सत्य खबर । पलवल
क्लीन एंड स्मार्ट इंडिया और इनर व्हील क्लब पलवल तेजस्विनी की तरफ से पलवल को साफ व सुन्दर बनाने के लिए एक प्रयास शुरू किया जा रहा है इको ब्रिक्स बनाने का। इनको बनाने से हम अपने शहर का 40 फीसदी कचरा कम कर सकते हैं।
इसमें हमारे घरों में रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाली पॉलीथिन, चिप्स, ब्रेड आदि के रेपर खाली बोतल में टाइटली भरने से इनको हम ईंट की तरह से इस्तेमाल कर दीवार, पलान्टर इत्यादि बना सकते हैं। इनके इस्तेमाल से शहर के चौराहों और पार्कों का सौन्दर्यीकरण किया जा सकता है।
क्या है ईको ब्रिक्स
दोनों ही संस्था की अध्यक्ष नमिता तायल ने बताया कि प्लास्टिक की खाली बोतलों का इस्तेमाल करके घर, शौचालय की दीवार बनाई जा सकती है। प्लास्टिक को कम करने के लिए ये सबसे कारगर कदम साबित होगा। प्लास्टिक की बोतल में पॉलीथिन का कचरा टाइटली भरा जाता है फिर बोतल का ढक्कन बंद करके ईंटों की तरह इस्तेमाल किया जाता है।
प्लास्टिक की बोतलें ईंटों की तरह मजबूत व टिकाऊ होती हैं। प्लास्टिक के कचरे से निपटने का सबसे बेहतरीन तरीका है। ऐसा करके पर्यावरण संरक्षण में जहां सहयोग हो पाएगा। वहीं दूसरी तरफ शहर का सौंदर्यीकरण भी होगा और गरीब लोग इन ईंटों को इस्तेमाल करके पैसों की भी बचत कर सकते हैं।
Aluminium recycling business model Scrap aluminium compounding Ferrous and non-ferrous metals