Faridabad News: फरीदाबाद में फिरौती गैंग का पर्दाफाश, विक्की के इशारे पर फैला रहे थे दहशत

Faridabad News: हरियाणा के फरीदाबाद जिले में पुलिस ने एक मीट विक्रेता से एक लाख रुपये की फिरौती मांगने के आरोप में तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार राजीव कॉलोनी निवासी अनिल ने 30 मई को शिकायत दर्ज कराई थी कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने उसे व्हाट्सएप कॉल कर एक लाख रुपये की मांग की। अनिल ने बताया कि बुधवार रात एम. अक्षय (28), सुमित (30) और मोहम्मद सलमान (28) नाम के युवक एक काली स्कॉर्पियो गाड़ी में उसकी दुकान पर आए और रोहित और विक्की के नाम पर जबरन दस हजार रुपये वसूल लिए।
इलाके में दहशत फैलाकर वर्चस्व स्थापित करना था मकसद
अनिल ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने कहा कि अगर बाकी 90 हजार रुपये नहीं दिए तो उसे जान से मार दिया जाएगा। इस धमकी के बाद पुलिस तुरंत हरकत में आई और तीनों आरोपियों को पकड़ लिया गया। पुलिस प्रवक्ता के अनुसार पूछताछ में तीनों ने कबूल किया कि वे आपस में दोस्त हैं और यह काम उन्होंने विक्की के कहने पर किया था। उनका उद्देश्य इलाके में दहशत फैलाकर अपना वर्चस्व बनाना था ताकि आगे और लोगों से इसी तरह वसूली की जा सके। पुलिस अब इस पूरे गिरोह की गहराई से जांच कर रही है ताकि अन्य सदस्य और उनके मंसूबे सामने आ सकें।
पिंजौर में मॉल के पास फायरिंग से युवक की मौत
हरियाणा के पंचकूला जिले के पिंजौर इलाके से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। गुरुवार शाम को एक शॉपिंग मॉल के पास दो लोगों पर अज्ञात हमलावरों ने गोलियां चला दीं। इस हमले में एक 30 वर्षीय युवक की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उसका साथी गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस के अनुसार मृतक युवक पिंजौर का ही रहने वाला था। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है।
हमलावरों की तलाश में जुटी पुलिस, घायल की हालत गंभीर
पिंजौर पुलिस स्टेशन के एसएचओ जगदीश चंद्र ने बताया कि फायरिंग की इस घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। हमले की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है लेकिन पुलिस ने हत्या और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया है। घायल युवक को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। पुलिस विभिन्न एंगल से जांच कर रही है ताकि इस सनसनीखेज हमले के पीछे की वजह और हमलावरों की पहचान जल्द से जल्द हो सके।