ताजा समाचार

Farmers’ protest: दोपहर में हाईवे पर जाने से पहले सोचें, किसान 3 घंटे तक करेंगे धरना

Farmers’ protest: किसानों के आंदोलन के चलते अगर आप रविवार को जालंधर हाईवे के माध्यम से कहीं जाने का सोच रहे हैं, तो दोपहर में घर से निकलने से पहले एक बार सोच लें। रविवार को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक किसान संगठनों द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग पर तीन घंटे का धरना दिया जाएगा।

यह धरना राज्य और केंद्र सरकार के खिलाफ कमीशन एजेंटों और शेलर मालिकों के खिलाफ और मंडियों में धान की खरीद नहीं होने के विरोध में किया जा रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा ने इस रविवार को हाईवे के साथ-साथ रेलवे ट्रैक पर भी धरना देने की घोषणा की है।

Farmers' protest: दोपहर में हाईवे पर जाने से पहले सोचें, किसान 3 घंटे तक करेंगे धरना

धन्नोवाली गांव के बाहर होगा प्रदर्शन

भारतीय किसान यूनियन राजेवाल के नेता कश्मीर सिंह राजेवाल ने बताया कि 13 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक धन्नोवाली गांव के बाहर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रोका जाएगा और धरना दिया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि हाईवे पर यातायात बंद होने के कारण लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।

PBKS vs MI Qualifier 2: अहमदाबाद की पिच पर होगी रनों की बरसात या गेंदबाजों की चलेगी धूम! जानिए PBKS vs MI मुकाबले में क्या होगा
PBKS vs MI Qualifier 2: अहमदाबाद की पिच पर होगी रनों की बरसात या गेंदबाजों की चलेगी धूम! जानिए PBKS vs MI मुकाबले में क्या होगा

आंदोलन की रूपरेखा 14 को बनेगी

इसके अलावा, BKU एकता उग्राहा के प्रमुख गुर्चरण सिंह चहल ने कहा कि उनका संगठन रविवार को 12 बजे से 3 बजे तक शाहकोट-मल्सिया रेलवे ट्रैक पर धरना देने जा रहा है। इस दौरान वहां से गुजरने वाली ट्रेनों को रोका जाएगा। चहल ने कहा कि 14 अक्टूबर को सभी किसान संगठनों की एक संयुक्त बैठक होगी, जिसमें भविष्य के आंदोलन की रूपरेखा बनाई जाएगी।

किसानों ने आरोप लगाया विभाजन का

शनिवार को, संयुक्त किसान मोर्चा के नेता बलवीर सिंह राजेवाल ने सरकार पर विभाजन करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार एक संघ को बैठक में बुला रही है और दूसरे को नजरअंदाज कर रही है। राजेवाल ने कहा कि गोदामों में चावल भरे हुए हैं, जबकि राज्य की मंडियों में धान की खरीद नहीं हो रही है।

बैठक में प्रतिनिधियों ने कृषि, किसानों और कृषि श्रमिकों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की और कहा कि यदि भविष्य में एकजुट संघर्ष नहीं किया गया, तो न केवल कृषि संकट बढ़ेगा, बल्कि कृषि से संबंधित अन्य व्यवसाय भी ठप हो जाएंगे।

शेलर संघ का बयान

शेलर संघ के अध्यक्ष तरसेम सैनी ने कहा कि PR 126 हाइब्रिड धान को मंडी बोर्ड और खरीद एजेंसियों के अधिकारियों की मिलीभगत से किसानों से लूटा जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि किसान संगठनों ने उनका समर्थन किया, तो जिन किसानों से यह धान खरीदा गया है, वे अपनी राशि वापस लेने के लिए तैयार हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि PR 126 की खरीद नहीं की जाएगी।

Punjab News: डीजीपी गौरव यादव के नए प्लान में छुपा है नशा तस्करों के खिलाफ सख्त वार! क्या ड्रोन सिस्टम से मिलेगी बड़ी जीत
Punjab News: डीजीपी गौरव यादव के नए प्लान में छुपा है नशा तस्करों के खिलाफ सख्त वार! क्या ड्रोन सिस्टम से मिलेगी बड़ी जीत

किसानों की समस्याएं

किसानों के आंदोलन के पीछे कई महत्वपूर्ण समस्याएं हैं, जिनमें धान की खरीद में देरी, किसानों के लिए उचित मूल्य का न मिलना और मंडियों में व्याप्त भ्रष्टाचार शामिल हैं। पिछले कुछ वर्षों में, किसानों ने इन मुद्दों को उठाया है, लेकिन सरकार ने इन समस्याओं के समाधान के लिए ठोस कदम नहीं उठाए हैं।

किसान संगठन सरकार से मांग कर रहे हैं कि धान की खरीद तुरंत शुरू की जाए और उन्हें उचित मूल्य प्रदान किया जाए। इसके साथ ही, उन्होंने मांग की है कि मंडियों में पारदर्शिता बढ़ाई जाए और किसानों के साथ भेदभाव समाप्त किया जाए।

भविष्य की रणनीति

14 अक्टूबर को आयोजित बैठक में, किसानों ने अपनी भविष्य की रणनीति पर चर्चा करने की योजना बनाई है। किसान संगठनों के नेताओं का मानना है कि एकजुटता से ही वे अपनी मांगों को प्रभावी ढंग से उठाने में सक्षम होंगे। उन्होंने कहा कि यदि एकजुट होकर आंदोलन किया गया, तो सरकार को मजबूर होना पड़ेगा कि वह किसानों की समस्याओं का समाधान करे।

Back to top button