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Delhi-NCR Grap 3 Revoked: दिल्ली-NCR में GRAP 3 हटने के बाद अब इन कार्यों पर लगी रोक खत्म, अब आप क्या कर सकेंगे?

Delhi-NCR Grap 3 Revoked: भारत सरकार के दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में वायु गुणवत्ता आयोग ने रविवार को वायु प्रदूषण स्तरों में गिरावट के कारण ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत लागू स्टेज-3 प्रतिबंधों को हटा लिया। इस निर्णय के साथ अब दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्रों में कुछ कार्यों पर लगी रोक हटा दी गई है। इस बदलाव से क्षेत्रवासियों को एक बड़ी राहत मिली है।

मौसम में बदलाव का असर

रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को दिल्ली में हल्की बारिश हुई, जो पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुई। पश्चिमी विक्षोभ एक मौसमी प्रणाली है, जो भूमध्यसागर क्षेत्र से उत्पन्न होती है और सर्दियों में उत्तर पश्चिमी भारत में बारिश और बर्फबारी लाती है। इस कारण दिल्ली में प्रदूषण स्तर में सुधार आया और हवा की गुणवत्ता बेहतर हुई। रविवार दोपहर 4 बजे दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 278 था, जो 350 के स्टेज-3 प्रतिबंध लागू होने की सीमा से 72 अंक कम था।

GRAP के चरणों का विवरण

GRAP के तहत दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में वायु गुणवत्ता के आधार पर चार चरणों में प्रतिबंध लगाए जाते हैं:

  1. स्टेज-1 (खराब वायु गुणवत्ता) – AQI 201-300 के बीच
  2. स्टेज-2 (बहुत खराब वायु गुणवत्ता) – AQI 301-400 के बीच
  3. स्टेज-3 (गंभीर वायु गुणवत्ता) – AQI 401-450 के बीच
  4. स्टेज-4 (गंभीर वायु गुणवत्ता) – AQI 450 से ऊपर

जब AQI 401 के पार चला जाता है, तो स्टेज-3 में कड़े प्रतिबंध लागू होते हैं। इन प्रतिबंधों में गैर-आवश्यक निर्माण कार्यों पर रोक, BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल गाड़ियों की सड़कों पर आवाजाही पर रोक और अन्य पर्यावरणीय उपाय शामिल होते हैं।

स्टेज-3 के तहत लागू प्रतिबंध

GRAP के स्टेज-3 में दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में कई कड़े प्रतिबंध लगाए गए थे। इनमें गैर-आवश्यक निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध, स्कूलों में ‘हाइब्रिड मोड’ में कक्षाओं का आयोजन (ऑनलाइन और शारीरिक रूप से) और BS-3 पेट्रोल तथा BS-4 डीजल गाड़ियों का प्रवेश प्रतिबंधित करना शामिल था। छात्रों और अभिभावकों को जहां कहीं भी ऑनलाइन शिक्षा उपलब्ध थी, उसे चुनने का विकल्प दिया गया था।

इसके अलावा, दिव्यांग व्यक्तियों को BS-3 और BS-4 वाहनों के प्रतिबंध से छूट दी गई थी। इस फैसले के तहत विभिन्न कार्यालयों और सार्वजनिक स्थानों पर भी खास उपाय किए गए थे ताकि वायु प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके।

अगला पश्चिमी विक्षोभ जनवरी में होगा

मौसम विभाग के अनुसार, एक और पश्चिमी विक्षोभ 14-15 जनवरी के आस-पास उत्तर पश्चिमी भारत को प्रभावित कर सकता है, जिससे फिर से वायु गुणवत्ता में सुधार हो सकता है। इस विक्षोभ का असर दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में भी हो सकता है, और इस दौरान कुछ राहत की उम्मीद की जा रही है।

Delhi-NCR Grap 3 Revoked: दिल्ली-NCR में GRAP 3 हटने के बाद अब इन कार्यों पर लगी रोक खत्म, अब आप क्या कर सकेंगे?

दिल्ली-NCR में GRAP का महत्व

GRAP (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) की शुरुआत दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए की गई थी। यह एक सुनियोजित और संरचित योजना है, जो वायु गुणवत्ता के विभिन्न स्तरों के आधार पर कदम उठाती है। इस योजना में वायु प्रदूषण के स्तर के आधार पर अलग-अलग प्रतिबंध लगाए जाते हैं, ताकि प्रदूषण की स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सके।

विशेषकर सर्दियों में, जब प्रदूषण का स्तर अधिक बढ़ जाता है, तो GRAP का महत्व और भी बढ़ जाता है। यह योजना सुनिश्चित करती है कि नागरिकों की सेहत पर प्रदूषण का असर कम हो और सार्वजनिक सुरक्षा बनी रहे।

कड़े कदमों की आवश्यकता

दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता के स्तर को देखते हुए GRAP के तहत उठाए गए कदमों की जरूरत समझी जा रही थी। हालांकि, अब जब प्रदूषण स्तर में सुधार हुआ है और स्टेज-3 के प्रतिबंध हटाए गए हैं, तो यह भी जरूरी होगा कि वायु गुणवत्ता पर लगातार निगरानी रखी जाए। आगामी दिनों में अगर प्रदूषण स्तर फिर से बढ़ता है, तो GRAP के अन्य चरणों को लागू किया जा सकता है।

वायु गुणवत्ता में सुधार के उपाय

दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए अन्य उपायों की भी आवश्यकता है। प्रदूषण नियंत्रण के अलावा, नागरिकों को प्रदूषण के प्रभावों से बचाने के लिए जागरूकता बढ़ाना और हरित क्षेत्र में विस्तार करना भी जरूरी है। इसके अलावा, सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देना और प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए कड़े कदम उठाए जाने चाहिए।

दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में GRAP-3 के तहत लागू की गई रोक हटाई गई है, लेकिन इस सुधार का मतलब यह नहीं है कि प्रदूषण पर नजरें हटाई जा सकती हैं। नागरिकों, सरकारी अधिकारियों और पर्यावरण संरक्षण एजेंसियों को मिलकर वायु गुणवत्ता में सुधार बनाए रखने के लिए लगातार काम करना होगा। आने वाले दिनों में अगर वायु गुणवत्ता फिर से खराब होती है, तो GRAP के अन्य चरणों को लागू किया जा सकता है।

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