Delhi News: दिल्ली में हथियारबंद लूट का पर्दाफाश – दोस्ती की आड़ में अपराध की साजिश

Delhi News: दिल्ली पुलिस की एएटीएस द्वारका टीम ने हथियार के बल पर की गई एक सनसनीखेज लूट के मामले में दो अंतरराज्यीय लुटेरों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में हरमीत और योगेश का नाम सामने आया है। पुलिस ने इनके पास से ₹54,500 नकद, वारदात में इस्तेमाल किए गए कपड़े और मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं। यह लूट 29 अप्रैल को द्वारका के सेक्टर-19 के अंबराही गांव में स्थित एक डिलीवरी कंपनी के ऑफिस में हुई थी। तीन बदमाशों ने बंदूक की नोक पर ₹2 लाख और डीवीआर लूट लिया था। इस मामले में द्वारका के सेक्टर-23 थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी।
पुलिस की मेहनत और तकनीकी निगरानी से मिली सफलता
डीसीपी द्वारका अंकित सिंह (आईपीएस) ने बताया कि इस लूट की जांच एएटीएस टीम को सौंपी गई थी। इंस्पेक्टर कमलेश कुमार की अगुवाई में टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और 500 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले। पुलिस ने तकनीकी निगरानी और मुखबिरों की मदद से 3 मई को झरोड़ा कलां से हरमीत और योगेश को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उन्होंने लूट की योजना और उसकी पूरी जानकारी दी जिसके बाद पुलिस ने ₹54,500 नकद की बरामदगी की। पुलिस अब बाकी बचे आरोपी गुरदास की तलाश में जुटी है जो अभी फरार है।
हरमीत की पुरानी नौकरी और शादी के खर्च के लिए बनाई योजना
हरमीत पहले उसी डिलीवरी कंपनी में डिलीवरी ब्वॉय के रूप में काम करता था जहां लूट की गई थी। नौकरी छोड़ने के बाद उसने अपने दोस्त गुरदास की बहन की शादी के लिए पैसे जुटाने की साजिश रची। गुरदास हाल ही में एक हत्या के मामले में जेल से छूटा है और उसने हथियारों के साथ इस लूट में साथ दिया। लूट से एक दिन पहले यानी 28 अप्रैल को तीनों ने बहादुरगढ़ से बंदूक की नोक पर एक लाल विक्रांत बजाज बाइक छीन ली थी जिसकी शिकायत सेक्टर-6 थाने में दर्ज है। लूट के बाद वे बाइक छोड़कर रोहतक पहुंचे और वहीं रुपये बांट लिए। गुरदास ने अपनी बहन की शादी के लिए ₹40,000 अतिरिक्त लिए।
पुराना आपराधिक इतिहास और तीसरे आरोपी की तलाश जारी
पुलिस जांच में यह बात भी सामने आई है कि हरमीत और योगेश पहले भी हरियाणा में 2015-16 के दौरान लूट के मामलों में शामिल थे और 2022 में जेल से छूटे हैं। तीसरा आरोपी गुरदास हत्या के एक मामले में जेल जा चुका है और अभी फरार चल रहा है। पुलिस का कहना है कि गुरदास की गिरफ्तारी और बाकी लूट की रकम की बरामदगी के प्रयास जारी हैं। पुलिस ने इस कार्रवाई को बड़ी सफलता बताया है क्योंकि इसने एक सक्रिय लूट गैंग के नेटवर्क को तोड़ दिया है और आने वाले समय में इससे जुड़ी और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।