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CM Bhagwant Mann ने मरीयम नवाज के बयान पर दिया मजेदार जवाब, कहा- “तुम भी एक पत्र लिख दो”

CM Bhagwant Mann: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पाकिस्तान के पंजाब की मुख्यमंत्री मरीयम नवाज शरीफ के बयान पर मजेदार प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने पंजाब में पराली जलाने से होने वाली प्रदूषण की समस्या पर टिप्पणी की थी। मरीयम नवाज ने दावा किया था कि वह भगवंत मान को पत्र लिखेंगी, क्योंकि उनकी धुंआ लाहौर पहुंचता है, जिसके जवाब में सीएम मान ने कहा कि अगर उनका धुंआ केवल घूम रहा है, तो इसे क्या समझा जाए?

सीएम भगवंत मान ने मरीयम नवाज के बयान पर दी प्रतिक्रिया

सीएम भगवंत मान ने अपने बयान में कहा, “मरीयम नवाज, पाकिस्तान के पंजाब की मुख्यमंत्री और नवाज शरीफ की बेटी हैं, उन्होंने कहा कि मैं भगवंत मान को एक पत्र लिखूंगी, क्योंकि हमारा धुंआ लाहौर तक पहुंचता है। लेकिन यहां दिल्ली के लोग कहते हैं कि उनका धुंआ दिल्ली आ रहा है। तो मैंने कहा, क्या हमारा धुंआ सिर्फ घूमता ही रहता है?” इस तरह से उन्होंने मरीयम नवाज के बयान पर हंसी मजाक में टिप्पणी की।

भगवंत मान ने आगे कहा, “पाकिस्तान से लोग पहले ही हमें परेशान कर रहे हैं, अब तुम भी हमें परेशान करने आ गई हो। तुम भी एक पत्र लिख दो। पहले एक पाकिस्तानी महिला हमें परेशान कर रही थी, अब तुम भी यह काम कर रही हो।”

CM Bhagwant Mann ने मरीयम नवाज के बयान पर दिया मजेदार जवाब, कहा- "तुम भी एक पत्र लिख दो"

प्रदूषण पर रोकथाम के लिए किसी पर आरोप न लगाएं – सीएम भगवंत मान

सीएम मान ने कहा कि प्रदूषण की समस्या को लेकर कोई आरोप-प्रत्यारोप नहीं होना चाहिए। यह एक सामान्य समस्या है और इसे मिलजुल कर हल किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और हरियाणा जैसे राज्यों में भी प्रदूषण की समस्या है, और सभी राज्यों को इस पर मिलकर काम करना चाहिए ताकि यह समस्या सुलझाई जा सके।

उन्होंने कहा, “हम सभी राज्यों को मिलकर प्रदूषण की समस्या का समाधान करना चाहिए, न कि किसी एक राज्य पर आरोप लगाकर इसे बढ़ाना चाहिए। प्रदूषण को लेकर कोई भी आरोप-प्रत्यारोप नहीं होना चाहिए, बल्कि इस पर सभी को एकजुट होकर काम करना चाहिए।”

पराली जलाने के मामलों में नहीं आ रही कमी

हालांकि, पंजाब सरकार ने पराली जलाने पर जुर्माना दोगुना कर दिया है, फिर भी पराली जलाने के मामलों में कोई कमी नहीं आ रही है। बुधवार को भी स्थिति पहले से खराब हो गई थी। राज्य में अधिक धुंआ और धुंध की वजह से हालात ऐसे बन गए थे कि लोग घर से बाहर निकलने से पहले दो बार सोच रहे थे। सड़क पर दृश्यता बहुत कम थी और वायु प्रदूषण की वजह से सांस लेना भी मुश्किल हो रहा था।

राज्य में अब तक 7,621 जगहों पर पराली जलाने के मामले दर्ज हो चुके हैं। विशेष रूप से सर्दी के मौसम में घना कोहरा और धुंआ दोनों मिलकर एक बड़े गैस चेम्बर जैसा माहौल बना रहे हैं। जिस तरह से सर्दी में कोहरा छाया रहता है, ठीक वैसे ही पंजाब में इस वक्त भारी धुंआ और स्मॉग का असर है।

स्मॉग ने पंजाब को गैस चेम्बर में बदल दिया

पंजाब में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है, और लोग घरों से बाहर निकलने से पहले सोचने पर मजबूर हो गए हैं। बुधवार की सुबह सड़कों पर स्मॉग की वजह से दृश्यता में कमी देखी गई। लोग कार में चलते हुए भी कागज की मदद से हवा को साफ करने की कोशिश कर रहे थे, ताकि वे अपनी यात्रा को सुरक्षित बना सकें।

पाकिस्तान में भी प्रदूषण ने लिया खतरनाक रूप

पाकिस्तान में भी प्रदूषण ने खतरनाक रूप ले लिया है। पाकिस्तान में भी पंजाब राज्य के अन्य शहरों में प्रदूषण की स्थिति गंभीर हो गई है। सीमा के दोनों ओर पंजाब के लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं, और इसके समाधान के लिए दोनों देशों को मिलकर काम करने की जरूरत है।

सीएम भगवंत मान ने प्रदूषण के समाधान के लिए की अपील

सीएम भगवंत मान ने इस मामले में दोनों देशों से मिलकर समाधान निकालने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह समस्या कोई एक राज्य या एक देश की नहीं है, बल्कि यह एक वैश्विक समस्या बन चुकी है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदूषण के समाधान के लिए सभी राज्यों को एकजुट होना चाहिए, और इससे निपटने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।

“हम सभी को प्रदूषण के खिलाफ एकजुट होकर काम करना होगा, तभी हम इस समस्या को हल कर सकते हैं। यह किसी एक राज्य या देश की जिम्मेदारी नहीं हो सकती। यह एक वैश्विक समस्या है, और इसके समाधान के लिए हर किसी को योगदान देना होगा,” सीएम मान ने कहा।

सीएम भगवंत मान का यह बयान न केवल प्रदूषण की समस्या को लेकर एक हास्यपूर्ण टिप्पणी थी, बल्कि यह इस बात को भी उजागर करता है कि प्रदूषण का समाधान मिलजुल कर ही संभव है। प्रदूषण को लेकर किसी भी राज्य या देश पर आरोप लगाना इसे बढ़ावा देता है, जबकि इसके समाधान के लिए संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता है।

पंजाब की स्थिति को देखते हुए, यह स्पष्ट है कि प्रदूषण का स्तर खतरनाक हो चुका है, और इसके समाधान के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। चाहे वह पराली जलाने पर नियंत्रण हो या फिर अन्य प्रदूषण के कारणों पर काम करना हो, सभी को एकजुट होकर काम करने की जरूरत है ताकि प्रदूषण की समस्या का समाधान निकाला जा सके।

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