Delhi Assembly Election: केजरीवाल ने हरदीप सिंह पुरी की गिरफ्तारी क्यों मांगी? दिल्ली में वोटर लिस्ट विवाद का सच

Delhi Assembly Election: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच वोटर लिस्ट से नाम हटाने और जोड़ने को लेकर विवाद अपने चरम पर पहुंच गया है। इस मुद्दे पर सोमवार को एक बार फिर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय मंत्री हरीदीप सिंह पुरी पर हमला बोला। रोहिंग्याओं को दिल्ली में बसाने के मुद्दे पर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने केंद्रीय मंत्री पुरी की गिरफ्तारी की मांग की।

अरविंद केजरीवाल का आरोप

अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा, “मैं केंद्रीय मंत्री हरीदीप सिंह पुरी की गिरफ्तारी की मांग करता हूं। उनके पास यह पूरी जानकारी है कि रोहिंग्याओं को कहां और कैसे बसाया गया है – उन्होंने इस बारे में ट्वीट किया था। हरीदीप सिंह पुरी और अमित शाह के पास इस बात की पूरी जानकारी है कि रोहिंग्याओं को कहां और कैसे बसाया गया है।” केजरीवाल ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने जानबूझकर दिल्ली में रोहिंग्याओं को बसाया है ताकि वे चुनाव में वोट हासिल कर सकें।

हरीदीप सिंह पुरी का पलटवार

अरविंद केजरीवाल के बयान के बाद केंद्रीय मंत्री हरीदीप सिंह पुरी ने भी पलटवार किया। उन्होंने कहा, “यह वही (अरविंद) केजरीवाल और AAP हैं जो पहले कह रहे थे कि हम (बीजेपी) लोग रोहिंग्याओं को लाए हैं। क्या आपको लगता है कि रोहिंग्या बीजेपी को किसी भी स्थिति में वोट देंगे? AAP के लोग दिल्ली में उन्हें बसाकर वोट हासिल करना चाहते हैं।” पुरी ने आगे कहा कि लोकतंत्र के लिए यह बेहतर होगा अगर उनके नाम वोटर लिस्ट से हटा दिए जाएं।

हरीदीप सिंह पुरी का बयान

केंद्रीय मंत्री हरीदीप सिंह पुरी ने यह भी कहा कि दिल्ली के चुनाव परिणाम हरियाणा और महाराष्ट्र की तरह होंगे। उनका यह बयान दिल्ली के आगामी विधानसभा चुनावों के संदर्भ में था। उन्होंने यह भी दावा किया कि अरविंद केजरीवाल ने उनका पुराना ट्वीट देखा था, लेकिन उसी ट्वीट के कुछ घंटों बाद उसका स्पष्टीकरण नहीं देखा। पुरी ने यह भी कहा कि AAP नेताओं ने अभी तक कोई ऐसा रोहिंग्या नहीं लाया है, जिसे कहीं भी घर मिला हो।

पुरी ने केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा कि केजरीवाल का इरादा दिल्ली को नशे का केंद्र बनाने का है। उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल शराब घोटाले में जेल गए थे और उन्होंने मुख्यमंत्री निवास बनवाने के लिए भ्रष्टाचार किया है। पुरी का कहना था कि केजरीवाल के पास ऐसे बेतुके बयान देने का इतिहास है, और अंत में उन्हें कोर्ट में माफी मांगनी पड़ती है।

रोहिंग्याओं का मुद्दा और राजनीति

दिल्ली में रोहिंग्याओं को बसाने के मुद्दे को लेकर दिल्ली की राजनीति में इन दिनों तूफान मचा हुआ है। आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है। अरविंद केजरीवाल का कहना है कि बीजेपी जानबूझकर दिल्ली में रोहिंग्याओं को बसाकर उनका वोट बैंक बनाने की कोशिश कर रही है। वहीं, बीजेपी का दावा है कि रोहिंग्याओं को बसाने का काम AAP द्वारा किया गया है, और वे इन्हें वोटों के लिए दिल्ली में बसाने की कोशिश कर रहे हैं।

केंद्रीय मंत्री हरीदीप सिंह पुरी का कहना है कि रोहिंग्याओं को लेकर AAP ने ही यह मुद्दा उठाया था, और अब वह बीजेपी पर यह आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने केजरीवाल की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर AAP ने रोहिंग्याओं को दिल्ली में बसाया है तो उनकी जमानत क्यों नहीं करवाई गई?

दिल्ली में रोहिंग्याओं की स्थिति

दिल्ली में रोहिंग्याओं के बसे होने की बात काफी समय से सामने आ रही है। रोहिंग्याओं को लेकर कई बार विवाद उठ चुके हैं, क्योंकि उनकी नागरिकता की स्थिति पर सवाल उठाए जाते रहे हैं। कई लोग यह मानते हैं कि रोहिंग्याओं को शरण देने से दिल्ली की सुरक्षा स्थिति पर भी असर पड़ सकता है। वहीं, अन्य लोग इसे मानवाधिकार का उल्लंघन मानते हैं और यह दावा करते हैं कि रोहिंग्याओं को शरण देने की आवश्यकता है।

इस विवाद ने दिल्ली की राजनीति में एक नया मोड़ लिया है, जहां दोनों प्रमुख राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी रखे हुए हैं। दोनों दलों के नेता इस मुद्दे को चुनावी लाभ के रूप में देखने लगे हैं। चुनावों के करीब आने के साथ ही यह मुद्दा और भी गरम हो गया है।

अरविंद केजरीवाल का बयान और चुनावी रणनीति

अरविंद केजरीवाल का यह बयान दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर महत्वपूर्ण है। उनका आरोप यह है कि बीजेपी ने दिल्ली में रोहिंग्याओं को बसाया है, और अब AAP इस पर सवाल उठा रहा है। उनके अनुसार, यह एक रणनीतिक कदम है, जिससे वे दिल्ली के मुस्लिम वोटरों को आकर्षित करना चाहते हैं। वहीं, बीजेपी का आरोप है कि AAP ने ही रोहिंग्याओं को बसाया है, और अब उसे यह मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही है।

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए राजनीति में तनाव बढ़ चुका है और रोहिंग्याओं के मुद्दे ने इसे और भी जटिल बना दिया है। अरविंद केजरीवाल और हरीदीप सिंह पुरी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का यह सिलसिला अब चुनावी रणनीति का हिस्सा बन चुका है। दोनों पक्षों के बयान और आरोप यह दर्शाते हैं कि दिल्ली में राजनीति अब और भी तीव्र हो चुकी है। इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच की तनातनी आगामी चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली है।

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