Doctor Strike: बरनाला में डॉक्टरों की हड़ताल, चौथे दिन भी जारी, मरीज दर-दर की ठोकरें खा रहे
Doctor Strike: पंजाब के बरनाला जिले के सिविल अस्पताल में डॉक्टरों की हड़ताल चौथे दिन भी जारी है। इस हड़ताल के चलते मरीजों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में केवल आपातकालीन सेवाएं ही चल रही हैं, जबकि OPD और अन्य चिकित्सा सुविधाएं पूरी तरह से बंद हैं। डॉक्टर सुरक्षा और पदोन्नति की मांग कर रहे हैं, और अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तो उन्होंने हड़ताल जारी रखने की चेतावनी दी है।
हड़ताल की वजहें और डॉक्टरों की मांगें
पंजाब सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (PCMSA) द्वारा बुलाए गए हड़ताल के तहत, बरनाला सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने 9 सितंबर से हड़ताल की शुरुआत की थी। डॉक्टरों का कहना है कि कोलकाता में एक महिला डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के बाद सुरक्षा की मांग बढ़ गई है, लेकिन इस पर अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने कहा कि सुरक्षा की मांग और पदोन्नति की मांग लंबे समय से चल रही है, लेकिन सरकार ने इन मुद्दों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। इसके अलावा, डॉक्टरों की पदोन्नति 2021 से लंबित है, जिसकी सूची जल्द जारी की जानी चाहिए।
अस्पताल में मरीजों की स्थिति
हड़ताल के कारण अस्पताल की दवाइयों की काउंटर भी बंद हैं। दूर-दराज के गांवों से आए मरीज बाहर इंतजार करते हुए दिख रहे हैं, और कई मरीज निजी अस्पतालों की ओर रुख कर रहे हैं। OPD के बंद होने के कारण, लोग जिनकी मेडिकल जांच या अन्य आवश्यकताएं थीं, वे परेशान हो रहे हैं और बार-बार लौट रहे हैं।
एसोसिएशन की प्रमुख मांगें
- सुरक्षा की मांग: डॉक्टरों का कहना है कि अस्पतालों में सुरक्षा बढ़ाने की आवश्यकता है। हाल ही में हुई घटनाओं ने इस मुद्दे को और गंभीर बना दिया है।
- पदोन्नति और भर्ती: डॉक्टरों की पदोन्नति 2021 से लंबित है और नए डॉक्टरों की नियमित भर्ती की जानी चाहिए। इसके अलावा, कई अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी के कारण मौजूदा डॉक्टरों को कई जिम्मेदारियां संभालनी पड़ रही हैं।
- DA की किश्तें: लंबित DA की किश्तों को जल्द जारी किया जाए।
सरकारी प्रतिक्रिया और अगले कदम
पंजाब सरकार ने अभी तक डॉक्टरों की मांगों पर कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं दी है। डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की जातीं, तो वे हड़ताल जारी रखेंगे।
एसोसिएशन के डॉक्टरों ने कहा कि वे आपातकालीन सेवाएं जारी रखेंगे, लेकिन अन्य सभी सेवाएं, जैसे ड्राइविंग लाइसेंस मेडिकल परीक्षा, सामान्य मेडिकल जांच, भर्ती संबंधित मेडिकल जांच, UDID कार्य, VIP और VVIP ड्यूटी, डोप टेस्ट आदि बंद रहेंगी।
निष्कर्ष
बरनाला के सिविल अस्पताल में डॉक्टरों की हड़ताल ने स्वास्थ्य सेवाओं को प्रभावित किया है और मरीजों के लिए कठिनाइयों का सामना किया है। डॉक्टरों की मांगें न्यायसंगत हैं, लेकिन इस हड़ताल के चलते सरकारी कार्रवाई की प्रतीक्षा की जा रही है। पंजाब सरकार और स्वास्थ्य विभाग को चाहिए कि वे जल्दी से इस मुद्दे का समाधान करें ताकि मरीजों को आवश्यक चिकित्सा सेवाएं मिल सकें और डॉक्टरों के मुद्दों का समाधान हो सके। हड़ताल की वजह से अस्पताल में कामकाज ठप है, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है। यह स्थिति तब तक बनी रहेगी जब तक सरकार और एसोसिएशन के बीच बातचीत और समाधान नहीं होता।