राष्‍ट्रीय

Israel Hamas Ceasefire: गाजा में संघर्ष से हुई तबाही लाखों इमारतें मलबे में तब्दील, रफाह आधे से अधिक नष्ट

Israel Hamas Ceasefire: इजराइल और हामस के बीच एक सीजफायर समझौता हुआ है, जो 19 जनवरी 2025 से प्रभावी होगा। हालांकि, इस समझौते को इजराइल की कैबिनेट से अभी तक स्वीकृति नहीं मिली है। इस युद्ध में गाजा पट्टी में हजारों लोगों की जानें गईं और लाखों इमारतें धरती में समा गईं। रफाह शहर का आधा हिस्सा नष्ट हो चुका है और अधिकांश अस्पताल अब भी बंद पड़े हुए हैं। युद्ध के दौरान हुए बमबारी और हिंसा ने गाजा के densely populated क्षेत्रों का नक्शा बदल कर रख दिया।

गाजा की जनसंख्या और युद्ध से पहले की स्थिति

गाजा, दुनिया के सबसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में से एक है। युद्ध से पहले यहां की जनसंख्या 2.4 मिलियन थी, जो 365 वर्ग किलोमीटर (140 वर्ग मील) के क्षेत्र में फैली हुई थी। अब स्थिति बदल चुकी है और युद्ध ने यहां की बुनियादी संरचनाओं को बुरी तरह प्रभावित किया है।

1 लाख 70 हजार से अधिक इमारतों का नष्ट होना

संयुक्त राष्ट्र उपग्रह केंद्र (UNOSAT) द्वारा किए गए उपग्रह चित्रों के विश्लेषण के अनुसार, 1 दिसंबर 2024 तक गाजा के लगभग 69 प्रतिशत भवन नष्ट या क्षतिग्रस्त हो चुके थे। इस आंकड़े के अनुसार 1,70,812 इमारतें नष्ट हो गईं। अमेरिकी शोधकर्ताओं, कोरी शेर और जमोन वैन डेन हुक के अनुसार 11 जनवरी 2025 तक गाजा में नष्ट या क्षतिग्रस्त इमारतों की संख्या 1,72,015 रही।

Rishikesh News: राफ्टिंग करते समय नदी में गिरने से युवक की मौत! जानें क्या थे हादसे के कारण
Rishikesh News: राफ्टिंग करते समय नदी में गिरने से युवक की मौत! जानें क्या थे हादसे के कारण

मानव जीवन का नुकसान

यह आंकड़ा युद्ध में हुए जानमाल के नुकसान को दर्शाता है। हामस द्वारा इजराइल पर 7 अक्टूबर 2023 को किए गए हमलों में 1,200 से अधिक लोग मारे गए, जिनमें अधिकतर आम नागरिक थे। इन आंकड़ों में उन लोगों को भी शामिल किया गया है जो गाजा में बंधक बनाए गए थे। गाजा में इजराइल के सैन्य ऑपरेशन के दौरान हामस स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार कम से कम 46,788 फिलिस्तीनी नागरिक मारे गए। संयुक्त राष्ट्र ने भी इन आंकड़ों पर विश्वास जताया है।

Israel Hamas Ceasefire: गाजा में संघर्ष से हुई तबाही लाखों इमारतें मलबे में तब्दील, रफाह आधे से अधिक नष्ट

रफाह शहर की तबाही

गाजा के उत्तरी क्षेत्र में 600,000 लोग रहते थे, जिनमें से तीन चौथाई इमारतें (74.2 प्रतिशत) क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। इजराइल की सेना ने मई के पहले सप्ताह में गाजा के दक्षिणी शहर रफाह में भी हमला किया। इस दौरान रफाह के लगभग 48.7 प्रतिशत भवन प्रभावित हो गए थे। जबकि गाजा के मुकाबले रफाह का काफी हिस्सा बचा है, लेकिन बर्बाद इमारतें और जलती हुई संरचनाएं युद्ध की तबाही का गवाह बन चुकी हैं। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार इस क्षेत्र का पुनर्निर्माण 15 वर्षों तक चल सकता है और इसकी लागत लगभग 50 अरब डॉलर तक हो सकती है।

Nishikant Dubey की टिप्पणी पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, विपक्षी दलों ने की कड़ी आलोचना
Nishikant Dubey की टिप्पणी पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, विपक्षी दलों ने की कड़ी आलोचना

अस्पतालों की स्थिति

युद्ध के दौरान इजराइल ने गाजा के अस्पतालों पर कई बार हमला किया। हामस पर आरोप था कि उसने इन अस्पतालों का सैन्य उद्देश्यों के लिए उपयोग किया। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, गाजा के उत्तरी क्षेत्र में स्थित कमल अदवान अस्पताल दिसंबर के अंत तक इजराइल के बड़े हमले के बाद पूरी तरह से खाली पड़ा था और उसकी सभी सेवाएं बंद कर दी गई थीं। 31 दिसंबर तक गाजा के 36 अस्पतालों में से केवल 18 अस्पताल ही आंशिक रूप से कार्यरत थे।

गाजा में हुई इस भयावह तबाही ने न केवल हज़ारों लोगों की जान ली, बल्कि यह क्षेत्र पूरी तरह से बर्बाद हो गया है। लाखों इमारतों का ढह जाना, अस्पतालों का बंद हो जाना और पूरे क्षेत्र का आंशिक या पूर्ण रूप से नष्ट हो जाना युद्ध के प्रभाव को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। गाजा के नागरिकों के लिए यह संघर्ष एक भीषण त्रासदी बनकर उभरा है, जिसका असर कई वर्षों तक रहेगा।

Back to top button