Hyderabad Metro Rail: हैदराबाद मेट्रो ने दिल की ट्रांसप्लांट के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया, 13 किमी की दूरी तय करने में लगा सिर्फ इतना समय
Hyderabad Metro Rail: 17 जनवरी 2025 को हैदराबाद मेट्रो रेल ने एक विशेष मिशन को सफलतापूर्वक पूरा किया। इस मिशन में मेट्रो रेल ने दिल की ट्रांसप्लांट के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया। इस विशेष ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से एक दिल को Kamineni Hospital (एल.बी. नगर) से Gleneagles Global Hospital (लक्कड़ी का पुल) तक सफलतापूर्वक पहुंचाया गया। इस समय कीमती समय की बचत हुई, जिससे ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया में सफलता प्राप्त हुई।
13 किमी की दूरी मात्र 13 मिनट में तय
इस मिशन के दौरान, हैदराबाद मेट्रो ने 13 किलोमीटर की दूरी मात्र 13 मिनट में तय की। ग्रीन कॉरिडोर के कारण ट्रांसप्लांट के लिए जरूरी समय बचा लिया गया, और दिल को सही समय पर अस्पताल तक पहुंचाया गया। यह मिशन हैदराबाद मेट्रो के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था, जिसमें मेट्रो रेल ने अपनी उत्कृष्टता और समाज की भलाई के लिए योगदान दिया।
मेडिकल पेशेवरों और अस्पताल प्राधिकरण का सहयोग
इस मिशन को संभव बनाने में हैदराबाद मेट्रो रेल, मेडिकल पेशेवरों और अस्पतालों के प्राधिकरण का महत्वपूर्ण योगदान रहा। एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि यह सब डाक्टरों की निगरानी में हुआ। हैदराबाद मेट्रो रेल ने अपने विश्वस्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर का उपयोग करते हुए आपातकालीन सेवाओं में योगदान देने के लिए ग्रीन कॉरिडोर की व्यवस्था की।
पिछले साल भी हुआ था एक ऐसा मिशन
इससे पहले भी, हैदराबाद मेट्रो रेल ने मार्च 2024 में एक और दिल के ट्रांसप्लांट के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाने में मदद की थी। उस बार, शहर पुलिस ने LB नगर के Global Hospital से Jubilee Hills के Apollo Hospital तक ग्रीन चैनल की व्यवस्था की थी। इस मिशन में ट्रैफिक पुलिस का अच्छा समन्वय था, जिसने आपातकालीन परिस्थितियों में समय की बचत की थी।
फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा में भी बने ग्रीन कॉरिडोर
इसके अलावा, 9 जनवरी 2025 को फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा के बीच 46.4 किलोमीटर लंबा ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया था। इस कॉरिडोर के माध्यम से एक 49 वर्षीय व्यक्ति से किडनी ली गई और उसे स्टेज-5 दिल की बीमारी से पीड़ित एक व्यक्ति को ट्रांसप्लांट किया गया। इस मिशन को महज 24 मिनट और 40 सेकंड में पूरा किया गया। यह ग्रीन कॉरिडोर डीएनडी एक्सप्रेसवे के माध्यम से अमृता अस्पताल, फरीदाबाद और यथार्थ अस्पताल, ग्रेटर नोएडा के बीच था।
मेट्रो रेल का योगदान और भविष्य में उम्मीदें
हैदराबाद मेट्रो रेल की यह पहल बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह आपातकालीन सेवाओं में तेजी लाने के लिए योगदान देती है। इस ग्रीन कॉरिडोर के द्वारा न केवल दिल के ट्रांसप्लांट के लिए समय की बचत हुई, बल्कि मेट्रो रेल के इंफ्रास्ट्रक्चर को सामूहिक भलाई में उपयोग करने की दिशा में एक बड़ी कदम है।
मेट्रो रेल ने इसे न केवल अपनी तकनीकी और व्यवस्थागत क्षमताओं को साबित करने का एक अवसर माना, बल्कि यह साबित किया कि सार्वजनिक परिवहन सेवाओं का समाज में एक महत्वपूर्ण स्थान है। इस प्रकार के ग्रीन कॉरिडोर से स्वास्थ्य सेवाओं को बहुत लाभ हो सकता है, खासकर तब जब समय का महत्व सबसे ज्यादा होता है।
हैदराबाद मेट्रो रेल ने इस ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से जीवनदायिनी सेवाओं में अपनी भूमिका को और अधिक महत्वपूर्ण बना दिया है। ऐसे प्रयास न केवल मेट्रो रेल की क्षमताओं को उजागर करते हैं, बल्कि यह भी साबित करते हैं कि सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था और आपातकालीन सेवाओं के बीच बेहतर समन्वय से समाज की भलाई की दिशा में कई कदम बढ़ाए जा सकते हैं।