Dr. Manmohan Singh passes away: प्रधानमंत्री मोदी ने डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर व्यक्त की संवेदना
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Dr. Manmohan Singh passes away: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन बीती रात हो गया। उन्होंने दिल्ली के एम्स में अपनी अंतिम सांस ली। डॉ. मनमोहन सिंह का जाना न केवल कांग्रेस पार्टी बल्कि पूरे देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्यक्त की संवेदना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह, जो भारत के सबसे विशिष्ट नेताओं में से एक थे, के निधन पर देश शोक में है। एक साधारण पृष्ठभूमि से उठकर, उन्होंने खुद को एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री के रूप में स्थापित किया।”
पीएम मोदी ने आगे कहा, “उन्होंने वित्त मंत्री के रूप में और अन्य महत्वपूर्ण सरकारी पदों पर सेवा की और हमारी आर्थिक नीतियों पर गहरा प्रभाव छोड़ा। संसद में उनके हस्तक्षेप हमेशा व्यावहारिक और सूझबूझ से भरे होते थे। प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने देशवासियों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए व्यापक प्रयास किए।”
पीएम मोदी ने साझा कीं तस्वीरें
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर डॉ. मनमोहन सिंह के साथ अपनी तस्वीरें साझा कीं। उन्होंने लिखा, “जब डॉ. मनमोहन सिंह जी प्रधानमंत्री थे और मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, तो हमारे बीच नियमित बातचीत होती थी। हमने शासन से संबंधित विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा की। उनकी बुद्धिमत्ता और विनम्रता हमेशा नजर आती थी। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं डॉ. मनमोहन सिंह के परिवार, उनके मित्रों और अनगिनत प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति।”
India mourns the loss of one of its most distinguished leaders, Dr. Manmohan Singh Ji. Rising from humble origins, he rose to become a respected economist. He served in various government positions as well, including as Finance Minister, leaving a strong imprint on our economic… pic.twitter.com/clW00Yv6oP
— Narendra Modi (@narendramodi) December 26, 2024
मनमोहन सिंह का परिवार और उनकी अंतिम यात्रा
डॉ. मनमोहन सिंह अपने पीछे पत्नी गुरशरण कौर और तीन बेटियां छोड़ गए हैं। केंद्र सरकार ने उनके निधन पर सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। शुक्रवार को आयोजित सभी सरकारी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। इसके अलावा, एक आपातकालीन कैबिनेट बैठक सुबह 11 बजे बुलाई गई है।
कांग्रेस पार्टी ने भी अगले सात दिनों तक अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं, जिसमें पार्टी का स्थापना दिवस समारोह भी शामिल है।
राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी दिल्ली पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने उनके निधन पर संवेदना व्यक्त की।
एम्स का बयान
दिल्ली एम्स ने अपने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि डॉ. मनमोहन सिंह को रात 8:06 बजे एम्स के मेडिकल इमरजेंसी में लाया गया। उन्होंने कहा, “उन्हें बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया गया, लेकिन रात 9:51 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।”
भारत के लिए उनके योगदान
डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन सादगी, कर्तव्यनिष्ठा और समर्पण का प्रतीक था। पंजाब के एक छोटे से गांव में जन्मे डॉ. सिंह ने अपनी मेहनत और प्रतिभा के बल पर न केवल भारत बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बनाई।
एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री के रूप में उन्होंने देश की आर्थिक दिशा को नया स्वरूप दिया। 1991 के आर्थिक सुधारों में उनकी भूमिका ऐतिहासिक रही। वित्त मंत्री के रूप में उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था को संकट से निकालकर विकास के पथ पर अग्रसर किया।
प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल
प्रधानमंत्री के रूप में उनका कार्यकाल नीतिगत और सामाजिक सुधारों से भरा हुआ था। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू कीं। मनरेगा, राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन और शिक्षा का अधिकार कानून उनके कार्यकाल के प्रमुख उपलब्धियों में से हैं।
संसद में उनकी पहचान
संसद में उनके भाषण और बहस हमेशा तथ्यात्मक और व्यावहारिक होते थे। वे कभी भी व्यक्तिगत हमलों में नहीं पड़ते थे और उनकी संवाद शैली से उनकी गहन बुद्धिमत्ता झलकती थी।
व्यक्तिगत जीवन में सादगी
डॉ. मनमोहन सिंह अपने सरल और सादगी भरे जीवन के लिए जाने जाते थे। प्रधानमंत्री बनने के बाद भी उन्होंने अपनी निजी जीवनशैली में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया। उनकी विनम्रता और शिष्टाचार ने सभी को प्रभावित किया।
भारत के लिए एक अपूरणीय क्षति
डॉ. मनमोहन सिंह का निधन केवल एक व्यक्ति का जाना नहीं है, यह एक युग का अंत है। उनकी कड़ी मेहनत, दूरदृष्टि और राष्ट्र के प्रति समर्पण हमेशा प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे।
डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन हमें यह सिखाता है कि सादगी और ईमानदारी से किए गए प्रयास न केवल व्यक्तिगत सफलता बल्कि देश और समाज की प्रगति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उनका जाना हर भारतीय के लिए एक व्यक्तिगत क्षति है। ओम शांति।