Bathinda के गांव पथराला में दिवाली की रात पटाखे फोड़ने को लेकर दो पक्षों में भिड़ंत हो गई, जो धीरे-धीरे खूनी संघर्ष में तब्दील हो गई। दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी हुई, जिससे तीन लोग घायल हो गए, जिनमें से एक युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई। यह घटना पंचायत चुनावों से चली आ रही दुश्मनी का परिणाम बताई जा रही है।
घटना की पूरी जानकारी
दिवाली की रात, जब लोग खुशियों के बीच पटाखे फोड़ रहे थे, गांव पथराला में एक समूह ने दूसरे समूह पर पटाखे फोड़ने को लेकर आरोप लगाया। इस विवाद ने जल्द ही हिंसक रूप धारण कर लिया। एक पक्ष ने दुसरे पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके परिणामस्वरूप तीन लोग घायल हो गए। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान गगनदीप सिंह उर्फ गग्गू की मृत्यु हो गई।
गग्गू के बारे में बताया गया कि वह अपने घर पर रात का खाना खाने के बाद अपने दोस्तों के साथ जन्मदिन का केक काटने के लिए बाहर गया था, जहां उसे पहले से मौजूद एक प्रतिकूल समूह से बहस का सामना करना पड़ा। यह बहस जल्दी ही दोनों पक्षों के बीच खूनी झड़प में बदल गई।
गोलीबारी का सिलसिला
गोलीबारी के दौरान गग्गू और उसके मित्र मंदीप सिंह को गोली लगी, जबकि दूसरे पक्ष का जगीर सिंह भी घायल हुआ। इस घटना के तुरंत बाद सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। जहां गग्गू की मौत हो गई, वहीं जगीर सिंह और मंदीप सिंह का इलाज चल रहा है।
गांववालों ने बताया कि दिवाली के पटाखों के शोर में किसी को गोलीबारी की आवाज सुनाई नहीं दी, जिससे यह घटना जल्दी सामने नहीं आ सकी। गग्गू अविवाहित था और अपने पिता के साथ कृषि में काम करता था।
पुलिस का बयान
भटिंडा पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने कहा कि मृतक के परिवार के सदस्यों के बयान के बाद ही इस हत्या के कारण का पता चलेगा। पुलिस उपायुक्त ग्रामीण, हीना गुप्ता ने भी इस संबंध में बयान दिया। उन्होंने कहा कि “हमें शुक्रवार रात गांव पथराला में दो पक्षों के बीच खूनी झड़प की जानकारी मिली है। इसमें एक युवक की गोली लगने से मौत हो गई है, जबकि दो अन्य घायल हैं। मृतक के परिवार के बयान के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।”
पंचायत चुनावों की दुश्मनी
स्थानीय निवासियों के अनुसार, यह विवाद पंचायत चुनावों के दौरान से चल रहा था, जिसके कारण दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ गया था। पुलिस का कहना है कि वे दुश्मनी के कारणों को समझने के लिए मृतक के परिवार वालों के बयान पर ध्यान देंगे।
इस घटना ने न केवल गांव पथराला में बल्कि पूरे क्षेत्र में एक बार फिर से सुरक्षा और कानून-व्यवस्था के मुद्दों को उठाया है। पुलिस को यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसी घटनाएं फिर से न हों और गाँवों में शांति बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाने होंगे। गांववाले इस घटना के बाद सहमे हुए हैं और सभी न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।
इस घटना ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि अवैध हथियारों का प्रयोग केवल कानून के लिए ही नहीं, बल्कि समाज के लिए भी एक गंभीर खतरा है। इस प्रकार की हिंसा केवल व्यक्तियों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे समुदाय के लिए विनाशकारी होती है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस अब इस मामले की गहन जांच कर रही है और आरोपियों की पहचान करने का प्रयास कर रही है। घटना के बाद से गांव में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और पुलिस सभी संभावित गवाहों के बयान ले रही है। इस मामले में न्याय की उम्मीद करते हुए स्थानीय निवासियों ने पुलिस से उचित कार्रवाई की मांग की है।