Haryana News: पूर्व कांग्रेसी विधायक पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप, 1500 करोड़ की गड़बड़ी से मचा हड़कंप

Haryana News: हरियाणा की राजनीति से एक बड़ी खबर सामने आई है। पूर्व कांग्रेस विधायक धरम सिंह चौक्कर को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। उन पर मनी लॉन्ड्रिंग यानी धनशोधन का आरोप है। यह गिरफ्तारी दीन दयाल आवास योजना के तहत हुए एक बड़े वित्तीय घोटाले से जुड़ी है। आरोप है कि चौक्कर और उनकी कंपनी ने लगभग 1500 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग की है। इस मामले को लेकर अब प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई है।
धरम सिंह चौक्कर कौन हैं
धरम सिंह चौक्कर का सफर राजनीति में आने से पहले पुलिस विभाग से शुरू हुआ था। उनके दो भाई और थे। इनमें से एक, इंदर सिंह चौक्कर ने साल 2000 में पुलिस की नौकरी छोड़ दी थी और इंडियन नेशनल लोक दल (INLD) के कार्यकर्ता बनकर राजनीति की शुरुआत की थी। जब उन्हें INLD से टिकट नहीं मिला तो उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा। इसी दौरान उनका संपर्क हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल से हुआ और वह हरियाणा जनहित कांग्रेस (HJC) में शामिल हो गए। 2007 में इंदर सिंह चौक्कर की मौत हो गई और उनके बाद धरम सिंह चौक्कर ने राजनीतिक विरासत संभाली। उन्होंने 2008 में राजनीति में प्रवेश किया और अपने भाई की राजनीतिक राह को आगे बढ़ाया।
पहली बार HJC से बने विधायक फिर कांग्रेस में आए
धरम सिंह चौक्कर ने 2009 के विधानसभा चुनाव में हरियाणा जनहित कांग्रेस (HJC) के टिकट पर समालखा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा। उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार संजय चौक्कर को हराया और पहली बार विधायक बने। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया। हालांकि 2014 के विधानसभा चुनाव में उन्हें कांग्रेस टिकट पर हार का सामना करना पड़ा। लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपने क्षेत्र में सक्रियता बनाए रखी। पांच साल तक वह जनता के बीच बने रहे और यही उनकी ताकत बनी।
2019 में फिर से विधायक बने लेकिन अब गिरफ्तार
धरम सिंह चौक्कर ने 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस टिकट पर फिर से समालखा से चुनाव लड़ा और इस बार उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार शशिकांत कौशिक को हराया। यह उनका दूसरा कार्यकाल था और वे इलाके में काफी मजबूत माने जाते थे। लेकिन अब उनकी गिरफ्तारी ने राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा कर दी है। जिस 1500 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने कार्रवाई की है, वह दीन दयाल आवास योजना से जुड़ा है जिसमें जमीन और संपत्ति से जुड़े आर्थिक घोटाले की बात सामने आई है। ईडी अब उनकी कंपनी और उनसे जुड़े दस्तावेजों की जांच कर रही है और आने वाले दिनों में और खुलासे हो सकते हैं।