सत्य खबर गोहाना
बीपीएस मेडिकल कॉलेज, खानपुर कलां की वीएलडी लैब ने कोरोना सैंपलों की जांच करने का आंकड़ा एक लाख को पार लिया है। इनमें 5014 सैंपल पॉजिटिव पाए हैं। लैब की सैंपल जांच क्वालिटी को देखते हुए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने खानपुर कलां को क्वालिटी कंट्रोल सेंटर बनाया है। आईसीएमआर ने प्रदेश के चार मेडिकल कॉलेज सहित विभिन्न जिलों के 20 अस्पताल व लैब को संस्थान के साथ जोड़ा है। लैब द्वारा इन लैब की कोरोना जांच करने की क्वालिटी की जांच की जाएगी।
मेडिकल कॉलेज, खानपुर कलां की लैब में कोरोना सैंपलों की जांच करने की मंजूरी मार्च माह मिली थी। इससे पहले किसी व्यक्ति कोरोना वायरस के लक्षण मिलते थे, उसका सैंपल पुणे लैब में भेजा जाता था। जहां से रिपोर्ट मिलने में तीन दिन लग जाती थी। खानपुर कलां की लैब को मंजूरी मिलने के बाद मरीज को 24 घंटे में रिपोर्ट मिलनी शुरू हो गई थी। शुरूआत में लैब में क्षमता 200 सैंपलों की जांच करने की थी। बाद में सरकार ने नई मशीन स्थापित करके लैब की क्षमता बढ़ा दी थी। लैब में फिलहाल प्रतिदिन 1800 से 1900 सैंपलों की जांच होती है। 35 डॉक्टर, एलटी और अन्य कर्मचारी लैब में कार्यरत है। लैब में 24 घंटे कार्य होता है। लैब ने मंगलवार तक 1 लाख 736 सैंपलों की जांच करने में सफलता प्राप्त की है। जो कॉलेज के लिए बड़ी उपलब्धि है।
प्रदेश की 20 लैब की क्वालिटी जांचेेगा बीपीएस
कमांड अस्पताल चंदीमंदिर, ईएसआईसी अस्पताल फरीदाबाद, कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज करनाल, सिविल अस्पताल पंचकूला, आईसीएआर नेशनल रिसर्च सेंटर हिसार, ट्रांसलेशन हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट फरीदाबाद, एसएचकेएम राजकीय मेडिकल कॉलेज मेवात, सिविल अस्पताल अंबाला, सिविल अस्पताल गुरूग्राम, महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज हिसार, आईआरएल हरियाणा राजकीय पब्लिक हेल्थ लैब करनाल, स्ट्रांक लाइफ साइंस गुरुग्राम, एसआरएल गुरूग्राम, माडर्न डायग्नोस्टिक एंड रिसर्च सेंटर गुरूग्राम, केयर डायग्नोस्टिक गुरूग्राम, मोलक्ययू लैब गुरुग्राम, पाथकिंग डायग्नोस्टिक्स गुरुग्राम, मेदांता गुरुग्राम, एसजीटी मेडिकल कॉलेज गुरुग्राम, अपेक्स डायग्नोस्टिक गुरुग्राम।
कॉलेज की लैब ने एक लाख कोरोना के सैंपलों की जांच करने का आंकड़ा पार कर लिया है। यह कॉलेज के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। लैब में डॉक्टर, एलटी और अन्य कर्मचारी 24 घंटे कार्य करते हैं। लैब की गुणवत्ता को देखते आईसीएमआर द्वारा मेडिकल कॉलेज को क्वालिटी कंट्रोल सेंटर बनाया है। सेंटर के साथ 20 लैब को जोड़ा गया है। वहां से सैंपल मंगाकर उनकी दोबारा से जांच की जाएगी। जांच रिपोर्ट ही लैब की क्वालिटी निर्धारित करेगी। -डॉ. एपीएस बत्रा, डायरेक्टर, मेडिकल कॉलेज, खानपुर कलां।
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रोस्टर के अनुसार लैब को 3 दिन में भेजने होंगे सैंपल
प्रदेश की अन्य लैब की क्वालिटी जांचने के लिए दस सैंपल मंगाए जाते हैं। इनमें पांच निगेटिव व पांच पॉजिटिव होते हैं। लैब द्वारा रोस्टर बनाया हुआ है। उस रोस्टर के अनुसार लैब को तीन दिन के अंदर सैंपल खानपुर कलां लैब में भेजने होते हैं। इन सैंपलों की जांच लैब में डॉक्टर व एलटी दोबारा से करते हैं। कॉलेज द्वारा आईसीएमआर और संबंधित लैब को इसकी रिपोर्ट भेजनी होगी।
चार जिलों से आते हैं सैंपल
कॉलेज में सोनीपत, पानीपत, जींद, झज्जर और बहादुरगढ़ से मरीजों के सैंपल भेजे जाते हैं। विभाग द्वारा संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अधिक सैंपलिंग पर जोर दिया जा रहा है। जिससे लैब में पहुंचने वाले सैंपलों का आंकड़ा भी बढ़ा हैं। प्रतिदिन 1800 से 1900 सैंपल पहुंचते हैं। इसके अलावा क्वालिटी अन्य लैब से भी सैंपल पहुंच रहे हैं।
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