America ने 1100 भारतीय अवैध प्रवासियों को वापस भेजा, DHS ने दी जानकारी
America: अमेरिका ने अवैध रूप से वहां रह रहे 1100 भारतीय नागरिकों को एक विशेष चार्टर उड़ान के माध्यम से भारत भेजा है। यह जानकारी अमेरिका के गृह सुरक्षा विभाग (DHS) ने शुक्रवार को दी। DHS के वरिष्ठ अधिकारी क्रिस्टी ए. कनेगालो ने कहा कि यह कदम भारतीय सरकार के सहयोग से उठाया गया है।
DHS की प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी
DHS ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह घोषणा की कि अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीय नागरिकों के एक समूह को निष्कासित किया गया है। इस अवसर पर, DHS ने अवैध प्रवासियों को सही जानकारी देने के लिए एक चेतावनी भी जारी की और कहा कि प्रवासियों को गलत सूचना देने वाले दलालों के जाल में नहीं फंसना चाहिए।
अवैध प्रवासियों की वापसी
क्रिस्टी ए. कनेगाल ने बताया कि “अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीय नागरिकों को वापस भेजा जाएगा।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि DHS अन्य देशों के साथ भी संपर्क में है ताकि वहां के अवैध प्रवासियों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जा सके। यह कदम अवैध प्रवासन को कम करने और सुरक्षित और कानूनी मार्गों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उठाया गया है।
अमेरिका के विभिन्न देशों के नागरिकों का निष्कासन
पिछले वर्ष, DHS ने कोलंबिया, इक्वाडोर, पेरू, मिस्र, मोरिटानिया, सेनेगल, उज्बेकिस्तान, चीन और भारत जैसे कई देशों के नागरिकों को निष्कासित किया है। DHS के सीमा और आव्रजन नीति के सहायक सचिव रॉयस मरे ने इस निष्कासन के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में लगभग 1,100 भारतीय नागरिकों का निष्कासन किया गया था, जो 30 सितंबर को समाप्त हुआ।
चार्टर उड़ान की विशेषताएँ
22 अक्टूबर को हुई चार्टर उड़ान के बारे में DHS अधिकारी ने कहा कि इस उड़ान में “कोई नाबालिग नहीं था” और सभी यात्री वयस्क पुरुष और महिलाएँ थीं। यह बात यह दर्शाती है कि इस विशेष उड़ान में केवल वयस्क प्रवासियों को ही शामिल किया गया था, जो अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे थे।
वित्तीय वर्ष 2024 का डेटा
वित्तीय वर्ष 2024 के दौरान, DHS ने 160,000 से अधिक व्यक्तियों को निष्कासित किया और 145 देशों में 495 से अधिक अंतरराष्ट्रीय पुनर्प्राप्ति उड़ानों का संचालन किया, जिसमें भारत भी शामिल है। DHS ने यह स्पष्ट किया है कि यह लगातार विदेशी सरकारों के साथ मिलकर उन नागरिकों की पुनर्प्राप्ति में मदद करता है, जिनके पास अमेरिका में रहने का कानूनी आधार नहीं है।
अवैध प्रवासन पर सरकार की नीति
DHS की यह कार्रवाई अमेरिका में अवैध प्रवासन को नियंत्रित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह प्रवासन नीति को लागू करने के लिए आवश्यक है, जिससे अमेरिका में अवैध रूप से रहने वालों की संख्या को कम किया जा सके। इसके साथ ही, यह कदम उन लोगों के लिए एक चेतावनी है जो अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे हैं।
प्रवासियों के लिए चेतावनी
DHS ने प्रवासियों को सलाह दी है कि वे अवैध तरीके से अमेरिका में प्रवेश करने के लिए प्रवासी दलालों पर भरोसा न करें। इन दलालों द्वारा दी गई गलत जानकारी के कारण कई लोग मुश्किलों में पड़ जाते हैं। DHS ने यह भी कहा कि प्रवासियों को अपनी स्थिति को सुधारने के लिए कानूनी मार्गों का चयन करना चाहिए।
भारतीय समुदाय की प्रतिक्रिया
भारत में, इस निर्णय के प्रति विभिन्न प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं। कई लोग इसे भारतीय प्रवासियों के लिए एक चेतावनी के रूप में देख रहे हैं, जबकि अन्य इसे अमेरिका में अवैध प्रवास के खिलाफ एक सख्त कदम मानते हैं। यह स्थिति उन भारतीय नागरिकों के लिए चिंताजनक हो सकती है जो अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे हैं और अपने भविष्य को लेकर अनिश्चितता महसूस कर रहे हैं।
DHS द्वारा उठाए गए इस कदम का मुख्य उद्देश्य अवैध प्रवासन को नियंत्रित करना और उन नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करना है, जो बिना किसी कानूनी आधार के अमेरिका में रह रहे हैं। यह कार्रवाई अमेरिका और भारत के बीच सहयोग का एक उदाहरण है और साथ ही प्रवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश भी है। आगे भी, यदि प्रवासियों को अवैध तरीके से अमेरिका में रहने की योजना है, तो उन्हें इसके गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ सकता है।