बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के आए अच्छे परिणाम
सत्यखबर तरावड़ी (रोहित लामसर) – प्रदेश में पिछले सालों में घट रहे बेटियों की संख्या के लिंगानुपात को बढ़ाने के लिए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के परिणाम सकारात्मक रहे हैं। अभियान के बाद एक तरफ जहां बेटियों की संख्या बढ़ी हैं, वहीं बेटियों के प्रति लोगों की सोच में भी बदलाव आया है। बातचीत के दौरान शहर की महिलाओं ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाए गए बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ अभियान के परिणाम अच्छे आए हैं। विधायक भगवानदास कबीरपंथी की पत्नी सविता कबीरपंथी ने कहा कि केंद्र के साथ-साथ प्रदेश सरकार ने बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ अभियान का हिस्सा बनकर लिंगानुपात में काफी सुधार लाने का काम किया हैं। अब बेटियों की संख्या बढ़ी है।
नगरपालिका की चेयरमैन रेखा कबीरपंथी ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या एक जघन्य अपराध है। इस बुराई को खत्म करने के लिए सभी को आगे आना होगा। हमें बेटियों के प्रति सोच बदलने की जरूरत है। सिरी गुरु तेग बहादुर पब्लिक स्कूल की प्रिंसीपल सर्वजीत कौर ने कहा कि शिक्षित बेटियों मां-बाप का नाम रोशन करती हैं। हमें बेटियों को ज्यादा से ज्यादा शिक्षित कर उन्हें आगे बढऩे का मौका देना चाहिए। कवित्री एवं साहित्यकार डा. कान्ता वर्मा ने कहा कि जैसे-जैसे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत भू्रणं हत्या के चलते लिंगानुपात में भारी असंतुलन को संतुलित किया गया है। वैसे ही हमें अब खुद भी जागरूक होकर बेटी बचाने की मुहिम का हिस्सा बनकर लोगों को जागरूक करना होगा।
सेंट पॉल डिवाईन स्कूल की चेयरपर्सन प्रीती गुप्ता ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या पाप ही नहीं, बल्कि कानून की दृष्टि से एक अपराध भी है। एक सभ्य और जागरूक समाज के निर्माण के लिए बेटा और बेटी दोनों के साथ बराबर का व्यवाहर होना जरूरी है। ब्रेन ओ ब्रेन की संचालिका रेनू गुप्ता ने कहा कि जब सृष्टि की नजर में लडक़ा व लडक़ी में कोई अंतर नहीं है तो फिर क्यों हम सृष्टि की नजर को दरकिनार कर रहे हैं। सृष्टि को स्वीकार करने में ही हम सबकी भलाई है। सभी महिलाएं सविता कबीरपंथी, रेखा कबीरपंथी, सर्वजीत कौर, डा. कान्ता वर्मा, प्रीती गुप्ता व रेनू गुप्ता ने कहा कि अभिभावकों को भी चाहिए कि वह बेटियों को बेटे जैसा प्यार दें। दोनों के साथ बराबर का व्यवहार करें, ताकि बेटियां खुद को नजरांदाज न समझे।