फूलों से खेलें होली, न करें जल बर्बाद
सत्यखबर तरावड़ी (रोहित लामसर) – ज्यों ज्यों होली का त्यौहार नजदीक आ रहा है। वहीं होली मनाने को लेकर युवाओं में भी खासा उत्साह देखने को नजर आ रहा है। होली का त्यौहार मनाने को लेकर युवाओं की धडक़ने लगातार बढ़ती जा रही है। युवाओं को होली के त्यौहार का बेसब्री से इंतजार है। होली मनाने को लेकर जब संवादाता ने शहर के युवाओं से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि वह होली पर्व पर जल की बर्बादी न करके बल्कि फूलों के साथ तिलक लगाकर होली मनाऐंगे। होली पर्व पर विशेष बातचीत करते हुए गांव उड़ाना के सरपंच एवं जय भारत युवा मंडल के प्रदेशाध्यक्ष सुरेंद्र उड़ाना ने कहा कि होली के त्यौहार पर खुशियां मनाएं, लेकिन यह जरूरी नही कि होली पानी से ही खेली जाए।
कीमती पानी को व्यर्थ न बहनें दें। जी.वी. राईस यूनिट से प्रतीक बंसल एवं आशीष बंसल ने कहा कि पानी हमारी हमेशा जरूरत है। होली पर कैमिकल युक्त रंग लगाने से चेहरे बदरंग हो जाते है। कपड़े खराब हो जाते है। नहाने व कपड़े धोने में बड़ी मात्रा में पानी बर्बाद होता है। इसलिए होली को पानी से न खेलकर बल्कि फूलों के साथ एक-दुसरे को तिलक लगाकर ही होली खेलनी चाहिए। युवा बोलेगा मंच के हल्काध्यक्ष साहिल गिरधर का तो होली खेलने को लेकर अलग महत्त्व था। साहिल गिरधर ने बताया कि वह तो होली अपने परिजनों और रिश्तेदारों व दोस्तों को तिलक लगाकर ही खेलेगा।
वहीं उपाध्यक्ष ऋषभ सचदेवा ने बताया कि फाग के दिन हुल्लड़बाजी करते हुए लोग सडक़ों व दीवारों को बदरंग कर देते है जोकि बिल्कुल ही गलत है। उन्हें ऐसा नही करना चाहिए बल्कि एक दुसरे को प्यार के साथ होली की मुबारकबाद देनी चाहिए। मंच के तरावड़ी शहरी अध्यक्ष सन्नी सचदेवा ने भी कहा कि होली जोर जबरदस्ती का नही बल्कि प्यार और शालीनता का त्यौहार है। उनमें भी होली मनाने को लेकर काफी उत्साह है। लेकिन वह लोगों को जल बचाने को लेकर जागरूक करेंगे। सभी ने कहा कि होली को रंगो से जरूर खेंलें मगर शालीनता से ही खेलें।