सत्यखबर,करनाल
असंध में कबुलपुर खेड़ा के समीप शनिवार रात को तीन चचेरे भाइयों की जान चली गई। इनमें से एक भाई की शादी मार्च में थी तो वहीं दूसरा भाई अपनी होने वाली संतान का चेहरा भी नहीं देख पाया। उसकी पत्नी गर्भवती है। इनमें दो भाई चचेरे हैं तो एक बुआ का लड़का है। हालांकि परिजनों ने हत्या की आशंका जताई थी लेकिन पुलिस का कहना है कि किसी अज्ञात वाहन की चपेट में आने से तीनों की मौत हुई है।
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पुलिस ने पोस्टमार्टम करा शवों को परिजनों को सौंप दिया है। बता दें कबुलपुर खेड़ा निवासी बंटी, अक्षय व कुंजपुरा के गांव खराजपुर निवासी रविंद्र पानीपत के मतलौडा में पिज्जा की दुकान पर काम करते थे। बंटी और अक्षय दोनों चचेरे भाई थे और रविंद्र इनकी बुआ का लड़का। वह अपने मामा के घर कबुलपुर खेड़ा में ही रहता था।
रविंद्र की मार्च में शादी होनी थी और बंटी की पत्नी को इसी माह संतान होना है। ये तीनों भाई शनिवार रात को बाइक पर सवार होकर मतलौडा से गांव कबुलपुर खेड़ा आ रहे थे। लेनिक वह घर नहीं पहुंचे। सुबह तीनों भाइयों के शव गांव के समीप व घर से करीब 200 मीटर की दूरी पर गन्ने के खेत में सड़क के किनारे मिला। तीनों के चेहरे पर गहरी चोट लगी है। मौके पर एक लोहे की रॉड पड़ी थी। सूचना मिलने पर परिजन मौके पर पहुंचे और पुलिस भी मौके पर पहुंची। परिजनों ने हत्या का शक जाहिर किया लेकिन पुलिस फिलहाल इसे सड़क हादसा बता रही है और मामले की जांच कर रही है।
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