Haryana News: नींद बन गई हादसे की वजह, कुंडली एक्सप्रेसवे पर यात्रियों से भरी बस दुर्घटनाग्रस्त

Haryana News: कुंडली-गाज़ियाबाद-पलवल एक्सप्रेसवे पर मौजपुर टोल प्लाजा के नजदीक सुबह-सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। एक यात्री बस जो सवारियों से भरी हुई थी वह एक खड़े ट्रक से पीछे से जा टकराई। इस टक्कर में करीब दर्जन भर लोग घायल हो गए। घायलों को तुरंत बल्लभगढ़ के सिविल अस्पताल और अन्य नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। कुछ लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी भी दे दी गई है। हादसे की खबर मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई।
ट्रक मौके से गायब मिला और बस ही खड़ी थी
इस दुर्घटना की सूचना मिलते ही छायंसा थाना पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची लेकिन वहां पर केवल बस ही खड़ी मिली। जिससे टक्कर हुई वह ट्रक मौके से गायब था। यह हादसा आज सुबह करीब 4:30 बजे हुआ बताया जा रहा है। बस पंजाब से वृंदावन होते हुए आ रही थी और यात्रियों से भरी हुई थी। घटना के समय आस-पास अंधेरा था और सड़क पर ज्यादा हलचल नहीं थी। पुलिस को ट्रक के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है इसलिए ट्रक ड्राइवर की तलाश की जा रही है।
ड्राइवर की झपकी से हुआ हादसा माना जा रहा
पुलिस की शुरुआती जांच में ऐसा माना जा रहा है कि यह हादसा बस ड्राइवर को झपकी लगने की वजह से हुआ है। लंबी दूरी की यात्रा और नींद की कमी के कारण ड्राइवर का ध्यान शायद भटक गया और उसने सड़क किनारे खड़े ट्रक को नहीं देखा। बस की रफ्तार भी ज्यादा होने की वजह से टक्कर इतनी जोरदार थी कि कई यात्रियों को गंभीर चोटें आई हैं। कुछ यात्रियों के सिर और कमर में चोटें हैं। घायलों में महिलाएं और बुजुर्ग भी शामिल हैं।
पुलिस कर रही जांच और ट्रक चालक की तलाश
छायंसा पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और हाईवे के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। पुलिस का कहना है कि जैसे ही ट्रक के नंबर या ड्राइवर की पहचान होती है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही बस ड्राइवर से भी पूछताछ की जा रही है कि आखिर उसने ब्रेक क्यों नहीं लगाया और ट्रक को कैसे नहीं देखा। यह भी देखा जा रहा है कि बस का फिटनेस सर्टिफिकेट और परमिट वैध था या नहीं। फिलहाल पुलिस ने घायलों की सूची तैयार कर ली है और उनके परिजनों को सूचना दे दी गई है।
यह हादसा एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करता है कि हाईवे पर खड़े वाहनों के लिए कोई सख्त नियम क्यों नहीं बनाए जाते। साथ ही नींद की वजह से होने वाले हादसों को रोकने के लिए बस ड्राइवरों की नियमित जांच और प्रशिक्षण कितना जरूरी है। पुलिस की सक्रियता सराहनीय है लेकिन ज़रूरत इस बात की है कि ऐसे हादसे दोबारा न हों इसके लिए सिस्टम को और मजबूत किया जाए।