सत्य खबर, पानीपत ।
कांग्रेस-भाजपा में टिकट बंटवारे के बाद नामांकन के आखिरी दिन भी बगावत नहीं थमी है। देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भर दिया है। भाजपा ने उन्हें हिसार से टिकट नहीं दी।
वह कुरूक्षेत्र से भाजपा सांसद नवीन जिंदल की मां हैं। कल उनकी कांग्रेस से भी टिकट की चर्चा थी लेकिन बेटे के भाजपा सांसद होने की वजह से बातचीत सिरे नहीं चढ़ी। नामांकन भरने के बाद सावित्री जिंदल ने कहा कि ये उनका आखिरी चुनाव है।
वहीं कांग्रेस में भी 9 सीटों पर बगावत हो गई है। पानीपत शहरी से पूर्व विधायक रोहिता रेवड़ी ने इस्तीफा दे दिया है। वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगी। पूर्व मंत्री संपत सिंह, सिरसा के मेहता परिवार, पानीपत के विजय जैन समेत 7 नेताओं ने समर्थकों की मीटिंग बुला ली है। कुछ नेताओं ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का भी ऐलान कर दिया है।
नलवा विधानसभा में कांग्रेस में बगावत शुरू हो गई है। पार्टी के बड़े चेहरे पूर्व मंत्री संपत सिंह ने अपने समर्थकों की बैठक बुला ली है। बैठक में वह निर्दलीय चुनाव लड़ने को लेकर फैसला करेंगे।
इसके अलावा टिकट मांग रहे श्रवण वर्मा बसपा गठबंधन में शामिल हो गए हैं। सुभाष सरपंच हरिता निर्दलीय नामांकन करने की तैयारी कर रहे हैं।
वहीं बरवाला कांग्रेस में भी बगावत शुरू हो गई है। कांग्रेस की टिकट मांग रही संजना सातरोड़ ने बरवाला से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन भर दिया है।
सिरसा की राजनीति में भी हालत खराब हो गए हैं। यहां से कांग्रेस की टिकट गोकुल सेतिया को मिलने से पुराने कांग्रेसी नेता नाराज हो गए हैं। मेहता परिवार ने टिकट कटने पर अपने समर्थकों की मीटिंग बुला ली है।
हांसी में कांग्रेस पार्टी की टिकट नहीं मिलने से नरेश यादव निर्दलीय नामांकन करने जा रहे हैं। दिल्ली से पहुंचकर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल करेंगे।
पानीपत ग्रामीण विधानसभा सीट पर भी कांग्रेस में बगावत शुरू हो गई है। यहां से सचिन कुंडू को टिकट दिए जाने पर दावेदारी कर रहे विजय जैन ने बगावत कर दी है। उन्होंने ऐलान कर दिया है कि वह निर्दलीय नामांकन करेंगे।