Amit Shah: ‘एजेंसियों को आंतरिक सुरक्षा की नई चुनौतियों से निपटने पर काम करना चाहिए’, अमित शाह बोले – आतंकवादी फंडिंग को रोकना होगा
Amit Shah: गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नक्सल समस्या, जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद और पूर्वोत्तर में अलगाववाद जैसी पुरानी आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों पर काफी हद तक सफलता हासिल करने के बाद अब सुरक्षा एजेंसियों को नई चुनौतियों से निपटने पर काम करना चाहिए। उन्होंने नए खतरों जैसे मादक पदार्थों की तस्करी, ड्रोन का दुरुपयोग और ऑनलाइन अपराधों का उदाहरण देते हुए कहा कि इन समस्याओं को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बनने से पहले ही रोकना होगा।
गृह मंत्री ने यह बयान राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीतियों पर आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन के अंतिम दिन दिया। उन्होंने राज्यों के पुलिस महानिदेशकों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक एक समृद्ध, सशक्त और विकसित भारत के निर्माण के दृष्टिकोण के अनुसार काम करने की अपील की।
नई आपराधिक कानूनों को पूरी तरह से लागू करने की अपील
अमित शाह ने राज्यों के पुलिस महानिदेशकों से नए आपराधिक कानूनों को पूरी तरह से लागू करने की अपील की और कहा कि यह नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करने और पीड़ितों को त्वरित और समयबद्ध न्याय सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि केवल मानसिकता में बदलाव, प्रौद्योगिकी को अपनाने और समन्वय से ही नए कानूनों का परिवर्तनकारी प्रभाव प्राप्त किया जा सकता है।
गृह मंत्री ने जोर देकर कहा कि पुलिस महानिदेशकों को यह सुनिश्चित करने के लिए युवा पुलिस अधिकारियों की टीमों का गठन करना चाहिए कि नए कानूनों का पालन सही तरीके से और पूर्णता में हो। उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों द्वारा आतंकवाद और नक्सलवाद पर काबू पाने में मिली सफलता की सराहना की, लेकिन साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि आतंकवाद के खिलाफ अभियान को नई ऊंचाइयों तक ले जाना होगा।
आतंकवाद और नक्सलवाद की फंडिंग पर रोक लगाना जरूरी
अमित शाह ने यह भी कहा कि आतंकवाद और नक्सलवाद की फंडिंग को पूरी तरह से बंद करना होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि आतंकी संगठनों को वित्तीय समर्थन मिलने से ही वे अपनी गतिविधियों को अंजाम दे पाते हैं और इस वजह से इनकी फंडिंग रोकना आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। गृह मंत्री ने जोर देकर कहा कि जब तक आतंकवादी संगठनों की वित्तीय धारा बंद नहीं की जाती, तब तक देश में शांति और स्थिरता कायम नहीं हो सकेगी।
ड्रोन और ऑनलाइन अपराध से निपटने की चुनौती
गृह मंत्री ने ड्रोन के दुरुपयोग और ऑनलाइन अपराधों को भी गंभीर चुनौती बताया। उन्होंने कहा कि आजकल ड्रोन का उपयोग मादक पदार्थों और हथियारों की तस्करी के लिए किया जा रहा है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा है। इसके अलावा, साइबर अपराध के माध्यम से देश की सुरक्षा को चुनौती दी जा रही है। उन्होंने कहा कि इन समस्याओं से निपटने के लिए सुरक्षा एजेंसियों को तकनीकी कौशल और संसाधनों से लैस होना होगा।
राज्यों के पुलिस बलों के लिए गृह मंत्री की सलाह
अमित शाह ने राज्यों के पुलिस बलों को सलाह दी कि वे नई चुनौतियों से निपटने के लिए अपनी रणनीतियों में बदलाव करें। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए केवल पारंपरिक तरीकों पर निर्भर नहीं रहा जा सकता है। हमें नई तकनीकों का अधिक से अधिक उपयोग करना होगा और अपराधियों की बदलती रणनीतियों से दो कदम आगे रहना होगा।
उन्होंने कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी एक अंतरराष्ट्रीय समस्या बन गई है और इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है। साथ ही, उन्होंने कहा कि मादक पदार्थों की लत से देश का युवा वर्ग प्रभावित हो रहा है और इसे रोकने के लिए पुलिस और अन्य एजेंसियों को सामूहिक रूप से काम करना होगा।
2047 के भारत के दृष्टिकोण पर जोर
गृह मंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक भारत को एक सशक्त, समृद्ध और विकसित राष्ट्र बनाने के दृष्टिकोण को दोहराते हुए कहा कि इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आंतरिक सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक देश के अंदर शांति और कानून व्यवस्था नहीं होगी, तब तक विकास की दिशा में काम करना मुश्किल होगा।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों को सिर्फ वर्तमान चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय भविष्य की संभावित समस्याओं पर भी काम करना होगा। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि देश में कोई भी आंतरिक या बाहरी ताकत हमारी सुरक्षा को कमजोर न कर सके।