ताजा समाचार

Karnataka के चिकमगलूर जिले में बाघों और जंगली सूअरों के आक्रमण से निपटने के लिए घोषित की गई छुट्टियां, सुरक्षा के लिए सख्त कदम

Karnataka के चिकमगलूर जिले के कई गांवों में हाल ही में एक अभूतपूर्व कदम उठाया गया है। जिले की कुछ ग्राम पंचायतों में स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं। इसका कारण है जंगली जानवरों, खासकर बाघों और सूअरों का गांवों में आक्रमण बढ़ना। इन आक्रमणों के कारण कृषि की फसलें बर्बाद हो रही हैं और स्थानीय लोग अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। जिला प्रशासन ने इस समस्या से निपटने के लिए कठोर उपायों की घोषणा की है, ताकि नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और जंगली जानवरों को पकड़ा जा सके।

क्यों हुई छुट्टियों की घोषणा?

चिकमगलूर जिले के 11 गांवों में छुट्टियां घोषित की गई हैं, जिनमें कई ग्राम पंचायतें शामिल हैं। जिला प्रशासन ने इन छुट्टियों की घोषणा जंगली जानवरों की बढ़ती गतिविधियों और उनके गांवों में आक्रमण को देखते हुए की है। इन गांवों में लोग खेती-बाड़ी में व्यस्त रहते हैं, लेकिन जंगली जानवरों ने उन्हें बुरी तरह प्रभावित किया है। सूअर और बाघों के आक्रमण से फसलें नष्ट हो रही हैं, खासकर कॉफी, काली मिर्च और केले की फसलें। इसके अलावा, इस दौरान जंगली जानवरों की गतिविधियों के कारण लोग अपनी सुरक्षा को लेकर भयभीत हैं।

Karnataka के चिकमगलूर जिले में बाघों और जंगली सूअरों के आक्रमण से निपटने के लिए घोषित की गई छुट्टियां, सुरक्षा के लिए सख्त कदम

जंगली जानवरों का आक्रमण और फसलों की बर्बादी

चिकमगलूर जिले के रेकट्टे गांव में जंगली सूअर ने कॉफी के बागानों में कैंप लगा रखा है, जिससे पूरे फसल का नुकसान हो गया है। इसके अलावा, जंगली सूअर गांव के अन्य हिस्सों में भी उत्पात मचा रहे हैं और कृषि उत्पादों को नष्ट कर रहे हैं। वन्यजीवों की बढ़ती संख्या और उनके गांवों में घुसने से स्थानीय किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। जिले के विभिन्न गांवों में जंगली जानवरों के आक्रमण के चलते सुरक्षा की स्थिति बेहद संवेदनशील हो गई है, और प्रशासन को जल्द से जल्द इस समस्या को हल करने के लिए कदम उठाने पड़े हैं।

जिला प्रशासन ने क्या कदम उठाए?

जिला प्रशासन ने इन गांवों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक विशेष कार्यक्रम चलाया है। इस कार्यक्रम के तहत प्रशासन ने जंगली जानवरों को पकड़ने के लिए एक टीम गठित की है, जो चिकमगलूर तालुक के विभिन्न गांवों में गश्त कर रही है। इन गांवों में मतावारा, डंबडाहल्ली, शिरागुंडा, डुंगरे, मुगरीहली, वास्टर ग्राम पंचायत के आलदागुड्डे, वास्टर, नंदिकेरे, दाहुलुवाले, सामसे और दिन्नेकेरे जैसे इलाके शामिल हैं। इन इलाकों में जानवरों की गतिविधियों से लोगों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने विशेष सुरक्षा उपायों की घोषणा की है।

इसके अलावा, कर्नाटका के क्षेत्रीय वन अधिकारी (आरएफओ) ने आसपास के गांवों से निवेदन किया है कि वे 10 और 11 नवंबर 2024 के बीच शाम 7 बजे से रात 9 बजे तक और 11 नवंबर 2024 तक सुरक्षा इंतजाम करें। इसका उद्देश्य गांवों के आसपास जंगली जानवरों की गतिविधियों को नियंत्रित करना और लोगों की सुरक्षा को सुनिश्चित करना है।

सख्त आदेश और कर्मचारियों की आवाजाही पर प्रतिबंध

जिला प्रशासन द्वारा जारी किए गए आदेश के तहत, इन गांवों में सुरक्षा की दृष्टि से कड़ी कार्रवाई की गई है। आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि 10 और 11 नवंबर के बीच छात्रों और स्कूल-कॉलेज के कर्मचारियों की आवाजाही पर रोक लगाई गई है। यह कदम जंगली जानवरों के बढ़ते आक्रमण और उनकी गतिविधियों को देखते हुए लिया गया है। इस दौरान स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टियां घोषित की गई हैं ताकि छात्रों और कर्मचारियों को किसी भी संभावित खतरे से बचाया जा सके।

इस आदेश में यह भी कहा गया है कि किसी भी प्रकार की असामान्य गतिविधि या सुरक्षा की स्थिति को देखते हुए प्रशासन तत्काल प्रभाव से आवश्यक कदम उठाएगा। इसके तहत लोगों से अपील की गई है कि वे सावधानी बरतें और इस अवधि के दौरान बाहर निकलने से बचें।

ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए प्रशासन की अपील

जिला प्रशासन ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे जंगली जानवरों के आक्रमण से बचने के लिए पूरी सतर्कता बरतें। प्रशासन ने सुरक्षा बलों से यह भी अनुरोध किया है कि वे रात के समय विशेष गश्त करें ताकि गांवों में किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। इस समय का उपयोग कर प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि लोग सुरक्षित रहें और किसी प्रकार की दुर्घटना से बच सकें।

कर्नाटका के चिकमगलूर जिले में जंगली जानवरों के आक्रमण और उनकी बढ़ती संख्या के कारण स्थानीय किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। प्रशासन ने इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए छुट्टियां घोषित की हैं और सुरक्षा उपायों को कड़ा किया है। इसके साथ ही, जंगली जानवरों को पकड़ने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इन सुरक्षा उपायों के तहत, प्रशासन ने लोगों से पूरी सतर्कता बरतने की अपील की है, ताकि गांवों में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।

Back to top button