आज विनय नरवाल का जन्मदिन, पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की मौत हो गई थी

करनाल के वीर सपूत लेफ्टिनेंट विनय नरवाल का आज जन्मदिन है, लेकिन यह दिन अब खुशी नहीं बल्कि गर्व और आंसुओं के साथ मनाया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में विनय की मौत हो गई थी। परिवार और सामाजिक संगठनों ने इस मौके पर उन्हें शहीद का दर्जा देने की जोरदार मांग की है।
परिवार वालों ने बताया कि 1 मई को विनय का 26वां जन्मदिन है। पहले इस दिन को लेकर परिवार ने बड़ी तैयारियां की थीं, लेकिन अब उनकी याद में करनाल में एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है। थैलेसीमिया पीड़ितों की मदद के लिए यह शिविर कई सामाजिक संगठनों के सहयोग से लगाया जा रहा है।
शहीद का दर्जा देने की उठी मांग
विनय के पिता राजेश नरवाल, माता आशा देवी, दादा हवा सिंह और बहन सृष्टि नरवाल ने एक स्वर में कहा है कि सरकार को विनय को शहीद का दर्जा देना चाहिए। सृष्टि ने भावुक होकर कहा, “हमारे दिलों में विनय हमेशा शहीद रहेगा, लेकिन सरकार से हमारी एकमात्र मांग यही है कि उसे आधिकारिक रूप से शहीद घोषित किया जाए। हमें कुछ और नहीं चाहिए।”
वहीं, उनके पिता राजेश नरवाल ने कहा कि अगर सरकार की ओर से कोई फंड या सहायता मिलती है, तो वे उसे किसी संस्था को दान करेंगे, जिसका नाम विनय के नाम पर रखा जाएगा। “एक भी पैसा हम अपने लिए नहीं रखेंगे,” उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा।
विनय के नाम होगा अवॉर्ड, हर साल लगेगा रक्तदान शिविर
निफा संस्था ने ऐलान किया है कि अब हर साल 1 मई को विनय नरवाल की याद में रक्तदान शिविर लगाया जाएगा। साथ ही, उनके नाम पर एक सम्मान/अवॉर्ड शुरू किया जाएगा जो उन युवाओं या परिवारों को मिलेगा जो देश के लिए बलिदान देते हैं या देने को तैयार रहते हैं।
निफा के चेयरमैन प्रीतपाल पन्नू ने बताया कि निफा की सभी ब्रांचों को विनय के जन्मदिन पर देशभर में रक्तदान शिविर लगाने के निर्देश दिए गए हैं। इससे देशभक्ति की भावना को आगे बढ़ाया जाएगा और युवाओं को प्रेरणा मिलेगी।
श्रद्धांजलि सभा 4 मई को
विनय की आत्मा की शांति के लिए 4 मई को सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक करनाल के डॉ. मंगलसेन सभागार में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया है। इसमें समाज के विभिन्न वर्गों के लोग, सैन्य अधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता और आम नागरिक शामिल होंगे।
बहन के आंसुओं में झलका दर्द
मीडिया से बातचीत में विनय की बहन सृष्टि नरवाल बेहद भावुक नजर आईं। उन्होंने कहा, “इस दिन के लिए हमने बहुत प्लानिंग की थी, लेकिन भगवान की मर्जी के आगे कोई नहीं चलता। अब विनय की याद में हम रक्तदान करेंगे और दूसरों से भी यही अपील है।”
लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की शहादत ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे देश को गर्व से भर दिया है। अब सरकार से सिर्फ यही उम्मीद है कि उसे आधिकारिक शहीद का दर्जा देकर सच्ची श्रद्धांजलि दी जाए।