सत्यखबर
देश में कोरोना वायरस के बढ़ रहे खतरों को देखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी गई थी. जिसके बाद रिजल्ट के लिए 13 सदस्य की कमेटी बनाई गई थी। कमेटी को 10 दिन का समय दिया गया था। वहीं गुरुवार यानि आज गठित कमेटी सुप्रीम कोर्ट को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. बता दें कि कमेटी की इस रिपोर्ट में सीबीएसई और आईसीएसई की 12वीं की परीक्षा का मार्किं ग क्राइट्रेरिया दिया जाएगा.
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बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने इससे पहले केंद्र, सीबीएसई और काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) को 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए परिणाम घोषित करने के मानदंड के बारे में सूचित करने के लिए दो सप्ताह का समय दिया था. वहीं CBSE ने अब स्कूल बेस्ड असेसमेंट और प्रैक्टिकल टेस्ट के मोड में बदलाव को लेकर नया सर्कुलर भी जारी किया है. बोर्ड ने अपने संबद्ध स्कूलों को लंबित आंतरिक या व्यवहारिक परीक्षाओं को ऑनलाइन पूरा करने के लिए कहा है.
बोर्ड अधिकारियों का कहना है कि सीबीएसई बोर्ड 12वीं के छात्रों को मार्क्स के बजाए ग्रेड देने के सुझाव पर विचार कर रहा है. बारहवीं के रिजल्ट के लिए कहा जा रहा है कि इसमें प्री बोर्ड, 10वीं और 11वीं के नंबर जोड़कर इसे तैयार किया जा रहा है. अब यह कल पूरी तरह स्पष्ट हो जाएगा.
आपको बता दें 4 जून को सीबीएसई ने असेसमेंट पॉलिसी तय करने के लिए 13 सदस्यीय एक समिति का गठन किया था समिति को रिपोर्ट तैयार करने के लिए दस दिन का समय दिया गया था. रिजल्ट को लेकर कई तरह के असेसमेंट पर बात हो रही है इसमें एक तरीका ये भी है कि बोर्ड 10वीं के फाइनल मार्क्स और 12वीं के आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर भी रिजल्ट तैयार कर सकता है. इसके अलावा सरकार ने पहले ही ये तय कर दिया था कि अगर छात्र अपने रिजल्ट से खुश नहीं हैं तो कोरोना से बिगड़े हालात सामान्य होने पर इसमें अंक सुधार के लिए आवेदन कर सकेंगे.
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