दिल्ली पुलिस हवलदार सुसाइड केस में सीपी से लगाई गिरफ्तारी की गुहार,2 गांवों में मातम और तनाव ?

सत्य ख़बर,गुरुग्राम,सतीश भारद्वाज: गुरुग्राम में दिल्ली पुलिस से रिटायर्ड हेड कॉन्स्टेबल सुसाइड मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पीड़ित परिजन पुलिस कमिश्नर से मिलकर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी करने की गुहार लगाई है।
मिली जानकारी के अनुसार गांव डूंडाहेड़ा निवासी बालकिशन यादव वगैरह ने गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा से मिलकर उसके मृतक भाई वेद प्रकाश की जमीन को उसके दोस्त देवेंद्र वगैरह द्वारा धोखाधड़ी से बेचने से दुखी होकर सल्फास की गोलियां खाकर जीवन लीला समाप्त कर थी। जिसमें पुलिस ने अभी तक भी आरोपियों को नहीं पकड़ पाई है, जिससे पीड़ित परिजनों में निराशा बनी हुई है। जिसपर उन्होंने एक लिखित दरखास्त देकर आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की गुहार लगाई है।
बता दें कि मृतक वेदप्रकाश यादव ने 10 साल पहले दिल्ली पुलिस से स्वैच्छिक रिटायरमेंट (VRS) ली थी तथा हाल ही में वह हेलीमंडी क्षेत्र में अपनी जमीन पर फार्म हाउस बनाकर रह रहा था। जो जमीन उन्होंने तथा उनके बचपन के दोस्त गांव मोलाहेडा निवासी देवेंद्र ने ऊर्मिला सोनी से 12 अप्रैल 2022 को 25 लख रुपए में खरीदी थी। जिसमें मृतक वेद प्रकाश बतौर गवाह के रूप में हाजिर था। वही मृतक द्वारा पुलिस में दी गई शिकायत के अनुसार बताया गया है कि क्षेत्र में टुकड़ों में रजिस्ट्री ना होने के कारण आपसी समझौते के तहत उन्होंने सेल डीड देवेंद्र यादव की पुत्रवधू सोनिया यादव के नाम कर दी थी। वहीं यह भी समझौता किया गया था कि जब उक्त जमीन को कभी बेच जाएगा तो दोनों पक्ष आधा-आधा हिस्सा आपस में बांट लेंगे।
लेकिन इसके बाद भी देवेंद्र, भूपेंद्र, सोनिया वगैरा ने उनसे बिना बताए बिना सहमति के धोखाधड़ी करते हुए उक्त जमीन को कविता पत्नी राजकुमार निवासी हेलीमंडी को 1 करोड़ 81 लाख रूपयों में फरवरी 2025 में बैच दी। जब इस बात का मृतक को पता चला तो मानो उसके पांव से जमीन ही खिसक गई हो। निराश होकर उसने अपने हिस्से के पैसे मांगे तो आरोपी आनाकानी करने लगे, जिसकी शिकायत उन्होंने डीसीपी मानेसर को 5 मार्च 2025 को स्पीड पोस्ट से भेजी तथा एसडीएम पटौदी से भी स्वयं मिलकर न्याय की गुहार लगाई।
जिस पर हेली मंडी चौकी के एएसआई सुरेंद्र ने 18 मार्च को चौकी में बुलाकर एएसआई प्रदीप से उनके बयान दर्ज कराए तथा मृतक के साथ अभद्र व्यवहार भी किया। वहीं इस मामले को भूलने के लिए अपने साले राजकुमार को जो मृतक का समधी भी है,उसको 25 लाख रुपए देकर उसके पास भेजा था। जबकि उसका आधा हिस्सा ही करीब 90 लाख बनता था। इसी दुख, निराशा और धोखाधड़ी को सहन नहीं कर पाया हेड कांस्टेबल और जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी।
क्या कहते हैं गांव मोलाहेडा के ग्रामीण
इस मामले में जिसपर आरोप लगे हैं देवेंद्र वगैरा मोलाहेड़ा तथा नजदीकी गांव डूणडाहेडा के मृतक वेद प्रकाश की बचपन से ही अच्छी दोस्ती थी जो की रिश्तेदारी में भी बदल गई थी। देवेन्द्र के साले की लड़की वेद प्रकाश के लड़के की पुत्रवधू है, तथा उक्त हेली मंडी की विवादित जमीन में वेद प्रकाश ने बैंक के मार्फत भी पैसे अदा किए थे। वहीं गांव मोलाहेडा के ग्रामीणों का कहना था कि देवेंद्र वगैरा का परिवार भी एक सभ्य रसूखदार परिवार है, लेकिन पता नहीं किस वजह गलतफहमी में दोनों परिवार के बीच में इतना मनमुटाव आ गया है जिसमें कि जहां बचपन की दोस्ती टूट गई, वहीं एक की जान चली गई। जिससे दोनों पड़ोसी गांव के लोगों में आपसी तनाव तथा मातम छाया हुआ है।