पर्यटकों को मुश्किल में डाल दिया। अटल टनल और सोलांग घाटी के बीच करीब 1200 गाड़ियां फंस गईं। सोलांग घाटी में गाड़ियां बर्फ पर फिसल रही थीं, जिससे लंबा जाम लग गया।

Himachal Pradesh: मनाली के बर्फीले रास्तों पर वाहन चलाना क्यों हो सकता है खतरनाक

पुलिस और प्रशासन ने पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिए घंटों मेहनत की। अंततः उन्हें होटलों और स्थानीय लोगों के घरों में ठहराया गया। जाम रात 11 बजे तक जारी रहा, जिससे सैकड़ों पर्यटक परेशान हुए।

मालिंग नाला में 150 पर्यटक फंसे

मनाली से सटे लाहौल स्पीति जिले के काजा घूमने गए 150 पर्यटक भारी बर्फबारी के कारण किन्नौर और लाहौल स्पीति के बीच मालिंग नाला में फंस गए। दोनों ओर की पहाड़ियों पर बर्फ जमने के कारण रास्ता अवरुद्ध हो गया। हिमाचल प्रदेश पुलिस ने इन सभी पर्यटकों को सुरक्षित बचाया और यांगथांग, नाको और चांगो जैसे गांवों के होटलों और स्थानीय घरों में ठहराया।

क्या करें अगर आप मनाली जाने की योजना बना रहे हैं?

अगर आप सर्दियों में मनाली जाने की योजना बना रहे हैं, तो इन सावधानियों को जरूर अपनाएं:

  1. चार पहिया ड्राइव वाहन का उपयोग करें: बर्फ में चार पहिया ड्राइव गाड़ियां बेहतर प्रदर्शन करती हैं।
  2. स्नो चेन का उपयोग करें: टायर पर स्नो चेन लगाने से गाड़ी की पकड़ बेहतर होती है।
  3. पेशेवर ड्राइवर रखें: पहाड़ी इलाकों में अनुभवी ड्राइवर होना बेहद जरूरी है।
  4. मौसम की जानकारी रखें: यात्रा से पहले मौसम विभाग से जानकारी लें और बर्फबारी के दौरान यात्रा से बचें।
  5. पुलिस और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें: किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन की मदद लें।

पर्यटकों के लिए प्रशासन की अपील

हिमाचल प्रदेश पुलिस और प्रशासन ने पर्यटकों से अपील की है कि वे बर्फबारी के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचें। प्रशासन ने यह भी कहा है कि पर्यटक स्थानीय लोगों और गाइड्स से सलाह लेकर ही यात्रा करें।

मनाली की यात्रा: रोमांच के साथ जोखिम भी

मनाली की यात्रा का अपना ही रोमांच है। बर्फ से ढके पहाड़, बहती नदियां और सुंदर नजारे हर किसी को आकर्षित करते हैं। लेकिन इस रोमांच के साथ जोखिम भी जुड़ा हुआ है। बर्फबारी के दौरान मनाली की सड़कों पर वाहन चलाना बेहद खतरनाक हो सकता है।

मनाली की यात्रा करने वाले पर्यटकों को सावधानी बरतने की जरूरत है। बर्फबारी के दौरान सड़कें फिसलन भरी हो जाती हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। अगर आप मनाली जाने की योजना बना रहे हैं, तो मौसम की जानकारी लेकर ही यात्रा करें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।

मनाली का सफर जितना रोमांचक है, उतना ही जोखिम भरा भी हो सकता है। इसलिए सावधानी बरतें और अपनी यात्रा को सुरक्षित और सुखद बनाएं।

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