All Party Delegation Meeting: देश के दुश्मनों को बेनकाब करने वाले मिशन के बाद PM मोदी ने क्या चेतावनी दी नेताओं को?

All Party Delegation Meeting: ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर बेनकाब करने के लिए विदेश दौरे पर गई सभी दलों की टीमों की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात हुई। इस विशेष मिशन का उद्देश्य था दुनिया के सामने पाकिस्तान की सच्चाई उजागर करना। इस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी और शशि थरूर जैसे नेता भी शामिल थे। प्रधानमंत्री मोदी ने इन सभी नेताओं की विदेशों में किए गए प्रयासों की सराहना की और मुलाकात के दौरान उनके अनुभवों को सुना। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई जब देश कई चुनौतियों से गुजर रहा है।
मनीष तिवारी ने बताया लोकतंत्र की असली ताकत
इस बैठक के बाद मनीष तिवारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अपनी प्रतिक्रिया साझा की। उन्होंने लिखा कि एक महान लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत यही है कि वह मतभेदों से ऊपर उठकर एक साथ काम कर सकता है। उन्होंने कहा कि वैचारिक, राजनीतिक और व्यक्तिगत मतभेदों के बावजूद अगर कोई देश राष्ट्रीय हित को प्राथमिकता देता है तो यह उस देश की लोकतांत्रिक परिपक्वता का प्रमाण है। मनीष तिवारी ने इस मुलाकात को एक सुखद अवसर बताया जिसमें उन्हें प्रधानमंत्री से मिलने और विदेश में प्राप्त अनुभवों को साझा करने का मौका मिला।
The true strength of any great Democracy is the ability to work across the aisle.
To surmount our differences ideological , conceptual, political and personal and put larger National interest above the cut and thrust of partisan politics.
….And that is what this evening was… pic.twitter.com/lBwHdcGdMW
— Manish Tewari (@ManishTewari) June 10, 2025
राहुल गांधी के बयानों पर भी दी प्रतिक्रिया
मनीष तिवारी ने लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी के बयानों पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि भारत के लोकतंत्र की ताकत उसकी विविधता और स्वतंत्र सोच में है। मनीष तिवारी ने कहा कि यही बात भारत को पाकिस्तान और कई तानाशाही देशों से अलग बनाती है। उन्होंने साफ किया कि किसी लोकतंत्र में विभिन्न विचार होना कमजोरी नहीं बल्कि ताकत होती है। हर किसी को अपने विचार रखने का अधिकार है और यही लोकतंत्र की आत्मा है।
मिशन का असली मकसद और उसका असर
मनीष तिवारी ने जोर देकर कहा कि इस पूरे अभियान का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर उजागर करना था और इस लक्ष्य को पाने में प्रतिनिधिमंडल सफल रहा। उन्होंने बताया कि जो टीमें विदेशों में गई थीं उन्होंने वहां ऐसी सोच की नींव रखी जो भविष्य में भारत की विदेश नीति को और मजबूती देगी। यह प्रयास न केवल पाकिस्तान की पोल खोलने वाला रहा बल्कि भारत की लोकतांत्रिक ताकत और एकजुटता का प्रतीक भी बन गया। उन्होंने कहा कि चाहे किसी का राजनीतिक मतभेद हो लेकिन जब देश की बात आती है तो सबको एक साथ खड़ा होना चाहिए और यही सच्चा राष्ट्रधर्म है।