Rahul Gandhi का पहला बड़ा दांव लालू के समधी को हटाकर शरद के करीबी अनिल यादव को दी कमान

Rahul Gandhi: अहमदाबाद में दो दिन की बैठक के बाद कांग्रेस ने अपने राजनीतिक भविष्य को तय करने की दिशा में बड़ा फैसला लिया है। अब पार्टी राहुल गांधी की सामाजिक न्याय की नीति पर आगे बढ़ेगी। इसी कड़ी में पहली नियुक्ति डॉक्टर अनिल यादव जयहिंद के रूप में की गई है जिन्हें ओबीसी विभाग का अध्यक्ष बनाया गया है।
लालू के समधी को हटाकर अनिल जयहिंद को जिम्मेदारी
कांग्रेस ने कैप्टन अजय यादव को हटाकर उनकी जगह हरियाणा के ही अनिल जयहिंद को पार्टी के ओबीसी विभाग की कमान सौंपी है। अजय यादव लालू यादव के समधी हैं और तीन साल से इस पद पर थे। अनिल जयहिंद को सामाजिक न्याय की विचारधारा से जुड़ा माना जाता है और वे शरद यादव के करीबी रहे हैं।
पुराने नेता की नाराजगी और नई उम्मीद
अजय यादव ने अपनी हटाए जाने पर नाराजगी जताई है और इसे साजिश बताया है। उन्होंने कहा कि उन्हें बिना विश्वास में लिए हटाया गया है जबकि वे पहले ही इस्तीफा दे चुके थे लेकिन राहुल गांधी के सचिव के कहने पर वापस लिया था। वहीं अनिल जयहिंद की नियुक्ति को राहुल की नई सोच से जोड़कर देखा जा रहा है।
सामाजिक न्याय की प्रयोगशाला में पहली नियुक्ति
अनिल जयहिंद सामाजिक न्याय की राजनीति से लंबे समय से जुड़े हैं और कांग्रेस के कार्यक्रमों में पर्दे के पीछे से काम करते रहे हैं। वे संविधान बचाओ संघर्ष समिति जैसे मंचों पर सक्रिय रहे हैं और कई दलित ओबीसी बुद्धिजीवियों को कांग्रेस से जोड़ने में भूमिका निभाई है।
असली चुनौती: ओबीसी का भरोसा जीतना
अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या अनिल जयहिंद कांग्रेस को ओबीसी समाज से जोड़ पाएंगे। कांग्रेस की पारंपरिक राजनीति ब्राह्मण मुस्लिम दलित समीकरण पर टिकी रही है लेकिन अब राहुल गांधी ओबीसी पर फोकस कर रहे हैं। इसके बावजूद गैर-यादव ओबीसी को कांग्रेस से जोड़ना आसान नहीं होगा।