Haryana: कर्नल सोफिया कुरैशी और व्योमिका सिंह ने दी ऑपरेशन सिंडूर की जानकारी, दीपेंद्र हुड्डा ने क्या कहा?

Haryana: पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। 6 और 7 मई की रात को ‘ऑपरेशन सिंधूर’ के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में स्थित 9 आतंकवादी ट्रेनिंग कैम्पों को नष्ट किया। इस हवाई हमले के जरिए भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना ने पाकिस्तान के 26 निर्दोष नागरिकों की जान के बदले में जवाब दिया। इस ऑपरेशन पर जानकारी देने के लिए देश की बहादुर महिला सैनिकों ने मीडिया के सामने आकर अपनी बात रखी। भारतीय वायु सेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह और भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी ने इस ऑपरेशन के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
“क्या हमारी लड़कियाँ लड़कों से कम हैं?” दीपेंद्र सिंह हुड्डा का बयान
हरियाणा कांग्रेस के नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह की तस्वीर शेयर करते हुए बड़ा बयान दिया। उन्होंने लिखा, “140 करोड़ भारतीयों की तरफ से एक अच्छा संदेश दिया गया है। क्या हमारी लड़कियाँ लड़कों से कम हैं? कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह।” दीपेंद्र के इस बयान ने महिलाओं की ताकत को और अधिक उजागर किया और यह संदेश दिया कि भारतीय महिलाएँ किसी भी मोर्चे पर पुरुषों से कम नहीं हैं।
Message well delivered on behalf of 140 crore Indians.
म्हारी छोरियां छोरो से कम है के…
🫡कर्नल सोफिया क़ुरैशी
🫡 विंग कमांडर व्योमिका सिंह pic.twitter.com/m8ocZ2SXzR— Deepender Singh Hooda (@DeependerSHooda) May 7, 2025
कर्नल सोफिया कुरैशी कौन हैं?
कर्नल सोफिया कुरैशी भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर कार्यरत हैं। वे गुजरात से हैं और उनके परिवार के कई सदस्य भारतीय सेना में सेवा दे चुके हैं। उनके दादा भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हुए हैं और उनके पति मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री में अधिकारी हैं। कर्नल सोफिया ने ‘ऑपरेशन सिंधूर’ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और पाकिस्तान और पीओके में स्थित आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने में मदद की।
विंग कमांडर व्योमिका सिंह कौन हैं?
वहीं, विंग कमांडर व्योमिका सिंह भारतीय वायुसेना में एक हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने कई जोखिमपूर्ण क्षेत्रों में हेलीकॉप्टर उड़ाए हैं और उनके पास 2500 घंटे से अधिक उड़ान का अनुभव है। वे अपनी फैमिली में पहली सदस्य हैं, जिन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों में कदम रखा। व्योमिका ने चेतक और चीता जैसे हेलीकॉप्टरों को जोखिमपूर्ण स्थानों पर उड़ाया है। इन दोनों महिला अधिकारियों ने ‘ऑपरेशन सिंधूर’ के बारे में प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी दी और बताया कि कैसे भारत ने पहलगाम आतंकवादी हमले का बदला लिया।
सशस्त्र बलों में महिलाओं का योगदान
इस ऑपरेशन और इन महिला अधिकारियों के योगदान ने यह साबित किया कि भारतीय महिलाएँ सेना में बराबरी की ताकत रखती हैं। कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने अपनी बहादुरी और कुशलता से यह साबित किया कि भारतीय सशस्त्र बलों में महिलाओं की भूमिका न केवल महत्वपूर्ण है बल्कि वह किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उनका यह योगदान भारतीय सेना और वायुसेना के इतिहास में एक प्रेरणा बनकर उभरा है।