ChatGPT Down: दुनिया भर में ChatGPT की रुकावट, क्या है इस डिजिटल ड्रामे का क्लाइमेक्स?

ChatGPT Down: मंगलवार को OpenAI का पॉपुलर एआई चैटबॉट ChatGPT अचानक दुनियाभर में डाउन हो गया। लाखों यूजर्स ने इसकी शिकायतें दर्ज कीं और आउटेज ट्रैकिंग वेबसाइट ‘डाउन डिटेक्टर’ पर लगातार रिपोर्ट्स आती रहीं। दोपहर 3 बजे तक भारत से 600 से ज्यादा यूजर्स ने ChatGPT के न चलने की शिकायत की जबकि अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम से यह आंकड़ा 1000 पार कर गया। इससे साफ हो गया कि यह कोई लोकल या नेटवर्क इश्यू नहीं था बल्कि चैटजीपीटी पूरी तरह से ग्लोबली डाउन हो गया था।
यूजर्स को मिला ‘नेटवर्क एरर’ मैसेज
लगातार बढ़ती शिकायतों के बीच यूजर्स को एक सामान्य मैसेज दिखाई देने लगा जिसमें लिखा था कि “यह एक नेटवर्क एरर है। कृपया अपना कनेक्शन चेक करें और दोबारा कोशिश करें। अगर यह समस्या लगातार बनी रहती है तो कृपया help.openai.com के जरिए संपर्क करें।” जानकारी के मुताबिक, यह समस्या दोपहर 12:30 बजे के आसपास शुरू हुई थी और अगले तीन घंटों में इसके आउटेज की रिपोर्ट्स तेजी से बढ़ने लगीं। कई यूजर्स जो एआई चैटबॉट का उपयोग लगातार करते हैं वे इस डाउनटाइम से काफी परेशान हो गए क्योंकि उनकी चैट्स बीच में रुक गईं।
अप्रैल में भी हुआ था चैटजीपीटी डाउन
यह पहली बार नहीं है जब ChatGPT डाउन हुआ है। अप्रैल की शुरुआत में भी यह एआई चैटबॉट अचानक काम करना बंद कर गया था। उस समय ChatGPT के डाउन होने की वजह ‘GHIBLI ट्रेंड’ को माना गया था। यह ट्रेंड उस समय इंटरनेट पर वायरल हो गया था जब OpenAI ने Ghibli स्टाइल में इमेज जनरेट करने वाला फीचर लॉन्च किया था। लोगों ने इस फीचर का इतना अधिक इस्तेमाल किया कि कंपनी के GPU यानी ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स पर भारी लोड पड़ गया। इसी वजह से सर्वर क्रैश हो गया और चैटजीपीटी कुछ समय के लिए बंद करना पड़ा।
सीईओ ने खुद बताई थी GPU के पिघलने की बात
अप्रैल वाले डाउनटाइम के समय OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने खुद एक ट्वीट कर बताया था कि Ghibli फीचर की वजह से सर्वर पर बहुत अधिक लोड आ गया है और “लोग इतने ज्यादा Ghibli इमेज बना रहे हैं कि हमारे GPU पिघलने लगे हैं।” शुरुआत में कंपनी ने इस टूल को लिमिटेड यूज के लिए लॉन्च किया था लेकिन जब लोगों की दीवानगी बढ़ती गई तो इसकी लिमिट हटा दी गई। इसके बाद भारी ट्रैफिक ने सर्वर को डाउन कर दिया। अब एक बार फिर ChatGPT का डाउन हो जाना यूजर्स के लिए एक झटका साबित हुआ है और इससे कंपनी की तकनीकी चुनौतियों का भी अंदाज़ा लगाया जा सकता है।