दिल्ली का पानी बना सियासत का मुद्दा: प्रवेश वर्मा ने AAP पर लगाया बड़ा आरोप

दिल्ली का पानी बना सियासत का मुद्दा: दिल्ली में पानी संकट को लेकर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार और दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार आमने-सामने हैं। दिल्ली के जल मंत्री प्रवेश वर्मा ने आरोप लगाया है कि पंजाब सरकार जानबूझकर हरियाणा और दिल्ली का पानी रोक रही है, ताकि राजधानी में जल संकट पैदा हो। इस विवाद ने दिल्ली में गहराते जल संकट के बीच सियासत को और गर्म कर दिया है।
प्रवेश वर्मा ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक तीखी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, “पंजाब सरकार हरियाणा और दिल्ली का पानी रोककर गंदी राजनीति पर उतर आई है। हम दिल्ली के हर घर में साफ पानी पहुंचाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं, लेकिन अब पंजाब सरकार दिल्ली की जनता से बदला लेना चाहती है। बंद करो ये गंदी राजनीति, वरना पंजाब से भी जाओगे।”
हरियाणा सीएम सैनी का भी बयान
इससे पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भी पंजाब सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा कि भाखड़ा जलाशय से हरियाणा को उसका तयशुदा पानी का कोटा नहीं मिल रहा, जिससे दिल्ली की जल आपूर्ति भी बाधित हो सकती है। सैनी ने इशारों में आम आदमी पार्टी को निशाने पर लेते हुए कहा कि “दिल्ली में हार का बदला अब जनता को जल संकट में डालकर लिया जा रहा है।”
जल संकट को लेकर दिल्ली सरकार सतर्क
दिल्ली में गर्मी के दिनों में जल संकट पहले से ही एक बड़ा मुद्दा रहता है। ऐसे में भाखड़ा डैम से पानी की आपूर्ति में रुकावट आने की आशंका ने स्थिति को और गंभीर कर दिया है।
बुधवार, 30 अप्रैल को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और जल मंत्री प्रवेश वर्मा ने दिल्ली जल बोर्ड मुख्यालय में अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। इस बैठक में राजधानी की बढ़ती आबादी, पानी की बढ़ती मांग और सीवर व्यवस्था की समीक्षा की गई।
बैठक में स्मार्ट प्लानिंग, तकनीक के बेहतर इस्तेमाल और दीर्घकालिक समाधान पर जोर देते हुए एक ठोस रोडमैप तैयार करने पर सहमति बनी। सरकार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि भविष्य में दिल्लीवासियों को जल संकट या सीवर की किसी भी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े।
आने वाले दिनों में बढ़ सकती है सियासत
विशेषज्ञों के अनुसार अगर भाखड़ा जलाशय से पानी की आपूर्ति बाधित होती रही, तो दिल्ली के कई हिस्सों में जल कटौती करनी पड़ सकती है। ऐसे में विपक्षी दल भी सरकार को घेरने का मौका नहीं छोड़ेंगे और इस मुद्दे पर राजनीति और तेज हो सकती है।
फिलहाल जनता को राहत देने के लिए दिल्ली सरकार हर स्तर पर प्रयासरत है, लेकिन जब तक तीन राज्यों के बीच पानी को लेकर आपसी सहमति नहीं बनती, तब तक दिल्लीवासियों को जल संकट का सामना करना पड़ सकता है।