CBSE पेपर लीक कांड में बड़ा खुलासा
सत्यखबर,रोहतक ( राजेंद्र राठी)
पेपर लीकेज मामला और प्रभाष जोशी
मूर्धन्य पत्रकार स्वर्गीय प्रभाष जोशी जी कि वो पंक्तियां याद आ रही हैं जो उन्होंने 2009 में हरियाणा के वरिष्ठ पत्रकार पवन बंसल के बारे में कही थीं। बंसल की किताब” खोजी पत्रकारिता क्यों और कैसे ” के विमोचन पर रोहतक पधारे जोशी जी ने कहा था ‘ पवन बंसल ऐसे पत्रकार हैं जो खबरों के पीछे नहीं भागते बल्कि खबरें उनके पीछे भागती हैं ‘। बंसल ने जोशी जी के उक्त कथन को एक बार फिर साबित किया है ।
समाचार पत्रों की सुर्खियां बने CBSE के पेपर लीकेज मामले को सर्वप्रथम पवन बंसल ने ही उजागर किया है। बुधवार को दसवीं का गणित का पेपर 10:30 बजे शुरू हुआ था । ज्यों ही पेपर शुरू हुआ पवन बंसल ने इस मामले में अपने नियमित कॉलम गुस्ताखी माफ में यह खबर सोशल मीडिया पर जारी कर दी। बतौर पवन बंसल उन्होंने इस खबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शिक्षा मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को भी ट्वीट किया था । पता चला है कि प्रधानमंत्री ने खबर पढ़ने के बाद जावड़ेकर को बुलाया तथा इस मामले में हस्तक्षेप करने को कहा । यह भी पता चला है कि शिक्षा मंत्री जावड़ेकर ने CBSE चेयरमैन को बुलाकर इस मामले में लंबा विचार विमर्श किया । परिणाम स्वरुप 2 घंटे बाद पेपर रद्द कर दिया गया तथा शाम को दिल्ली पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज की । पवन बंसल का कहना है कि उनके पास इस सारे मामले की एक ऑडियो है जिसमें एक व्यक्ति दावा कर रहा है कि दक्षिण हरियाणा के कई स्कूल मलिको को गणित का पेपर ही नहीं बल्कि सारे पेपरों की कापी मिली हुई थीं। जो ऑडियो पवन बंसल के पास है उसमें यह भी दावा किया गया है कि पिछले साल भी सारे पेपर लीक हुए थे मगर स्कूल संचालकों के रसूख के कारण उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई गौरतलब है कि बुधवार को रद्द हुए दसवीं के पेपर की कॉपी दक्षिण हरियाणा में 500 ₹500 में बिक रही थी । अब सवाल यह उठता है कि जिस जिले में यह पेपर बिक रहा था उस जिले का प्रशासन व CID वाले क्या कर रहे थे ? उधर, दिल्ली पुलिस कह रही है कि यह लीकेज दिल्ली तक ही सीमित है। बाकी जांच की जा रही है,अगर बाहरी संबंध मिले तो उन्हें भी जांच के दायरे में लिया जाएगा । हालांकि पवन बंसल यह दावा कर रहे हैं कि इस लीकेज घोटाले के तार हरियाणा से जुड़े हैं मगर प्रदेश की पुलिस इस बारे में चुप है ।