Haryana News: सिलिकोसिस जैसी खतरनाक बीमारियों से मजदूरों की सुरक्षा के लिए कदम
Haryana के औद्योगिक और वाणिज्य तथा श्रम मंत्री मूलचंद शर्मा ने बताया कि सिलिकोसिस जैसी खतरनाक बीमारियों से मजदूरों की सुरक्षा के लिए जल्द ही 44 मोबाइल डिस्पेंसरी वैन लांच की जाएंगी। ये वैन खानन स्थलों, निर्माण स्थलों या जहां सिलिकोसिस का संभावना हो, वहां जाकर मजदूरों की स्वास्थ्य जांच करेंगी। इन स्थानों पर मजदूरों की स्वास्थ्य जांच कर इस बीमारी को पहले ही चरण में पहचाना जा सके और उन्हें उचित इलाज प्राप्त कराया जा सके। इसकी प्रारंभिक प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। जल्द ही इन वैन्स का उद्घाटन किया जाएगा।
मंत्री मूलचंद शर्मा ने अधिकारियों के साथ एक बैठक में विभाग द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं की समीक्षा की थी। उन्होंने निर्देश दिया कि औद्योगिक सुरक्षा और स्वास्थ्य विभाग को मजदूरों की सुरक्षा को मजबूत किया जाना चाहिए और फैक्ट्रियों के अलावा काम के अनुसार मजदूरों की स्वास्थ्य भी जांची जानी चाहिए।
इस बैठक में सूचित किया गया कि 2009 से 2014 तक Haryana भवन और अन्य निर्माण मजदूर कल्याण बोर्ड के पंजीकृत मजदूरों को केवल 26.24 करोड़ रुपये का लाभ प्रदान किया गया था। जबकि 2014 से 2019 तक 526 करोड़ रुपये का लाभ और 2019 से 2024 तक 1232.19 करोड़ रुपये का लाभ प्रदान किया गया है।
इस बैठक में बताया गया कि Haryana में वर्तमान में 4 राज्य अस्पताल ESI होस्पिटल – भिवानी, जगधरी, सेक्टर-8 फरीदाबाद और पानीपत में संचालित हो रहे हैं। इसके अलावा, गुरुग्राम, मनेसर और फरीदाबाद में ESI कॉर्पोरेशन हॉस्पिटल भी संचालित हैं।
इस बैठक में सूचित किया गया कि बहादुरगढ़, झज्जर में 100-बेड ESI अस्पताल निर्माण किया जा रहा है और बावल, रेवाड़ी में 150-बेड ESI अस्पताल भी निर्माणाधीन हैं। इस बैठक में बताया गया कि ESI स्वास्थ्य सेवाओं में शीघ्र ही 72 एम्बुलेंसेस और 5 एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंसेस भी शामिल की जाएंगी।
श्रम विभाग के मुख्य सचिव राजीव रंजन, Haryana श्रम आयुक्त मणि राम शर्मा और अन्य अधिकारी इस बैठक में मौजूद थे।