Haryana News: PoK में मिसाइलों की बरसात, हरियाणा के रेलवे स्टेशनों पर सतर्कता का माहौल

Haryana News: पुलवामा जैसे आतंकी हमले के जवाब में भारत ने एक बार फिर सख्त कदम उठाया है। पहलगाम हमले के विरोध में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया है। इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर यानी PoK में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर जबरदस्त मिसाइल हमला किया गया है। इन हमलों से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। खबरें हैं कि भारत की वायुसेना ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया और टारगेट सिर्फ आतंकियों के ठिकाने थे। यह कार्रवाई पूरी तरह से योजनाबद्ध और सटीक थी ताकि भविष्य में कोई दुश्मन देश भारत के खिलाफ ऐसी साजिश की हिम्मत न कर सके।
हाफिज सईद का ठिकाना भी बना निशाना
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद के मुख्यालय को भी मिसाइल से निशाना बनाया गया है। बहावलपुर, कोटली और मुरिदके जैसे इलाकों में भी भारतीय सेना ने हमले किए हैं जहां आतंकवादियों के कैंप चलाए जा रहे थे। भारत की इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान बौखला गया और एलओसी पर भारी गोलीबारी शुरू कर दी। लेकिन भारतीय सेना ने भी मोर्चा संभालते हुए पाकिस्तान की फायरिंग का मुंहतोड़ जवाब दिया। खबर यह भी है कि पाकिस्तान का एक जेएफ-17 लड़ाकू विमान जम्मू के पास गिराया गया है। इससे पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है।
हरियाणा में भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद देशभर में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर आ गई हैं। खासतौर पर सीमावर्ती राज्यों और बड़े शहरों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। हरियाणा के अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की टीमें यात्रियों के सामान की जांच कर रही हैं। प्लेटफार्म पर आने-जाने वालों से पूछताछ की जा रही है और ट्रेन में बैठे यात्रियों के बैग भी खंगाले जा रहे हैं। सुरक्षा बल किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। स्थानीय पुलिस को भी निर्देश दिए गए हैं कि कोई भी संदिग्ध गतिविधि नजर में आए तो तुरंत कार्रवाई की जाए।
देश को मिला जवाबी कार्रवाई का संतोष
भारत की इस जवाबी कार्रवाई को लेकर देशभर में लोगों में संतोष और गर्व की भावना है। पहलगाम हमले में शहीद हुए जवानों के परिवारों ने इस कार्रवाई की सराहना की है। उनका कहना है कि भारत सरकार ने जो वादा किया था वह निभाया है। देश अब किसी भी हमले को चुपचाप सहन करने को तैयार नहीं है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नाम भी यह दर्शाता है कि इस कार्रवाई का उद्देश्य सिर्फ बदला नहीं बल्कि दुश्मन को यह दिखाना था कि भारत की सुरक्षा से खिलवाड़ करने का अंजाम क्या हो सकता है।