Haryana: नगर परिषद अध्यक्ष ने स्थगित की बैठक, विधायक की शिकायत पर तीन दिन में तय होगी कार्रवाई

Haryana: शहर की नगर परिषद की बैठक शुक्रवार को उस समय विवादों में घिर गई जब कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा और भाजपा पार्षदों के बीच झगड़ा हो गया। जैसे ही स्थिति बेकाबू होने लगी पुलिस को बुलाना पड़ा। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को अलग किया और मामला शांत करवाया। विधायक ने इसे जानलेवा हमला बताते हुए पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा महिला पार्षदों के साथ आए प्रतिनिधियों ने उनके साथ हाथापाई की। दूसरी ओर नगर परिषद अध्यक्ष माफी धंदा के पति मलकीत धंदा ने आरोप लगाया कि विधायक के साथ आए एक समर्थक ने भाजपा पार्षदों पर पिस्तौल तान दी। उन्होंने कहा कि इस मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वित्त समिति गठन को लेकर था बैठक का एजेंडा
दरअसल इस बैठक का मुख्य एजेंडा नगर परिषद की वित्त समिति का गठन था। बैठक दोपहर तीन बजे शुरू होनी थी लेकिन इससे पहले ही विधायक अशोक अरोड़ा अपने समर्थकों के साथ पहुंच गए। विधायक के पहुंचते ही उन्होंने सवाल किया कि महिला पार्षदों के साथ उनके प्रतिनिधि क्यों आए हैं। इस पर पार्षदों ने पलटकर कहा कि आपको तो बुलाया ही नहीं गया था फिर आप क्यों आए हैं। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में बहस शुरू हो गई जो देखते ही देखते हाथापाई में बदल गई। इस दौरान विधायक के साथ भी धक्का-मुक्की हुई। हालात इतने बिगड़ गए कि अध्यक्ष माफी धंदा को बैठक स्थगित करनी पड़ी।
विधायक बोले, साजिश के तहत किया हमला
बैठक के बाद विधायक अशोक अरोड़ा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनके ऊपर साजिश के तहत हमला किया गया। उन्होंने कहा कि जब उनके सुरक्षा गार्ड उन्हें बचाने आए तो उन पर भी हमला किया गया। विधायक ने चेतावनी दी कि अगर तीन दिन में इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई तो आगे की रणनीति बनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इस घटना की जानकारी पार्टी हाईकमान को दी जा चुकी है और जल्द ही मुख्यमंत्री को भी मामले से अवगत कराया जाएगा। विधायक ने कहा कि उन्हें इस बात का भी दुख है कि जिस तरह से एक लोकतांत्रिक बैठक में उनका अपमान किया गया वह बेहद शर्मनाक है।
भाजपा नेता बोले, विधायक मुझे मारने आए थे
भाजपा नेता और पार्षद प्रतिनिधि नरेंद्र शर्मा निंदी ने आरोप लगाया कि विधायक अशोक अरोड़ा उन्हें मारने की नीयत से आए थे। निंदी ने कहा कि उनकी पत्नी पार्षद हैं और वे पिछले 20 वर्षों से ऐसी बैठकों में भाग लेते आ रहे हैं लेकिन पहली बार इस तरह की स्थिति बनी। उन्होंने कहा कि विधायक के साथ आए समर्थकों ने उन्हें धमकाया और सुरक्षा कर्मियों ने भी उन्हें डराने की कोशिश की। निंदी ने यह भी बताया कि वह पहले विधायक के साथ ही थे लेकिन कुछ समय पहले उन्होंने साथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था शायद इसी वजह से विधायक को यह नागवार गुजरा। वहीं अध्यक्ष के पति मलकीत धंदा ने कहा कि विधायक की मंशा सही नहीं थी और उन्होंने जानबूझकर गलत लोगों को साथ लाया था। बैठक में पिस्तौल तानने जैसी हरकत बेहद निंदनीय है और इसकी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।