Delhi Latest News: आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने शनिवार को फिर से सरकार और आम जनता से अपील की कि वे स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (SMA) नामक गंभीर बीमारी से पीड़ित बच्चों की जान बचाने के लिए सहयोग करें। उन्होंने 10 महीने की बच्ची जयश्वी के लिए लोगों से मदद करने की अपील की है।
जयश्वी के पिता भारतीय वायु सेना में काम करते हैं। चूंकि इस बीमारी का इलाज भारत में डीसीजीआई द्वारा अनुमोदित नहीं है, इसलिए इस बेटी को मिलिट्री अस्पताल से यह उपचार नहीं मिल पा रहा है।
इंजेक्शन की लागत: 17 करोड़ रुपये
असल में, 10 महीने की जयश्वी यादव एक गंभीर बीमारी का शिकार हैं। डॉक्टरों का कहना है कि उसके पास जीवित रहने के लिए दो साल से अधिक समय नहीं है। जयश्वी SMA टाइप 1 बीमारी से ग्रसित हैं। इसके लिए एक बहुत महंगे इंजेक्शन की आवश्यकता है, जिसकी लागत 17 करोड़ रुपये है। संजय सिंह के अनुसार, कर छूट के बाद भी इस इंजेक्शन की लागत 10 करोड़ रुपये है। एक मध्यमवर्गीय परिवार के लिए इतना पैसा जुटाना असंभव है।
संजय सिंह ने बताया कि इस मुश्किल समय में कई लोग मदद के लिए आगे आए हैं। यदि लोगों से दान मिले, तो ऐसे बच्चों की जिंदगी बचाई जा सकती है, लेकिन यदि लोग सहयोग नहीं करेंगे, तो बच्चों को बचाना मुश्किल होगा।
जयश्वी को अब तक मिले 1.5 करोड़ रुपये
जयश्वी को अब तक 1.5 करोड़ रुपये का दान मिल चुका है। अब बाकी पैसे के लिए दान की अपील की जा रही है। संजय सिंह ने कहा, “यदि हर कोई अपनी क्षमता के अनुसार दान करता है, तो इस बच्ची की जान बचाई जा सकती है।”
संजय सिंह ने कहा कि वे अपनी सैलरी अकाउंट से 1 लाख रुपये का योगदान दे रहे हैं। इसके अलावा, वे आगामी संसद सत्र में इस मुद्दे को उठाने का निर्णय ले चुके हैं। वे संसद में मांग करेंगे कि सरकार को ऐसे बच्चों की जान बचाने के लिए आगे आना चाहिए।
SMA क्या है?
स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (SMA) एक आनुवंशिक बीमारी है जो मांसपेशियों की कमजोरी और शारीरिक गतिविधियों में कठिनाई का कारण बनती है। यह बीमारी तब होती है जब शरीर में एक विशेष प्रोटीन की कमी होती है, जिससे मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं और धीरे-धीरे कार्य करना बंद कर देती हैं। SMA के विभिन्न प्रकार होते हैं, जिनमें टाइप 1 सबसे गंभीर है और इसमें बच्चों का विकास काफी प्रभावित होता है।
जयश्वी की स्थिति
जयश्वी की स्थिति बेहद चिंताजनक है। 10 महीने की उम्र में ही उन्हें गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। डॉक्टरों ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि समय पर उपचार नहीं मिला, तो उनके जीवित रहने की संभावनाएँ बेहद कम हैं। ऐसे में संजय सिंह और अन्य समर्थकों ने मिलकर जयश्वी के उपचार के लिए फंड जुटाने का निर्णय लिया है।
समाज की भूमिका
इस कठिन समय में समाज की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है। अगर हर कोई अपनी सामर्थ्यानुसार मदद के लिए आगे आए, तो संभव है कि जयश्वी जैसे कई बच्चों की जिंदगी बचाई जा सके। संजय सिंह की अपील का उद्देश्य सिर्फ जयश्वी को ही नहीं, बल्कि उन सभी बच्चों को बचाने का है, जो इस गंभीर बीमारी का सामना कर रहे हैं।
जयश्वी के लिए दान की इस मुहिम में लोगों की मदद ही महत्वपूर्ण होगी। ऐसे कठिन समय में, जब स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और इलाज की लागत लगातार बढ़ती जा रही है, समाज के हर वर्ग से सहयोग की आवश्यकता है। संजय सिंह ने इस पहल के जरिए एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है कि हम सभी को मिलकर ऐसे बच्चों के लिए काम करना होगा, ताकि उनका जीवन सुरक्षित और खुशहाल हो सके।
अंत में, हम सभी से अपील करते हैं कि अगर आप इस बच्ची की मदद कर सकते हैं, तो आगे आएं। आपकी छोटी सी मदद भी किसी की जिंदगी बचा सकती है। जयश्वी की मुस्कान और स्वास्थ्य हमारी जिम्मेदारी है।