Pinaka Rockets: भारत ने 10,200 करोड़ के गोला-बारूद का ऑर्डर क्यों दिया? यह डील दुश्मनों के होश उड़ाने वाली है!
Pinaka Rockets: भारतीय सेना स्वदेशी पिनाका मल्टी-लॉन्च आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम को अत्यधिक पसंद करती है। सेना इस प्रणाली से पूरी तरह लैस होने की योजना बना रही है। इसी कड़ी में एक बड़ी डील जल्द ही होने जा रही है। सेना को पिनाका रॉकेट सिस्टम के लिए बड़ी मात्रा में गोला-बारूद की जरूरत है, जिसके लिए इस वित्तीय वर्ष में 10,200 करोड़ रुपये का ऑर्डर दिया जाएगा।
दो प्रकार के पिनाका रॉकेट के लिए बड़े अनुबंध
सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि पिनाका के दो अलग-अलग प्रकार के लिए दो अनुबंध किए जाएंगे। इनमें से एक अनुबंध 5,700 करोड़ रुपये का और दूसरा 4,500 करोड़ रुपये का होगा। ये अनुबंध इस वित्तीय वर्ष के अंत, यानी 31 मार्च 2025 से पहले साइन किए जाएंगे।
अब तक 10 रेजिमेंट तैयार
भारतीय सेना में अब तक 10 पिनाका रेजिमेंट्स का गठन हो चुका है। इनमें से 4 रेजिमेंट्स को तैनात किया गया है, जिनमें से कुछ को चीन के साथ उत्तरी सीमाओं के ऊंचाई वाले इलाकों में तैनात किया गया है। बाकी 6 रेजिमेंट्स भी तैनाती की प्रक्रिया में हैं। पिनाका को दुनिया के सबसे बेहतरीन रॉकेट सिस्टम्स में से एक माना जाता है। यह ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सटीक निशाना लगाने में सक्षम है।
नवंबर में हुआ सफल परीक्षण
पिनाका रॉकेट सिस्टम का सफल परीक्षण पिछले साल नवंबर में किया गया था। परीक्षण के तुरंत बाद इस प्रणाली को विदेश से भी ऑर्डर प्राप्त हुआ। आर्मेनिया ने भारत से पिनाका रॉकेट्स खरीदने के लिए एक अनुबंध साइन किया है।
पिनाका के कई प्रकार के हथियार विकसित
पिनाका प्रणाली के लिए DRDO (रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन) ने कई प्रकार के हथियार विकसित किए हैं। इनमें 45 किलोमीटर की विस्तारित रेंज वाले रॉकेट और 75 किलोमीटर की गाइडेड विस्तारित रेंज वाले रॉकेट शामिल हैं। इस रेंज को 120 किलोमीटर और फिर 300 किलोमीटर तक बढ़ाने की योजना पर काम हो रहा है।
लंबी दूरी के विकल्पों की जगह पिनाका पर होगा फोकस
जनरल द्विवेदी ने कहा कि जैसे ही हमें पिनाका रॉकेट्स में लंबी दूरी की क्षमता मिलनी शुरू होगी, हम अन्य वैकल्पिक लंबी दूरी के हथियारों की जगह इस प्रणाली पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे।
आर्मेनिया से मिला ऑर्डर: भारत के लिए गर्व
भारत के लिए यह गर्व की बात है कि पिनाका रॉकेट सिस्टम को विदेशों से भी मान्यता मिल रही है। आर्मेनिया के साथ हुए अनुबंध ने न केवल इस प्रणाली की वैश्विक पहचान बनाई है बल्कि भारतीय रक्षा उत्पादन को भी एक नई दिशा दी है।
क्यों खास है पिनाका रॉकेट सिस्टम?
पिनाका रॉकेट सिस्टम अपने सटीक निशाने और मजबूत तकनीक के लिए जाना जाता है। यह दुश्मन के ठिकानों पर सटीक प्रहार करने में सक्षम है। इसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों के लिए खासतौर पर डिजाइन किया गया है। पिनाका की ताकत और इसकी बढ़ती रेंज ने इसे सेना का पसंदीदा हथियार बना दिया है।
भारत की सुरक्षा में पिनाका की भूमिका
सेना द्वारा 10,200 करोड़ रुपये का गोला-बारूद ऑर्डर इस बात का संकेत है कि पिनाका रॉकेट सिस्टम भारत की सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह न केवल भारतीय सीमाओं की रक्षा करेगा बल्कि भविष्य में अन्य देशों को भी इसकी तकनीक का लाभ मिलेगा।
पिनाका रॉकेट सिस्टम ने भारतीय रक्षा प्रणाली को नई ऊंचाई पर पहुंचाया है। इसका बढ़ता उपयोग और तकनीकी विकास यह सुनिश्चित करता है कि भारत अपनी सुरक्षा के लिए आत्मनिर्भर बन रहा है। सेना द्वारा किया गया यह बड़ा ऑर्डर भारत की सुरक्षा को और मजबूत करेगा और दुश्मनों को भारत की शक्ति का अहसास कराएगा।