Assam में बाल विवाह के खिलाफ हिमंता सरकार सख्त, एक ही रात में 416 गिरफ्तारियां
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Assam में हिमंता बिस्वा सरमा सरकार ने बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने के लिए कठोर कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा के नेतृत्व में चलाए जा रहे अभियान के तहत असम पुलिस ने एक ही रात में 416 लोगों को गिरफ्तार किया और 335 मामले दर्ज किए। इन गिरफ्तार लोगों को आज अदालत में पेश किया जाएगा।
बाल विवाह को समाप्त करने का संकल्प
मुख्यमंत्री सरमा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा, “असम बाल विवाह के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखे हुए है। कल रात शुरू किए गए अभियान के तीसरे चरण में 416 गिरफ्तारियां हुईं और 335 मामले दर्ज किए गए। हम इस सामाजिक बुराई को समाप्त करने के लिए साहसिक कदम उठाते रहेंगे।”
बाल विवाह: समाज पर असर
बाल विवाह भारतीय समाज की एक गंभीर समस्या है, जो न केवल बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा को प्रभावित करती है, बल्कि उनके जीवन के हर पहलू को बाधित करती है। असम सरकार इस समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि इस तरह की सामाजिक बुराईयों से लड़ने के लिए सरकार ने कठोर कदम उठाने का निर्णय लिया है।
असम आंदोलन और शहीदों को याद किया गया
मुख्यमंत्री ने असम आंदोलन के पहले शहीद खद्गेश्वर तालुकदार की शहादत को याद करते हुए कहा कि उनकी कुर्बानी ने न केवल असम बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। उन्होंने कहा कि खद्गेश्वर तालुकदार से प्रेरित होकर 800 से अधिक शहीदों ने असम और उसकी पहचान की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।
अवैध घुसपैठ के खिलाफ सख्ती
हिमंता बिस्वा सरमा ने यह भी कहा कि असम सरकार अवैध घुसपैठ को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि सरकार ने अब तक 10,000 हेक्टेयर जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया है। इसके अलावा, सरकार सीमांकन (डिलिमिटेशन) की प्रक्रिया पर भी काम कर रही है, जिससे अवैध घुसपैठियों के प्रभाव को सीमित किया जा सके।
स्थानीय लोगों के अधिकारों की सुरक्षा
मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि असम सरकार राज्य के मूल निवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “हम अपनी मिट्टी, जातीय पहचान और संस्कृति की रक्षा के लिए काम करते रहेंगे।”
सरकार के प्रयास और जनता की भागीदारी
बाल विवाह के खिलाफ इस अभियान में सरकार के साथ-साथ समाज के हर वर्ग को भी अपना योगदान देना होगा। इस समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए जागरूकता अभियान चलाने और कड़ी सजा सुनिश्चित करने की जरूरत है।
सरकार की ओर से संदेश
मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि असम सरकार ने बाल विवाह को समाप्त करने और समाज को इस बुराई से मुक्त कराने का दृढ़ संकल्प लिया है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे इस लड़ाई में सरकार का साथ दें और असम को एक विकसित और सभ्य राज्य बनाने में योगदान दें।
बाल विवाह जैसी कुरीतियों को समाप्त करने के लिए हिमंता बिस्वा सरमा सरकार का प्रयास सराहनीय है। इस अभियान से असम में सामाजिक सुधार का एक नया अध्याय लिखा जा रहा है। यह जरूरी है कि समाज भी इस अभियान का समर्थन करे और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए काम करे।