सत्यखबर, गुरुग्राम, मुकेश कुमार
गुरुग्राम जिला के पटौदी उपमंडल मे आज चहुंओर सड़कों पर सन्नाटा पसरा दिखाई दिया और लोग अपने घरों के भीतर ही रहे। ऐसा लग रहा था मानो कर्फ्यू लग गया हो।
पटोदी उपमंडल में पड़ने वाले शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में आज रविवार होने के बावजूद लॉक डाउन का काफी असर दिखाई दिया। पटौदी के एसडीएम राजेश कुमार के अनुसार उपमंडल में 110 गांव है और सभी में लॉक डाउन का पालन करने की जिम्मेदारी ग्राम पंचायतों ने संभाल ली है। पंचायतों ने स्वयं अपने गांव के बाहर नाके लगा लिए हैं और वहां पर एक रजिस्टर में हर आने जाने वाले व्यक्ति का नाम लिखा जाता है। वह व्यक्ति यदि गांव का नहीं है तो किस से मिलने आया, क्या काम है और कब वापस जाएगा, यह सब रजिस्टर में इंद्राज किया जा रहा है।
एसडीएम राजेश कुमार ने बताया कि आज गांवों में ग्राम पंचायतों द्वारा मोर्चा संभालने तथा शहरी क्षेत्र में नाकों पर सख्ती बरतने के कारण पटौदी शहर में लोगों का आवागमन आम दिनों की अपेक्षा 70 से 80 प्रतिशत तक कम रहा। केवल मेडिकल इमरजेंसी वाले लोग ही शहर में आए। उन्होंने कहा कि किरयाना के सामान के लिए किसी व्यक्ति को गांव से शहर आने की आवश्यकता नहीं है। जिस गांव में किरयाना का सामान उपलब्ध नहीं होगा वहां पर वह सामान प्रशासन द्वारा पहुंचाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जहां एक ओर ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम पंचायतों ने अपने गांव की नाकेबंदी की, वहीं दूसरी ओर पटौदी उपमंडल के शहरी क्षेत्रों जैसे पटोदी, हेली मंडी तथा फरुखनगर में पुलिस द्वारा लगभग 15 नाके लगाए गए हैं। यहां पर भी सभी नाको पर आने जाने वाले लोगों का रिकॉर्ड रखा जा रहा है। उनके नाम, पता, घर से बाहर आने का उद्देश्य तथा वापसी का समय आदि का इंद्राज रजिस्टर में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो लोग बिना उद्देश्य के, बेवजह, यूं ही शहर में फालतू में घूमने आ रहे हैं, उनकी पहचान करके उन्हें होम क्वॉरेंटाइन किया जाएगा।
एसडीएम ने कहा कि जिलाधीश श्री अमित खत्री द्वारा लगाए गए ड्यूटी मजिस्ट्रेटो के अलावा वे स्वयं भी विभिन्न इलाकों में जाकर निरीक्षण कर रहे हैं और पूरे पटौदी उपमंडल में लॉक डाउन को प्रभावी ढंग से लागू किया जा रहा है ताकि कोरोनावायरस संक्रमण के और फैलाव को रोका जा सके।
बता दे की कोविड-19 वैश्विक महामारी के विरूद्ध हर व्यक्ति की उल्लेखनीय भागीदारी है। जिला प्रशासन के साथ ही सामाजिक व धार्मिक संस्थाएं जिस निष्ठा व लग्न के साथ अपनी भूमिका कोरोना संघर्ष सेनानी के रूप में निभा रही हैं वह गुरुग्राम जिला के स्वास्थ्य सुरक्षा का अहम पहलू है। गुरुग्राम जिला का हर आमजन मानस पूरे धैर्य व दृढ़ संकल्प के साथ कोरोना महामारी के खिलाफ घर पर रहकर अपनी जिम्मेवारी निभा रहा है।
उपायुक्त श्री अमित खत्री ने गुरुग्राम जिला के हर आमजन द्वारा इस आपदा की स्थिति में दिए जा रहे धैर्य पर उनका आभार व्यक्त करते हुए एक दूसरे से दूरी बनाकर कोरोना के संक्रमण को आगे बढऩे से रोकने में योगदान देने के लिए प्रेरित किया है।
गुरुग्राम जिला का शहरी व ग्रामीण क्षेत्र हो रहा है रोजाना सैनेटाइज :
उपायुक्त श्री अमित खत्री ने कहा कि गुरुग्राम जिला प्रशासन टीम वर्क के साथ आपदा की इस घड़ी में एकजुट होकर दिन-रात कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया कि जिला के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र को रोजाना सैनेटाइज किया जा रहा है। साथ ही जिला के सोहना, बादशाहपुर, पटौदी व गुरुग्राम में बने अस्थाई शैल्टर होम को भी सैनेटाइज करते हुए प्रवासी श्रमिकों को हर संभव स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। कोविड-19 लॉकडाउन की इस स्थिति पर लगातार मोनिटरिंग की जा रही है तथा सभी गतिविधियों पर नजर रखते हुए संबंधित टीम को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं। एसडीएम जितेंद्र कुमार, एसडीएम राजेश प्रजापत, एसडीएम चिनार चहल व एसडीएम हितेंद्र अपने-अपने उपमंडल में कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे इसके लिए गंभीरता से कदम उठा रहे हैं और जरूरतमंदों तक भोजन उपलब्ध करा रहे हैं।
उपायुक्त के निर्देशानुसार गुरुग्राम जिला के सभी उपमंडल में माइक्रो प्लानिंग के तहत डोर-टू-डोर स्वास्थ्य विभाग की टीम जिला के हर घर में दस्तक दे रही हैं। साथ ही पूरा ब्यौरा स्वास्थ्य सुरक्षा के दृष्टïगत संकलित किया जा रहा है।
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