Delhi Fire: दिल्ली की दिलशाद गार्डन में बिजली की चपेट से दो की मौत, हादसे ने मचाई अफरा-तफरी

Delhi Fire: रविवार रात दिल्ली के दिलशाद गार्डन इलाके की कोड़ी कॉलोनी में एक भीषण आग लग गई जिसमें दो लोगों की मौके पर ही जलकर मौत हो गई। मरने वालों में एक 24 वर्षीय युवक और एक 60 वर्षीय बुजुर्ग शामिल हैं। हादसा रात करीब 11.32 बजे हुआ जब अग्निशमन विभाग को कॉल आई कि कॉलोनी में आग लग गई है। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची लेकिन तब तक आग ने भीषण रूप ले लिया था। फायर ऑफिसर अनूप सिंह ने जानकारी दी कि आग की सूचना मिलते ही तीन दमकल गाड़ियों को भेजा गया।
ई-रिक्शा चार्जिंग के दौरान हुआ शॉर्ट सर्किट
शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि आग ई-रिक्शा की बैटरी को चार्ज करते समय हुए शॉर्ट सर्किट के कारण लगी। आग इतनी तेज थी कि कुछ ही पलों में आसपास खड़े दो ई-रिक्शा और कई मोटरसाइकिलें जलकर खाक हो गईं। इसके अलावा आग की चपेट में आए दो लोगों को बचाया नहीं जा सका और वे जलकर मौके पर ही दम तोड़ बैठे। हालांकि, फायर डिपार्टमेंट और पुलिस ने कहा है कि आग के असल कारण की पुष्टि विस्तृत जांच के बाद ही होगी।
#WATCH | दिल्ली: दिलशाद गार्डन के कोड़ी कॉलोनी में चार्जिंग के लिए रखे दो ई-रिक्शा में आग लगने से दो लोगों की मौत हो गई। pic.twitter.com/ExJCEi0pSl
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 8, 2025
पहले भी हो चुके हैं ऐसे हादसे
दिल्ली समेत कई शहरों में ई-रिक्शा और ई-स्कूटर को चार्ज करते समय आग लगने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। इसी तरह का एक और हादसा शुक्रवार को नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के घोंडा इलाके में भी हुआ था जहां ई-रिक्शा चार्ज करते समय आग लग गई थी। हालांकि वहां दिल्ली फायर सर्विस की टीम ने समय रहते आग पर काबू पा लिया और कोई जनहानि नहीं हुई। उस हादसे में चार दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंची थीं।
बैटरी चार्जिंग में बरतें सावधानी
इस तरह के हादसे यह चेतावनी दे रहे हैं कि इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करते समय अत्यधिक सावधानी बरतना ज़रूरी है। विशेषकर रात में जब लोग सो रहे होते हैं और वाहन चार्ज पर लगे होते हैं तब ज़रा सी चूक जानलेवा साबित हो सकती है। लोगों को अपने ई-रिक्शा और ई-बाइक की बैटरियों की समय-समय पर जांच करानी चाहिए और सस्ते या लोकल चार्जिंग उपकरणों से बचना चाहिए। प्रशासन की ओर से भी ऐसे वाहनों की सुरक्षा मानकों की नियमित जांच होनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों को टाला जा सके।